RBI गवर्नर की ओर से यूपीआई के जरिए कैश डिपॉजिट मशीन में पैसा जमा करने की सुविधा को शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
RBI MPC Repo Rate: आरबीआई की ओर से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। यह सातवीं बार है जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
होम लोन लेना आसान होता है लेकिन चुकान मुश्किल क्योंकि यह लंबी अवधि का लोन होता है। इस पर ब्याज और ईएमआई का बोझ काफी अधिक होता है। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर आसानी से होम लोन को समय से पहले चुकाया जा सकता है।
रेपो रेट पर निर्णय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। तीन दिन तक चले इस बैठक के बाद आज केंद्रीय बैंक रेपो रेट पर अपना फैसला सुनाएगी।
RBI Warning: रिजर्व बैंक ने देश के करोड़ों यूजर्स को साइबर अपराध से बचने के लिए चेतावनी जारी की है। केन्द्रीय बैंक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो संदेश के जरिए साइबर अपराध को लेकर आगाह किया है।
RBI MPC Today: ब्याज दरों की समीक्षा के लिए मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 3 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसके फैसलों का ऐलान 5 अप्रैल को होगा।
आरबीआई ने बताया कि 97.69 फीसदी दो हजार के नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं। वहीं, ₹8202 करोड़ के नोट अभी भी लोगों के पास हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को वृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी और साथ ही भरोसे और स्थिरता पर भी ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यह बात कही।
भारतीय रिजर्व बैंक के 90वें स्थापना वर्ष पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मुंबई में सभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में शासनकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह बस ट्रेलर था। अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
भारतीय रिजर्व बैंक की 90वां स्थापना दिवस के मौके पर पीएम ने कहा कि जब मैं आरबीआई की 80वें स्थापना दिवस पर आया था तब बैंकिंग सेक्टर की हालत काफी खराब थी। एनपीए की स्थिति काफी खराब थी। हमने वहां से शुरुआत की। आज आरबीआई को दुनिया में एक मजबूत सिस्टम माना जा रहा है।
RBI: आरबीआई की स्थापना एक शेयरहोल्डर बैंक के रूप में हुई थी। आजादी के बाद भारत सरकार द्वारा 1949 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।
RBI MPC: देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2023-24 की दिसंबर तिमाही में 8.4 प्रतिशत रही। इक्रा का मानना है कि नीतिगत स्तर पर रुख में अगस्त 2024 से पहले बदलाव होने की संभावना नहीं है। उस समय तक मानसून को लेकर स्थिति साफ होगी। साथ ही आर्थिक वृद्धि तथा अमेरिकी केंद्रीय बैंक का नीतिगत दर को लेकर रुख भी साफ हो जाएगा।
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि से आरबीआई को रुपये के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए अधिक गुंजाइश मिलती है। विदेशी मुद्रा भंडार पर अच्छी खबर फरवरी में निर्यात के 11 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने और व्यापार घाटे में गिरावट के कारण भी आई है।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल देबब्रत पात्रा का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की गति आने वाले वर्षों मेंं और तेज हो सकती है और 2032 तक भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है।
आरबीआई की ओर से अगले वित्त वर्ष के लिए विदेशों से सोना और चांदी आयात करने वाले अधिकृत बैंकों की सूची जारी की गई है। ये बैंक 31 मार्च 2025 तक सोना आयात कर पाएंगे।
Bank Holiday on 29 March: गुड फ्राइडे के अवसर पर देश के ज्यादातर बड़े राज्यों में सरकारी और निजी बैंक बंद रहेंगे। पूरी खबर नीचे विस्तार से पढ़ें...
रिजर्व बैंक ने कहा था कि 31 मार्च, 2023 तक आईआईएफएल की वित्तीय स्थिति के संदर्भ में कंपनी का निरीक्षण किया गया था। एक दिन बाद, रिजर्व बैंक ने जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड पर अंकुश लगा दिया था। हेरफेरी में शामिल होने का मामला
इसके अलावा, निदेशक मंडल ने आरबीआई की गतिविधियों पर भी चर्चा की। इनमें चालू लेखा वर्ष 2023-24 के दौरान डिजिटल भुगतान, उपभोक्ता शिक्षा और जागरूकता में हुई प्रगति शामिल है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ा उछाल आया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से जानकारी दी गई जानकारी के मुताबिक, देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 642.492 अरब डॉलर हो गया।
आरबीआई की ओर से दिए गए निर्देश के मुताबिक सभी एजेंसी बैंक 31 मार्च (रविवार) को खुले रहेंगे और इस दिन सभी शाखाओं में कामकाज सामान्य रहेगा।
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