त्योहारी सीजन में अधिकांश डेवलपर्स होम बायर्स को तगड़ा डिस्काउंट और आकर्षक स्कीम ऑफर कर रहे हैं। राकेश यादव कहते हैं कि यह घर खरीदने वालों और निवेशकों के लिए एकदम सही समय है, क्योंकि हाल ही में रियल एस्टेट बाजार, विशेष रूप से लक्जरी और प्रीमियम आवास में रुचि बढ़ी है।
कीमतों में सालाना आधार पर सबसे अधिक 57 प्रतिशत की बढ़ोतरी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के आवासीय बाजार में देखी गई। इसमें कहा गया है कि बढ़ती निर्माण लागत के कारण आवासीय इकाइयों के मूल बिक्री कीमत में एडजस्टमेंट जरूरी हो गया है।
डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक 10 में से 8 फ्लैट का कारपेट एरिया 1049 वर्ग फीट है जबकि बाकी के 2 अपार्टमेंट का कारपेट एरिया 912 वर्ग फीट है। बाप-बेटे की जोड़ी ने 10 फ्लैट के लिए 1.50 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी और 3 लाख रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस की पेमेंट की है।
करीब 75 एकड़ में फैले इस प्रोजेक्ट में 30 से भी ज्यादा वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाले फ्लैट, एक 5 स्टार डीलक्स जेडब्ल्यू मैरियट होटल ठाणे गार्डन सिटी और एक ओबेरॉय इंटरनेशनल स्कूल शामिल होंगे।
मार्च में, प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने टाउनशिप विकसित करने के लिए सिद्धार्थ विहार, इंदिरापुरम एक्सटेंशन, गाजियाबाद में 62.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था।
45-90 लाख रुपये का बजट रेंज 35 प्रतिशत से अधिक संभावित घर खरीदारों के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प बना हुआ है। वर्तमान में, सर्वेक्षण के 28% से अधिक उत्तरदाताओं ने 90 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों को अपनी प्राथमिकता बताई है।
त्योहारी सीजन में घर खरीदने से पहले पूरी तरह से रिसर्च करें और जल्दबाजी में फैसला न लें। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्रॉपर्टी के बारे में रिसर्च करें।
रियल एस्टेट के बड़े मार्केट नोएडा और ग्रेटर नोएडा में नवरात्रि के दौरान रजिस्ट्री का आंकड़ा पिछले नवरात्र के मुकाबले तीन गुना पहुंच गया है। इससे न सिर्फ अथॉरिटी को करोड़ों रुपये का रेवेन्यू मिल रहा है बल्कि रियल एस्टेट कारोबारी भी बेहद खुश हैं।
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने कहा कि आरबीआई द्वारा प्रमुख नीतिगत दरों को बनाए रखने का निर्णय वर्तमान व्यापक आर्थिक स्थितियों और भविष्य के दृष्टिकोण का आकलन दर्शाता है।
प्रॉपटाइगर का कहना है कि बिक्री और नए ऑफर दोनों में सालाना आधार पर गिरावट बढ़ती कीमतों के प्रति बाजार की प्रतिक्रिया को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हम बाजार गतिविधि में एक स्वस्थ मंदी देख रहे हैं, जो एंड यूजर के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह स्थायी ग्रोथ लाता है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान बिक्री बुकिंग के मामले में सबसे बड़ी सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी बन गई। पिछले वित्त वर्ष में गोदरेज प्रॉपर्टीज की बिक्री बुकिंग 84 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 22,527 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 12,232 करोड़ रुपये थी।
एफएसएआई एक अग्रणी संगठन है जो अग्नि सुरक्षा, जीवन सुरक्षा, सुरक्षा, भवन स्वचालन, हानि रोकथाम और जोखिम प्रबंधन में विशेषज्ञता रखता है।
जुलाई-सितंबर के दौरान दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की बिक्री एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 7 प्रतिशत घटकर 12,976 यूनिट्स रह गई।
हाउसिंग सेक्टर में कोविड महामारी के बाद मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इसमें निवेश में 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 27.46 करोड़ डॉलर से बढ़कर 38.48 करोड़ डॉलर हो गया।
पीठ ने अपने आदेश में कहा कि वर्तमान आवेदन के लंबित रहने के बावजूद एनसीएलएटी कॉरपोरेट देनदार (सुपरटेक लिमिटेड) की 17 परियोजनाओं के लिए एनबीसीसी के प्रस्ताव की जांच कर सकता है और उसपर फैसला ले सकता है।
एक्सपर्ट का कहना है कि होम बायर्स जिस किसी भी प्रोजेक्ट में घर बुक करने की योजना बना रहे हैं, उसमें ही रीसेल में प्रॉपर्टी ढूंढें। कोरोना के बाद से रियल एस्टेट में भर-भर के निवेशकों ने पैसा लगाया है।
बाजार पूंजीकरण (मार्किट कैप) के हिसाब से डीएलएफ, गोदरेज प्रॉपर्टीज, प्रेस्टीज एस्टेट्स, फीनिक्स मिल्स, ओबेरॉय रियल्टी, ब्रिगेड इंटरप्राइजेज और अनंत राज अग्रणी रियल एस्टेट कंपनियों में शामिल हैं।
Real Estate News : कोलकाता में बिक्री 5,320 इकाइयों से 25 प्रतिशत घटकर 3,980 इकाई रह गई। चेन्नई में जुलाई-सितंबर में बिक्री नौ प्रतिशत घटकर 4,510 इकाई रह गई। जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में यह 4,945 इकाई थी।
Real Estate Stocks : पिछले कुछ समय से रियल एस्टेट शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। इसके पीछे वजह प्रॉपर्टी मार्केट में सुस्ती के संकेत हैं। कुछ महीनों से घरों की बिक्री में गिरावट देखने को मिल रही है।
परेशान घर खरीदारों की ओर से पेश वकील एम एल लाहोटी ने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ को बताया कि एनबीसीसी करीब 51,000 आवासीय इकाइयों वाली इन रुकी परियोजनाओं को पूरा करने का प्रस्ताव लेकर आई है।
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