RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है, इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नीतिगत दर में वृद्धि करने के अगले ही दिन बैंकों ने ब्याज दर बढ़ाना शुरू कर दिया। इससे आवास, वाहन तथा कारोबार के लिए कर्ज महंगे होंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक तथा करूर वैश्य बैंक ने एमसीएलएआर में 0.10 प्रतिशत वृद्धि की है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई बढ़ने की चिंता के बीच आज मुख्य नीतिगत दर रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 6.25 प्रतिशत कर दिया है, जिससे बैंक कर्ज महंगा हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले कुछ महीनों के दौरान कच्चे तेल के दाम बढ़ने से महंगाई को लेकर चिंता बढ़ी है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आखिरकार पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है, इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद रिवर्स रेपो रेट भी बढ़कर 6 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी दर (MSF) भी बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गया है।
आने वाले दिनों में कर्ज महंगा होगा या सस्ता, या फिर बैंकों में FD पर ज्यादा ब्याज मिलेगा? इस तरह की तमाम ब्याज दरों को निर्धारित करने वाली मुख्य पॉलिसी दरों पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का आज फैसला आने वाला है। RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की 3 दिन चलने वाली बैठक का आज तीसरा दिन है और बैठक में क्या फैसला हुआ है इसको लेकर दोपहर बाद RBI जानकारी देगा
RBI Policy: रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6 प्रतिशत, रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत, MSF को 6.25 प्रतिशत, बैंक रेट को 6.25 प्रतिशत और CRR को 4 प्रतिशत तक बनाए रखने का फैसला किया है
RBI Policy: RBI के इस फैसले के बाद बैंकों की तरफ से कर्ज सस्ता होने की उम्मीद कम हो गई है, बैंकों की तरफ से होम और कार लोन की दरों में कटौती होने की संभावना घट गई है।
ज्यादातर जानकार मान रहे हैं कि RBI रेपो, रिवर्स रेपो और CRR में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा, हालांकि महंगाई को लेकर रिजर्व बैंक की तरफ से चेतावनी जारी हो सकती है।
खाद्य वस्तुओं, विशेषकर अंडे और सब्जियों के दाम बढ़ने से दिसंबर में रिटेल महंगाई दर बढ़कर 5.21 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
रेपो रेट को 6 फीसदी पर बरकरार रखा गया है, इसी तरह रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी और बैंक रेट 6.25 फीसदी पर कायम रहेगी।
निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर की कंपनियों हिंडाल्को, वेदांत और टाटा स्टील में देखने को मिल रही है। RBI पॉलिसी से पहले ज्यादातर बैंक कंपनियों पर भी दबाव है
रिजर्व बैंक (RBI) इस बुधवार को अपनी मुख्य नीतिगत ब्याज दर वर्तमान स्तर पर ही बनाए रख सकता है तथा उसका ध्यान महंगाई नियंत्रण पर केंद्रित रहने की संभावना है
RBI की मौद्रिक नीति समिति की अक्टूबर में हुई बैठक की जानकारियों से पता चलता है कि दिसंबर की बैठक में भी नीतिगत दरों में कोई कटौती नहीं की जाएगी।
सरकार को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए आगामी मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरों में कटौती करेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) वित्त वर्ष 2017-18 में बाकी बची अवधि के लिए नीतिगत दर को मौजूदा स्तर पर बरकरार रख सकता है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि रेपो दर में 0.25% की कटौती मुद्रास्फीति को नीचे रखते हुए देश की क्षमता के अनुसार मजबूत वृद्धि हासिल करने की दिशा में एक अहम कदम है
रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति बढ़ने का जोखिम कम होने का हवाला देते हुए प्रमुख नीतिगत दर में आज 0.25 प्रतिशत की कटौती कर दी। केन्द्रीय बैंक के इस कदम से आवास, वाहन और व्यक्तिगत कर्ज की मासिक किस्त ईएमआई का बोझ कम हो सकता है।
RBI की ब्याज दरों में कटौती के बाद आपकी कार और होम लोन की EMI घटने की पूरी संभावना है।
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि RBI की तरफ से कल ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की जा सकती है जिससे घर और कार की EMI में कमी होने की उम्मीद बढ़ गई है
2 अगस्त को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर सकता है।
संपादक की पसंद