कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 7,270 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग दर्ज की थी। सिग्नेचर ग्लोबल की गुरुग्राम बाजार में अच्छी उपस्थिति है।
महंगाई को देखते हुए भविष्य में बच्चों के भविष्य के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत होगी। ऐसे में अगर शुरुआत से ही सही स्ट्रैटेजी के साथ निवेश की शुरुआत कर दी जाए तो आगे राह आसान हो जाएगा। मार्केट में बच्चों के हिसाब से निवेश के कई ऑप्शन मौजूद हैं।
रियल एस्टेट मार्केट में दो तरह की प्रॉपर्टी उपलब्ध होती हैं- अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी-टू-मूव। खरीदार अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी खरीदते हैं।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी की बिक्री बुकिंग 84 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 22,527 करोड़ रुपये हो गई, जो रियल्टी फर्मों में सबसे अधिक है। इसने चालू वित्त वर्ष के लिए 27,500 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग का लक्ष्य रखा है।
डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद है।
हाउस ऑफ हीरानंदानी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सुरेंद्र हीरानंदानी ने कहा कि मुंबई का बुनियादी ढांचा विकास और विश्वस्तरीय स्थलों की बढ़ती मांग एमएमआर क्षेत्र में हमारे लिए एक जबर्दस्त अवसर पेश करता है।
रियल एस्टेट के जानकारों का कहना है कि बुकिंग के समय ही लीगल डक्यूमेंट्स होने से बिल्डर की मनमर्जी नहीं चलेगी। वह अपनी मर्जी से किसी बायर्स का फ्लैट कैंसल नहीं कर पाएंगे।
मैक्रोटेक डेवलपर्स ने अपने ताजा इंवेस्टर्स प्रेजेंटेशन में कहा कि उसने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि के दौरान 36 लाख वर्ग फुट एरिया के प्रोजेक्ट्स पेश किए हैं, जिनकी अनुमानित सेल्स बुकिंग कैपेसिटी 6,130 करोड़ रुपये है।
त्योहारी सीजन में अधिकांश डेवलपर्स होम बायर्स को तगड़ा डिस्काउंट और आकर्षक स्कीम ऑफर कर रहे हैं। राकेश यादव कहते हैं कि यह घर खरीदने वालों और निवेशकों के लिए एकदम सही समय है, क्योंकि हाल ही में रियल एस्टेट बाजार, विशेष रूप से लक्जरी और प्रीमियम आवास में रुचि बढ़ी है।
कीमतों में सालाना आधार पर सबसे अधिक 57 प्रतिशत की बढ़ोतरी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के आवासीय बाजार में देखी गई। इसमें कहा गया है कि बढ़ती निर्माण लागत के कारण आवासीय इकाइयों के मूल बिक्री कीमत में एडजस्टमेंट जरूरी हो गया है।
डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक 10 में से 8 फ्लैट का कारपेट एरिया 1049 वर्ग फीट है जबकि बाकी के 2 अपार्टमेंट का कारपेट एरिया 912 वर्ग फीट है। बाप-बेटे की जोड़ी ने 10 फ्लैट के लिए 1.50 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी और 3 लाख रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस की पेमेंट की है।
इस प्रोजेक्ट को नोएडा अथॉरिटी द्वारा पूरा किया जाएगा, जिसके लिए गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले के आसपास स्थित गांवों में बड़े लेवल पर जमीन खरीदी जाएगी।
करीब 75 एकड़ में फैले इस प्रोजेक्ट में 30 से भी ज्यादा वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाले फ्लैट, एक 5 स्टार डीलक्स जेडब्ल्यू मैरियट होटल ठाणे गार्डन सिटी और एक ओबेरॉय इंटरनेशनल स्कूल शामिल होंगे।
मार्च में, प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने टाउनशिप विकसित करने के लिए सिद्धार्थ विहार, इंदिरापुरम एक्सटेंशन, गाजियाबाद में 62.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था।
45-90 लाख रुपये का बजट रेंज 35 प्रतिशत से अधिक संभावित घर खरीदारों के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प बना हुआ है। वर्तमान में, सर्वेक्षण के 28% से अधिक उत्तरदाताओं ने 90 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों को अपनी प्राथमिकता बताई है।
त्योहारी सीजन में घर खरीदने से पहले पूरी तरह से रिसर्च करें और जल्दबाजी में फैसला न लें। आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से प्रॉपर्टी के बारे में रिसर्च करें।
रियल एस्टेट के बड़े मार्केट नोएडा और ग्रेटर नोएडा में नवरात्रि के दौरान रजिस्ट्री का आंकड़ा पिछले नवरात्र के मुकाबले तीन गुना पहुंच गया है। इससे न सिर्फ अथॉरिटी को करोड़ों रुपये का रेवेन्यू मिल रहा है बल्कि रियल एस्टेट कारोबारी भी बेहद खुश हैं।
अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने कहा कि आरबीआई द्वारा प्रमुख नीतिगत दरों को बनाए रखने का निर्णय वर्तमान व्यापक आर्थिक स्थितियों और भविष्य के दृष्टिकोण का आकलन दर्शाता है।
प्रॉपटाइगर का कहना है कि बिक्री और नए ऑफर दोनों में सालाना आधार पर गिरावट बढ़ती कीमतों के प्रति बाजार की प्रतिक्रिया को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि हम बाजार गतिविधि में एक स्वस्थ मंदी देख रहे हैं, जो एंड यूजर के लिए फायदेमंद है क्योंकि यह स्थायी ग्रोथ लाता है।
गोदरेज प्रॉपर्टीज वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान बिक्री बुकिंग के मामले में सबसे बड़ी सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनी बन गई। पिछले वित्त वर्ष में गोदरेज प्रॉपर्टीज की बिक्री बुकिंग 84 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 22,527 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 12,232 करोड़ रुपये थी।
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