देश में बिजली की कमी और घट गई है और पिछले डेढ़ साल में अतिरिक्त उत्पादन क्षमता जोड़ी गई है। इसके कारण बिजली की कमी घटकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई है।
भारत सहित कुल बीस देशों ने आज क्लीन टेक्नोलॉजी को प्रमोट करने की प्रतिज्ञा ली है। इसके तहत अगले पांच साल में क्लीन रिसर्च और डेवलपमेंट बजट को डबल करेंगे।
पेरिस में होने वाले जलवायु परिवर्तन सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले आर्थिक मामलों के सचिव ने ओईसीडी की रिपोर्ट को बहुत त्रुटिपूर्ण और अस्वीकार्य बताया है।
भारत ने भी 2030 तक ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन का लक्ष्य 2005 के स्तर से 33-35 फीसदी कम करने का रखा है, जो काफी चुनौतीपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक भारत की रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन क्षमता को चौगुना करने और फोसिल फ्यूल पर सब्सिडी घटाने का संकल्प लिया है।
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