अंबानी ने पिछले कुछ दशकों में निर्यात को 40 अरब डॉलर तक पहुंचाने और देश में 50 लाख से अधिक नौकरियां पैदा करने के लिए रत्न और हीरा उद्योग को बधाई दी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) की स्वामित्व वाली सहायक कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड (एमईएल) में बड़ा निवेश किया है। 600 मेगावाट कैपेसिटी के एमईएल के
शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, एलआईसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का स्थान रहा।
जामनगर में कोई पांच सितारा होटल नहीं है, ऐसे में मेहमानों के लिए टाइल वाले बाथरूम सहित सर्वोत्तम सुविधाओं वाले अल्ट्रा-लक्जरी टेंट बनाए जा रहे हैं।
31 जनवरी, 2024 तक, एलआईसी पेंशन फंड स्कीम की शीर्ष पांच होल्डिंग्स का सामूहिक रूप से पोर्टफोलियो का 33.5 प्रतिशत हिस्सा है। इन होल्डिंग्स में इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यह सौदा होता है तो यह पहली बार होगा जब टाटा समूह और रिलायंस ने एक संयुक्त उद्यम में साझेदारी करेगी, जिससे टाटा प्ले प्लेटफॉर्म पर JioCinema की पहुंच बढ़ जाएगी।
रिलायंस ने पूरे भारत से ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी (जीईटी) 2024 कार्यक्रम के नाम से युवा इंजीनियरों के लिए अपना एंट्री लेवल का भर्ती अभियान शुरू किया है।
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस गुजरात को ग्लोबल लीडर बनाने के लिए ग्रीन ग्रोथ में अपनी भूमिका निभाएगा। हम गुजरात की इनर्जी जरूरतों को रिन्युअल इनर्जी के जरिये हासिल करने में अगले 10 साल में निवेश करेंगे।
Alok Industries को रिलायंस की ओर से 2020 में खरीदा गया था। यह कंपनी टेक्सटाइल क्षेत्र में कार्य करती है।
Reliance Industries पर विदेशी ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉगर्न बुलिश हो गई है। फर्म की ओर से नया टारगेट प्राइस दिया गया है।
मुकेश अंबानी की इस पहल का मकसद नई जेनरेशन को धीरे-धीरे कमान सौंपना है। हालांकि मुकेश अंबानी अगले पांच साल तक मौजूदा जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।
इजराइल और हमास युद्ध के चलते पिछले हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट रही। इसका असर सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप पर देखने को मिला। सभी कंपनियों की मार्केट कैप में गिरावट आई। इसके चलते इन कंपनियों में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
आखिर, क्या वजह है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज जो खुद इतनी बड़ी कंपनी है और जिसका कारोबार रिटेल, इनर्जी, गैस, टेलीकम्युनिकेशन से लेकर कई दूसरे सेक्टर में फैला है, वह स्टार्टअप को खरीद रही है।
सेक्स 289.51 अंक उछलकर 65,365.33 अंक पर पहुंच गया है। वहीं, एनएसई निफ्टी 82.95 अंकों की तेजी के साथ 19,425.60 अंक पर कारोबार कर रहा है।
सोमवार को हुई रिलायंस एजीएम में नए भारत को लेकर नई तकनीक, ग्रोथ फोकस समेत कई विभिन्न घोषणाएं की गई हैं।
टेलीकॉम मोर्चे पर, रिलायंस 5G रोलआउट और Jio Air फाइबर रोडमैप पर अपडेट की घोषणा होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शेयर की कीमत 10 ट्रेडिंग डे के लिए ट्रेड-फॉर-ट्रेड सेगमेंट में होगी।
रिलायंस समूह की वित्तीय सेवा कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और ब्लैकरॉक ने घोषणा करते हुए कहा कि दोनों कंपनियां इसमें 15-15 करोड़ डॉलर का निवेश करेंगी।
इस कदम से आरआरवीएल को अपने विस्तार को और तेज करने में मदद मिलेगी। रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कंपनी निरंतर आधार पर विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन करती है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की आय में कमी होने का मुख्य कारण कच्चे तेल के दाम में गिरावट और डीजल जैसे ईंधन के मार्जिन का घटना है।
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