कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी गई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार निषिद्ध क्षेत्रों में मौजूद धार्मिक स्थल जनता के लिए बंद रहेंगे
उत्तराखंड सरकार राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने पर विचार कर रही है। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंडिया टीवी के खास कार्यक्रम "मुख्यमंत्री सम्मेलन" में इसकी पुष्टि की है।
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की तरफ से मौलाना ख़ालिद राशिद फ़िरंगी महली ने सर्व धर्म की बैठक कर सरकार से धार्मिक संस्थान खोलने की इजाज़त देने की मांग की।
भारत ने अमेरिका के धार्मिक स्वतंत्रता पर एक आयोग की आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों की दशा पर उसकी टिप्पणियां पूर्वाग्रह से ग्रसित और पक्षपातपूर्ण हैं।
पहली सावधानी की बात ये है कि शोक पिट का गड्ढा ठीक उत्तर-पश्चिम में न होकर थोड़ा-सा पश्चिम या उत्तर की ओर खिसका होना चाहिए।
इस दिशा में गड्ढा करने से गृह स्वामी पर कर्ज का बोझ हो जाता है और कई बार प्रॉपर्टी नीलाम होने की नौबत भी आ सकती है।
दुकान या ऑफिस में बरकत के लिए और नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा पाने के लिए भी आप इस उपाय का प्रयोग कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की छत पर कोई भी फालतू सामान या कबाड़ नहीं रखना चाहिए।
मान्यता है कि इस दिन देवी की विधि-विधान से पूजा करने पर कृपा बरसती है। सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।
इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए, घर में टपकते नल को जल्द से जल्द ठीक करा लें।
अगर आपके घर के सामने कोई पेड़ या खम्बा खड़ा है या कोई गड्ढा है तो यह अच्छा संकेत नहीं माना जाता है।
अगर बाथरूम की टाइल्स की बात करें तो हमेशा लाइट कलर का उपयोग करें, गहरे रंग की टाइल्स न लगाएं।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, भूमि का ढलान पश्चिम दिशा में होना अशुभ माना जाता है।
पाकिस्तान में हुई इस हरकत के बाद भारत के सिख संगठनों में भी गुस्सा था। जिस परिवार की बेटी को अगवा करके उसका धर्म परिवर्तन करवाया गया वो ननकाना साहिब के गुरुद्वारे में ग्रंथी हैं।
इस परिवार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी आर्मी के चीफ जनरल बाजवा से अपील की है कि उनकी बहन की तलाश की जाय और उन्हें लौटाया जाए।
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ विधेयक पेश किया। यह पारित होने के बाद पुराने कानून की जगह लेगा और इसमें सात साल तक की सजा का प्रावधान है।
पाकिस्तान में हिंदू, ईसाई और अहमदिया समुदाय के लोगों की धर्मिक आज़ादी की हालत को लेकर खुद पाकिस्तान के ही नवीद वॉल्टर ने इमरान सरकार को जमकर कोसा है।
भाजपा के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख अनिल बलूनी ने एक बयान में कहा, ‘‘ 2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट मोदी सरकार और भाजपा के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित है । इस रिपोर्ट की मूल अवधारणा कि यहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के पीछे कोई षडयंत्र है, सरासर झूठ है ।’’
भारत ने इससे पहले धार्मिक स्वंतत्रता पर यूएससीआईआरएफ की रिपोर्ट को यह कहते हुए खारिज किया था कि इस समूह की कोई हैसियत नहीं है कि वह संवैधानिक दृष्टि से संरक्षित नागरिकों के अधिकारों पर कोई फैसला या टिप्पणी कर सके।
मालेगांव में जुलुस के दौरान गाड़ी के नीचे दबकर युवक की मौत
संपादक की पसंद