कर्ज के बोझ तले दबी रिलायंस कम्युनिकेशंस का 21.5 करोड़ रुपए का बकाया चुकाया जाना अभी बाकी है।
कंपनी 118 करोड़ रुपए पहले ही शीर्ष अदालत के पास जमा कर चुकी है।
अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) ने एरिक्सन का 550 करोड़ रुपए बकाया चुकाने के लिए और 60 दिन का समय मांगा है।
अरबपति अनिल अंबानी ने मंगलवार को घोषणा की है कि नकदी संकट से जूझ रही रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) अपने दूरसंचार कारोबार से पूरी तरह बाहर निकल जाएगी
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन लिमिटेड (RCom) ने रिलायंस जियो (Reliance Jio) अपने फाइबर कारोबार से जुड़ी पूरी संपत्ती को बेचने की घोषणा की है
कर्ज के बोझ तले दबी दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (Rcom) को उम्मीद है कि वह 25,000 करोड़ रुपए तक की परिसंपत्तियों की बिक्री इस माह के अंत तक संपन्न कर लेगी।
दूरसंचार कंपनी रिलांयस कम्युनिकेशंस का घाटा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कम होकर 342 करोड़ रुपए रह गया। कंपनी ने आज इसकी जानकारी दी।
रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने दूरसंचार विभाग पर स्पेक्ट्रम शुल्क को लेकर उसके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
कर्ज में डूबी अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) में कर्मचारियों की संख्या करीब 94 प्रतिशत घटकर 3,400 रह गयी है। एक समय कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 52,000 थी। RCom ने शेयर बाजार में बुधवार को जानकारी में कहा है कि समूह में कर्मचारियों की कुल संख्या उच्चतम स्तर 52,000 से घटकर 3,400 पर आ गयी है। कर्मचारियों की कुल संख्या में 94 प्रतिशत की कमी आयी है।ऐसा माना जाता है कि कंपनी 2008-10 के दौरान शिखर पर थी
रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) ने बुधवार को कहा कि कंपनी अब दूरसंचार क्षेत्र की तीव्र प्रतिस्पर्धा और टैरिफ के दवाब से अप्रभावित है, क्योंकि इस साल जनवरी में ही बिजनेस-टू-कंज्यूमर (B2C) खंड से निकल चुकी है।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन (RCom) के हक में नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) के फैसले से पहले ही बाजार भांप गया था कि फैसला कंपनी के हक में होगा, शायद यही वजह है कि पिछले 15 दिन से रिलायंस कम्युनिकेशन के शेयर में एकतरफा तेजी आ रही है और शेयर का भाव लगभग दोगुना हो गया है
रिलायंस इन्फ्राटेल का अपने अल्पांश शेयरधारक एचएसबीसी डेजी इंवेस्टमेंट्स (मॉरीशस) के साथ समझौता हो गया है। इससे कंपनी के दूरसंचार टावर कारोबार की बिक्री का रास्ता साफ हो गया है।
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) दिवाला प्रक्रिया शुरू किये जाने के खिलाफ दायर रिलायंस कम्युनिकेशंस (Rcom) की याचिका पर कल सुनवाई करेगा। रिलायंस कम्युनिकेशंस ने यह याचिका राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) के फैसले के खिलाफ दायर की है।
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) के शेयर में आज 57 प्रतिशत का जोरदार उछाल आया। एरिक्सन के साथ निपटान के लिए बातचीत की खबरों के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी आई।
रिलायंस कम्यूनिकेशंस (आरकॉम) और उसकी दो अनुषंगी कंपनियों के खिलाफ एरिक्सन की दिवालिया कंपनी कानून के तहत दायर याचिका राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में स्वीकार्य किए जाने के एक दिन बाद आरकॉम का शेयर 20.5 प्रतिशत टूट गया।
उच्चतम न्यायालय ने कहा कि उसके अंतिम निर्णय के बाद ही बिक्री के संबंध में कोई निर्णय लिया जा सकता है। इसका सीधा मतलब है कि RCOM अपनी संपत्तियां बिना सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी के रिलायंस जियो को नहीं बेच सकती है।
कर्ज से दबी दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) को अपनी कुछ परिसंपत्तियां रिलायंस जियो इंफोकॉम को बेचने की अनुमति मिल गई है। उसे यह अनुमति उसके बॉन्ड धारकों से मिली है।
एक आर्बिट्रेशन कोर्ट (मध्यस्थ पंचाट) ने एक अंतरिम आदेश में रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) को अपनी संपत्तियों की बिक्री, स्थानांतरण पर रोक लगा दी है।
रिलायंस कम्यूनिकेशंस ने मोबाइल ग्राहकों का बकाया पैसा लौटाने के दूरसंचार नियामक के निर्देश का विरोध किया है। ट्राई ने कंपनी की ‘वॉयस’ सेवा बंद होने के मद्देनजर यह निर्देश दिया है।
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