कोरोना महामार के इस दौर में कुछ लोग जरूरतमंदों को ऊंचे दामों पर नकली रेमेडिसविर बेच रहे हैं। ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर कैसे रेमडेसिविर इंजेक्शन के असली या नकली होने की पहचान की जाए।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमेडेसिविर इंजेक्शन बनाने और उन्हें बेचने वाले गैंग के 5 लोगों को कोटद्वार उत्तराखंड से गिरफ्तार किया। इन नकली इंजेक्शन को 25 हजार रुपये में ये जरूरतमंदों को बेचा करते थे।
काले रंग में रेमेडिसविर इंजेक्शन बेचने वाले सबसे बड़े रैकेट में से एक का पर्दाफाश क्राइम ब्रांच ने किया, जिसने न केवल पांच लोगों को गिरफ्तार किया, बल्कि 90 लोगों के जीवन रक्षक इंजेक्शन भी जब्त किए।
ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र चाहता है कि ‘‘लोग मरते रहें’’ क्योंकि कोविड-19 के उपचार में रेमडेसिविर के इस्तेमाल को लेकर ‘परिवर्तित’ प्रोटोकॉल के मुताबिक केवल ऑक्सीजन पर आश्रित मरीजों को ही यह दवा दी जा सकती है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोविड उपचार प्रोटोकॉल में परिवर्तन पर आपत्ति जताते हुए यह टिप्पणी की।
नोएडा का एक दिल तोड़ने वाला वीडियो COVID-19 मरीजों के परिजनों को दिखा रहा है कि वे मुख्य चिकित्सा अधिकारी से अपने बीमार मरीजों के लिए रेमेडिसवायर दवा लेने का अनुरोध कर रहे हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के वितरण और कोरोनावायरस महामारी के वितरण पर आम आदमी पार्टी सरकार को फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार स्थिति को संभालने में असमर्थ रही, तो वह केंद्र सरकार से पूछेगी कि क्या वह यह स्थिति संभल सकती है |
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि तीनों महिलाएं सीएमओ दीपक ओहरी के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रही हैं और इंजेक्शन के लिए उनके पैर तक पकड़ रही हैं।
वर्धा की जेनटेक लाइफ साइंसेज को रेमडेसिविर इंजेक्शनन के विनिर्माण के लिए लाइसेंस मिला है।
इस संयंत्र से उत्पादित रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण नागपुर और विदर्भ के अन्य जिलों में किया जाएगा। जरूरत के अनुसार इसे महाराष्ट्र के दूसरे जिलों में भी वितरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर कई अहम आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि रेमडेसिविर जैसी किसी भी जीवन रक्षक दवा का प्रदेश में अभाव नहीं है। हर दिन इसकी आपूर्ति बढ़ रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जिलों की मांग को देखते हुए रेमडेसिविर के पर्याप्त वॉयल दिए जाएं। जरूरत होगी, तो निजी अस्पतालों को भी तय दरों पर रेमडेसिविर मुहैया कराई जाए। इसके साथ-साथ इसकी कालाबाजारी पर पुलिस लगातार नजर रखे।
मेरठ के एक नामी निजी अस्पताल के दो स्टाफ नर्सों को कथित तौर पर रेमडीसिविर इंजेक्शन बेचने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इंजेक्शन जिस मरीज के नाम पर दिया गया था,उस मरीज को इंजेक्शन नहीं लगाया गया, जिसके कारण कुछ दिन पहले उस मरीज की कोरोना से मौत हो गई।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश ऑक्सीजन की भारी कमी और रेमडेसिविर दवा की किसे जरूरत है इसको लेकर दिल्ली एम्स के निदेशक ने जरुरी जानकारी दी है।
उत्तराखंड पुलिस ने कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा अन्य जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी पर रोक लगाने में जनता का सहयोग लेने के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है।
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने 6 दिन का लॉकडाउन लगाया था, जो 19 अप्रैल की रात 10 बजे से शुरू हुआ था। इस लॉकडाउन की मियाद सोमवार सुबह 5 बजे खत्म होने वाली है ऐसे में रविवार यानि आज लॉकडाउन का आखिरी दिन है। बता दें कि कोरोनावायरस के मामले जिस तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं और उसके सामने सारी व्यवस्थाएं जिस तरह कम पड़ती जा रही है, उसे देखते हुए लॉकडाउन को एक्सटेंड किए जाने की संभावना ही ज्यादा नजर आ रही है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार (24 अप्रैल, 2021) को भी प्रदेश में कोरोना वायरस के 38 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
कोरोनावायरस के मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली रेमडेसिविर दवा की आपूर्ति को लेकर महाराष्ट्र सरकार की केंद्र के साथ ठनी हुई है जबकि राज्य की एजेंसियों द्वारा जब्त की गई इस दवा की 5,000 शीशियों का अदालत की अनुमति के अभाव में उपयोग नहीं हो पा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि कोविड बीमारी में काम आने वाली प्रमुख दवाई रेमडेसिविर का उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं तथा अगले महीने की शुरुआत तक इसकी आपूर्ति 38.80 लाख यूनिट प्रति माह से बढ़कर 74 लाख यूनिट हो जाएगी।
नोएडा पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है, यह शख्स रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक कर रहा था।
चंडीगढ़ पुलिस ने गैरकानूनी ढंग से महंगे दामों पर बिना लाइसेंस रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। रेमडेसिविर इंजेक्शन गंभीर Covid-19 ग्रस्त मरीजों के इलाज में प्रयोग किया जाता है और इस समय देश भर में इसकी कमी चल रही है।
घटना नासिक के गुरुजी अस्पताल की है, जहां पर अस्पताल प्रशासन ने जरूरतमंद कोरोना रोगियों के लिए Remdesivir के इंजेक्शन को हिफाजत के साथ रखा था, लेकिन चोरों ने उसपर हाथ साफ कर दिया। अस्पताल प्रशासन को जैसे ही इसकी खबर मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचित किया और पता चला की चोरी की घटना अस्पताल में लगे CCTV कैमरों में कैद हो चुकी है जिसमें PPE किट पहने लोग इंजेक्शन की चोरी करते हुए नजर आए।
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