कई देशों में बाहरी लोगों की भीड़ ने वहां की व्यवस्था को चौपट कर दिया है। ऐसे में ये देश अब बाहरी लोगों और शरणार्थियों से अपना पीछा छुड़ाना चाहते हैं। इसलिए देश छोड़ने वालों को 28 लाख रुपये तक का ऑफर दिया जा रहा है।
यूपी के सौनौली बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल ने 2 चीनी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में घुसने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है और साथ ही एक तिब्बती शरणार्थी को भी पकड़ा है।
पाकिस्तान ने अफगानी शरणार्थियों को अफगानिस्तान वापस भेजने के लिए अभियान चला रखा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस मुद्दे को लेकर बड़ी बात कही है। इस बीच पाकिस्तान की तरफ से जिस तरह के कदम उठाए गए हैं उससे अफगानी लोग डरे हुए हैं।
इस्लामिक स्टेट अपने अच्छे दिनों में इराक और सीरिया के एक बड़े हिस्से पर काबिज था, लेकिन आज इसका प्रभाव क्षेत्र नहीं के बराबर रह गया है। उन दिनों इस्लामिक स्टेट से जुड़ने वाली महिलाओं की हालत भी आज काफी खराब है।
मिजोरम में लगातार म्यांमार से शरणार्थी आ रहे हैं और समस्या बनी हुई है। अब 36500 से ज्यादा शरणार्थियों ने मिजोरम में शरण ली है। मिजोरम के गृह विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत पहली बार 14 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई है। गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि 14 लोगों को सिटीजनशिप सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए हैं।
म्यांमार के कम 47 शरणार्थी मिजोरम के लॉन्ग्टलाई जिले में घुस गए हैं। लोगों की उम्र करीब 30 साल के आस-पास है।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से सताए हुए शरणार्थियों को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत देते हुए भारतीय नागरिकता देने का फैसला किया है। सरकार का कानून देश में लागू भी कर दिया गया है।
देश में अब CAA कानून लागू हो गया है। इस ऐलान के बाद दिल्ली में रह रहे शरणार्थी बेहद खुश हैं और होली खेल रहे हैं। बता दें कि मजनू का टीला, यमुना नदी के किनारे पाकिस्तान से आए करीब 150 शरणार्थी परिवार रहे हैं।
मिजोरम की लालदुहोमा सरकार केंद्र के सहयोग से म्यांमा के शरणार्थियों और मणिपुर के आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को मदद देना जारी रखेगी। मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मीटिंग के बाद ये बात कही।
म्यांमार में सैनिक शासन लागू होने के बाद से मिजोरम आए शरणार्थियों की समस्या पर आज दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय में एक बैठक के दौरान चर्चा हुई। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हालात समान्य होने तक शरणार्थियों को वापस म्यांमार नहीं भेजा जाएगा।
यूक्रेन से इजराइल आए शरणार्थी यहां भी युद्ध की विभीषिका झेलने पर मजबूर हो गए हैं। वे यूक्रेन से इजराइल इसलिए आए थे कि यहां शांति से समय गुजारेंगे। लेकिन यहां भी इजराइल और हमास की जंग शुरू हो गई।
म्यांमार सेना द्वारा हाल ही में किए गए हवाई हमले के बाद अपने देश से भागे म्यांमार के नागरिक अब चम्फाई जिले के ज़ोखावथर इलाके में शरण ले रहे हैं। इस हमले के बाद शरणार्थियों में बेहद खौफ है। शरणार्थियों का कहना है कि म्यांमार की सेना ने गांव के लगभग सभी घरों को जला दिया और उन्होंने अपना सब कुछ खो दिया।
पाकिस्तान अपने देश से अफगानियों को निकालने के लिए पूरी तरह से जुटा हुआ है। 31 अक्टूबर की तय मियाद के बाद भी कई अफगान शरणार्थी पाकिस्तान नहीं जा सके हैं। इसके लिए अब पाकिस्तान ने नया कदम उठाया है।
इजरायली हमले में गाजा के शरणार्थी शिविरों में रहने वाले 33 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इजरायली हमले में निर्दोष फिलिस्तीनियों के मारे जाने की दर्दनाक खबर दी है।
इजरायली हमले में गाजा के शरणार्थी शिविरों में कई अपार्टमेंट ध्वस्त हो गए हैं। इसके साथ ही इजरायली सेना ने हमास आतंकियों के कई कैंपों को नष्ट कर दिया है। इस दौरान कई आतंकियों के भी मारे जाने का दावा इजरायली सेना द्वारा किया गया है।
इजराइल ने इतनी भीषण गोलाबारी गाजा पट्टी पर की है कि लोग जिंदगी बचाने के लिए अब दूसरे देशों में जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आसपास के मुस्लिम देश जो हमास को सपोर्ट तो करते हैं, बोलते बहुत कुछ हैं, लेकिन इन शरणार्थियों को लेने से इनकार कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर।
15 पाकिस्तानी हिंदुओं का परिवार त्रस्त होकर भारत आ गया है। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में पहुंचने पर प्रशासन ने उन्हें अस्थाई रूप से ठहरने और भोजन का इंतजाम कराया है। आगे की कार्रवाई के लिए केंद्र और राज्य सरकार से अधिकारियों ने पत्राचार किया है।
झूठ की फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तान इस बार अमेरिका की रिपोर्ट में बेनकाब हो गया है। इस रिपोर्ट से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने पाकिस्तान के उस आरोप को खरािज कर दिया है, जिसमें उसने अफगानी शरणार्थियों पर आतंकी कृत्यों में शामिल होने की बात कही थी।
नीदरलैंड्स में आव्रजन की नीति पर सत्तारूढ़ गठबंधन के सहयोगियों के बीच मतभेद के चलते प्रधानमंत्री मार्क रट ने इस्तीफा दे दिया है।
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