दरअसल जब अश्विन गेंदबाजी के लिए अपने रनअप पर थे उस दौरान उनके हाथ से गेंद छूटने से पहले ही फिंच ने अपना क्रिज छोड़ दिया। अश्विन की फिंच पर पैनी निगाह बनी हुई थी लेकिन उन्होंने खेल भावना को दर्शाते हुए उन्हें मांकड़ आउट नहीं किया।
अय्यर ने कहा “अश्विन का ओवर एक अहम था, और इसने हमारे पक्ष में खेल को बदल दिया, लेकिन यही टी-20 क्रिकेट है। अश्विन का कहना है कि वह अगले गेम के लिए तैयार होंगे, लेकिन अंत में फिजियो फैसला करने वाले हैं।"
अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन दिल्ली कैपिटल्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग के 2020 संस्करण में अपनी फिरकी गेंदबाजी का जलवा दिखाने के लिए तैयार है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण आईपीएल के आगामी टूर्नामेंट का आयोजन यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच यूएई में तीन स्थलों पर किया जाएगा।
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ का कहना है कि अगर नॉन-स्ट्राइकर एंड का कोई बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद छोड़ने से पहले क्रीज से बाहर निकलता है, तो वह खेल की भावना का पालन नहीं कर रहा है और उसे रन आउट होने पर सहानुभूति नहीं बटोरनी चाहिए।
अश्विन इस साल दिल्ली कैपिटल्स की ओर से मैदान पर उतरेंगे। पिछले सीजन में वह किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान थे और उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ एक मुकाबले में जोस बटलर को माकंड किया था।
रविचंद्रन अश्विन ने डेविड वॉर्नर को अपने ट्वीट में टैग करते हुए लिखा 'अप्पो अनवर?' यह सुपरस्टार अभिनेता रजनीकांत की 1995 की तमिल फिल्म 'बाशा' का डायलोग है।
आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) के साथ अश्विन को 2008 में अनुबंध मिला था और अश्विन ने कहा कि सीएसके के साथ बिताए समय ने उनके करियर को दिशा दी।
चैपल का मानना है कि भारतीय चयनकर्ताओं को स्पिन विभाग में अश्विन, जडेजा और कुलदीप यादव में से किसी एक का चयन करने के लिये काफी माथापच्ची करनी होगी।
कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में लॉकडाउन को लगे 2 महीने से भी ज्यादा का समय बीत चुका है जिसकी वजह से आम आदमी के साथ-साथ भारतीय क्रिकेटर भी बोरियत महसूस कर रहे हैं।
भारत के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन की गिनती मौजूदा समय में टेस्ट के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में होती है लेकिन दोनों ही गेंदबाज लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में उतने कामयाब नहीं हो पाये जिसकी उम्मीद थी।
कोरोना वायरस महामारी ने लगभग पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है जिससे आम लोगों के साथ-साथ खिलाड़ियों का काम भी पूरी तरह से रुक गया है। इस कोरोना सकंट की घड़ी में क्रिकेटर भी अपने घरों में कैद है और जल्द से जल्द खेलों की वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
अश्विन ने आईपीएल 2010 को याद किया जब दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें सीएसके की टीम से बाहर कर दिया गया। यह उनके लिये कड़ा सबक था ।
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में सभी क्रिकेटर्स अपने घरों में कैद है और सोशल मीडिया के जरिए फैंस से अपने विचार साझा कर रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान ठप्प पड़े खेल आयोजनों के बीच ऑनलाइन के माध्यम से लोगों से जुड़ना एक अच्छी पहल साबित हो सकता है।
भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इटली में कोरोनावायरस से ठीक हुए 101 साल के बुजुर्ग की कहानी को इंसानी नस्ल के लिए बड़ी उम्मीद बताया है।
इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर को उम्मीद है कि कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुए आईपीएल का पूरा नहीं तो कम से कम छोटा आयोजन जरूर होना चाहिए।
भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने कहा कि कोविड-19 के कारण देश में पूर्व बंद होना संभवत: प्रकृति का यह याद दिलाने का तरीका है कि कई बार खिलाड़ी खेल को बहुत गंभीरता से ले लेते हैं जबकि जिंदगी में उससे भी कई महत्वपूर्ण चीजें हैं।
भारतीय ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने कोरोना वायरस से देश में जाकरूकता फैलाने के लिए अपने ट्विट अकाउंट का नाम 'लेट्स स्टे इनडोर इंडिया' रखा है।
अश्विन का कहना है कि तमिलनाडु के लोग इस चीज को मान नहीं रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि गर्मी कोरोनावायरस के प्रभाव को अपने आप कम कर देगी।
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