राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ अपने 100वें वर्ष में प्रेश कर चुका है। इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने खास संदेश दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर बयान जारी करते हुए संघ को 100वें वर्ष में प्रवेश होने को लेकर बधाई दी और कहा कि मोहन भागवत का बयान सभी को सुनना चाहिए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि कुछ तत्व भारत का विकास नहीं चाहते लेकिन इनसे डरने की कोई जरूरत नहीं है। आइए जानते हैं कि मोहन भागवत ने किसपर निशाना साधा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने अमेरिका, बांग्लादेश समेत कई मुद्दों पर बड़े बयान दिए हैं। मोहन भागवत ने कहा है कि बुरी ताकतें दुनिया भर में मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि जातीय जनगणना की बात मोहन भागवत ने कही है। हम उनका समर्थन करते हैं। NDA गठबंधन में जातीय जनगणना होगी।
केरल में आयोजित तीन दिवसीय समन्वय बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब संघ बीजेपी से जुड़े जेपी नड्डा के बयान का जिक्र किया गया तो सुनील आंबेकर ने कहा कि यह परिवार का मामला है, हमने सुलझा लिया है।
केंद्र सरकार ने आदेश जारी किया है कि सरकारी कर्मचारी RSS की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि इससे पहले RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर कर्मचारियों को कड़ी सजा देने तक का प्रावधान था।
कोटा के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शहर सेवा प्रमुख सत्यनारायण खटाणा की हत्या मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान फैजान और जीशान के रूप में हुई है।
नागपुर में कल से RSS का तृतीय शिक्षा वर्ग शुरू होगा। आरएसएस ने इस साल से अपने आंतरिक प्रशिक्षण प्रणाली में बदलाव किया है, अब व्यवहारिक प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वयंसेवकों को फील्ड ट्रेनिंग भी देगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि भारत की 140 करोड़ आबादी के लोग हिंदू ही हैं। क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे, हमारी संस्कृति एक हैं, हमारी भारत माता एक है। संघ के प्रति उनके मन में भय पैदा किया जाता था, लेकिन अब वो संघ के नजदीक आ रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल होंगे। हर तीन वर्ष के बाद RSS में सरकार्यवाह चुनाव होता है और चुनावी वर्ष की सभा नागपुर में की जाती है।
आरएसएस की प्रतिनिध सभा को लेकर पदाधिकारियों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है। संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की वार्षिक बैठक 15 मार्च से 17 मार्च के बीच नागपुर स्थित हेडगेवार स्मृति भवन में आयोजित की जाती है।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने भाषण में कहा कि आज दुनिया भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही है।
सरकार्यवाह के चुनाव की पूरी प्रक्रिया हर 3 साल के बाद नागपुर में होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में होती है।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय को लेकर पुलिस ने अहम सूचना जारी की है। पुलिस ने कहा है कि संघ के मुख्यालय परिसर की तस्वीर निकालने, वीडियो बनाने या परिसर में ड्रोन उड़ाने पर लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हर साल की तरह इस साल भी RSS की भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित की जाएगी। इसके लिए गुजराते के भुज को चुना गया है। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की महत्वपूर्ण बैठक गुजरात के भुज में होने वाली है। यह बैठक 5 से 7 नवंबर के बीच चलेगी, जिसके लिए संघ के पदाधिकारी भुज पहुंचने लगे हैं। बता दें कि इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की आगामी अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक गुजरात के भुज में होने जा रही है। इस बैठक में राम जन्मभूमि प्राण-प्रतिष्ठान समेत कई अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसमें विजयदशमी पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर भी चर्चा होगी।
मोहन भागवत अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू पहुंचे हैं। यहां उन्होंने नवरात्री के पहले दिन बावे वाली माता का दर्शन किया। इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन और इजरायल के मुद्दे पर कहा कि जब-जब लगता है कि कलह खत्म हो गया, तो तुरंत फिर शुरू हो जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक मोहन भागवत ने कहा कि ऋषि-मुनियों ने भारत को दुनिया के भले के लिए बनाया था। उन्होंने ऐसा समाज बनाया जो अपनी शिक्षा इस देश के आखिरी इंसान तक पहुंचा सके।
एसटी हसन ने कहा कि पूरी दुनिया में रहने वालों का DNA एक है। हमारे देश की विशेषता है अनेकता में एकता। यहां सब गंगा जमुना तहजीब से रहते हैं। डीएनए सबका एक है। उन्होंने दावा किया कि शूद्रों, दलितों और द्रविड़ों को छोड़कर भारत में हर कोई विदेशी है।
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