सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति दर का आंकड़ा जारी कर दिया है, जो पिछले 9 महीने के न्यूनतम स्तर पर है। मार्च में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर 4.85 प्रतिशत रही है, जो पिछले साल जून के 4.81 प्रतिशत के बाद सबसे कम है।
कमजोर ग्लोबल डिमांड की चुनौतियों के बीच मजबूत बुनियाद के साथ घरेलू आर्थिक गतिविधियां 2023-24 की पहली छमाही में मजबूत रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में पूंजीगत व्यय 37.5 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया गया था।
Shirpur Merchants' Co-operative Bank : आरबीआई ने शिरपुर मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक पर कुछ अंकुश लगाए हैं। बैंक की बिगड़ती वित्तिय स्थिति को देखते हुए ये प्रतिबंध लगाए गए हैं।
आरबीआई यूपीआई के जरिये कैश जमा करने के प्रॉसेस को लेकर जल्द ही दिशा निर्देश जारी करेगा। इसके चालू होने से देश के करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर जुर्माना आरबीआई द्वारा जारी ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी - हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (रिजर्व बैंक) गाइडलाइंस, 2021’ के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए लगाया गया है।
सितंबर, 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 अरब डॉलर के उच्चस्तर पर पहुंच गया था। डॉलर के संदर्भ में विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
22 मार्च को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में सोने का मूल्य 51.48 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक था। यह मार्च, 2023 के आखिर के मूल्य से 6.28 अरब अमेरिकी डॉलर ज्यादा है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रामीण मांग की मजबूती, महांगाई का कम दबाव और सर्विस एवं मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में तेज उछाल के चलते अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में मजबूत रहेगी।
आरबीआई गवर्नर द्वारा मौद्रिक नीति समीक्षा के बैठक के फैसलों का ऐलान करते हुए कहा कि सरकार प्रतिभूतियों में रिटेल निवेशकों के लिए निवेश करना सुगम हो, इसलिए आरबीआई जल्द एक ऐप लाने जा रहा है।
RBI ने चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई के अनुमान 4.5 प्रतिशत पर रखा है। यह पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के 5.4 प्रतिशत के अनुमान से कम है। यानी इस वित्त वर्ष में महंगाई में कमी आएगी। यह महंगाई के मोर्चे पर राहत की खबर है।
RBI गवर्नर की ओर से यूपीआई के जरिए कैश डिपॉजिट मशीन में पैसा जमा करने की सुविधा को शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
RBI MPC Repo Rate: आरबीआई की ओर से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है। यह सातवीं बार है जब रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
होम लोन लेना आसान होता है लेकिन चुकान मुश्किल क्योंकि यह लंबी अवधि का लोन होता है। इस पर ब्याज और ईएमआई का बोझ काफी अधिक होता है। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर आसानी से होम लोन को समय से पहले चुकाया जा सकता है।
रेपो रेट पर निर्णय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। तीन दिन तक चले इस बैठक के बाद आज केंद्रीय बैंक रेपो रेट पर अपना फैसला सुनाएगी।
RBI Warning: रिजर्व बैंक ने देश के करोड़ों यूजर्स को साइबर अपराध से बचने के लिए चेतावनी जारी की है। केन्द्रीय बैंक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो संदेश के जरिए साइबर अपराध को लेकर आगाह किया है।
RBI MPC Today: ब्याज दरों की समीक्षा के लिए मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक 3 अप्रैल से शुरू हो रही है। इसके फैसलों का ऐलान 5 अप्रैल को होगा।
आरबीआई ने बताया कि 97.69 फीसदी दो हजार के नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं। वहीं, ₹8202 करोड़ के नोट अभी भी लोगों के पास हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को वृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी और साथ ही भरोसे और स्थिरता पर भी ध्यान देना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यह बात कही।
भारतीय रिजर्व बैंक के 90वें स्थापना वर्ष पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मुंबई में सभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में शासनकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह बस ट्रेलर था। अभी बहुत कुछ करना बाकी है।
भारतीय रिजर्व बैंक की 90वां स्थापना दिवस के मौके पर पीएम ने कहा कि जब मैं आरबीआई की 80वें स्थापना दिवस पर आया था तब बैंकिंग सेक्टर की हालत काफी खराब थी। एनपीए की स्थिति काफी खराब थी। हमने वहां से शुरुआत की। आज आरबीआई को दुनिया में एक मजबूत सिस्टम माना जा रहा है।
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