टेस्ट क्रिकेट में कपिल देव और जहीर खान के बाद ईशांत तीसरे तेज गेंदबाज हैं जिन्होंने भारत के लिए 300 विकेट लेने की उपलब्धि हासिल की है।
अश्विन के पहले ओवर के सामने ओपनर बल्लेबाज बर्न्स थे और वह पहली ही गेंद पर चकमा खा गए।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक नो बॉल डालने का रिकॉर्ड श्रीलंकाई टीम के गेंदबाजों के नाम है, जिन्होंने 2014 में चटगांव में दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश की पारी के दौरान सर्वाधिक 21 गेंद नो बॉल डाले थे।
श्रीलंका दौरे पर लेफ्ट आर्म स्पिनर लसिथ एम्बुलेंदिया के खिलाफ इंग्लैंड की को खेलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस गेंदबाज ने गॉल में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के कुल 10 बल्लेबाजों को आउट किया था।
अश्विन और पंत के अलावा भारत के मोहम्मद सिराज और टी नटराजन भी पुरस्कार की दौड़ में हैं। इन सभी ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
भारत ने पांच फरवरी से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में शुरू होने वाले पहले दो टेस्ट के लिए वाशिंगटन सुंदर ( एक टेस्ट), लेफट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (कोई टेस्ट नहीं) और कुलदीप (छह टेस्ट) के साथ अनुभवी आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को चुना है।
भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के साथ वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, रविचंद्रन अश्विन और वसीम जाफर जैसे खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर इस खास दिन को याद कर देशवासियों को बधाई दी।
अश्विन ने एक अखबर की कतरन (कटिंग) को साझा किया जिसमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तानों रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क के साथ पूर्व दिग्गज मार्क वॉ, बैंड हैडिन और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान का बयान था।
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में मुरलीधरन एकलौते ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने 800 विकेट लेने का कारनामा किया है। वहीं टेस्ट क्रिकेट में अश्विन के विकटों की बात करें तो अब तक उन्होंने 377 विकेट लिए हैं।
अश्विन ने कहा कि लॉयन का सामना करना आसान था क्योंकि तेज गेंदबाजों को खेलते समय उनकी पीठ में दर्द था। उन्होंने यह भी बताया कि शरीर में दर्द होने के बाद भी वह शॉट्स लेने क्यों गए।
अश्विन ने 128 गेंदों पर 39 रनों की पारी खेली और इस दौरान उनकी पीठ में भी दर्द हो रहा था। विहारी ने कहा कि अगर चेतेश्वर पुजारा आखिरी तक होते तो भारत मैच जीत सकता था।
टिम पेन ने सिडनी टेस्ट के आखिरी दिन दर्द के बावजूद खेल रहे रविचंद्रन अश्विन पर छींटाकशी की थी और चिल्लाये भी थे। उन्होंने मैच में तीन कैच भी छोड़े।
भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में ऐसा कुछ देखने को मिला,जिसके कारण अब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को अपने बर्ताव के लिए आलोचना झेलनी पड़ रही है।
अश्विन ने 128 गेंदों पर नाबाद 29 रन बनाए। लेकिन उन्होंने हनुमा विहारी के साथ मिलकर करीब 40 ओवर से ज्यादा बल्लेबाजी की और मैच ड्रॉ कराया।
भारतीय बल्लेबाजों के आउट नहीं होने से विकेट के पीछे खड़े कप्तान टिम ने कई बार अश्विन का ध्यान भटकाने की कोशिश।
अश्विन ने जैसे ही तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में स्मिथ को चलता किया। उनके नाम एक ख़ास कीर्तिमान जुड़ गया।
अश्विन टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बाएं हाथ के बल्लेबाज को सबसे अधिक बार आउट करने के मामले में पहले स्थान पर आ गए हैं। इस फॉर्मेट में यह 193वां मौका था जब अश्विन ने बाएं हाथ के बल्लेबाज का विकेट हासिल किया।
भारत के लिए पिछली बार इस तरह का वाक्या 2008-09 सीजन मे हुआ था जब मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरी पारी में वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण और युवराज सिंह रन आउट हुए थे।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने गुरूवार को कहा कि वह रविचंद्रन अश्विन को दबाव में लाने की कोशिश कर रहे थे।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चार मैचों की मौजूदा सीरीज के शुरुआती दो मैचों में भारतीय स्पिनरों के सामने संघर्ष करते हुए नजर आए। खासकर रविचंद्रन अश्विन के सामने जिन्होंने दो मैचों में अभी तक 10 विकेट लिए हैं और इन विकेटों में सबसे अहम दो बार स्टीव स्मिथ का विकेट रहा है।
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