बंगाल और सौराष्ट्र के बीच यहां सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में जारी रणजी ट्रॉफी फाइनल में पांचवें और अंतिम दिन शुक्रवार को खेल दर्शकों के बिना ही खाली स्टेडियम में खेला जाएगा।
बंगाल ने अपने कल के स्कोर तीन विकेट पर 134 रन से आगे खेलना शुरू किया। सुदीप चटर्जी ने 47 और रिद्धिमान साहा ने अपनी पारी को चार रन से आगे बढ़ाया।
इस पिच पर पहले दिन से गेंद काफी नीचे रह रही है और ऐसे में बंगाल के सामने सौराष्ट्र के पहली पारी के 425 रन के स्कोर को पार करना बड़ी चुनौती है।
‘बॉल ट्रेकिंग’ तकनीक डीआरएस का अहम हिस्सा है लेकिन रणजी फाइनल में बीसीसीआई इसका इस्तेमाल नहीं कर रहा। जिसके चलते अभिमन्यु ईश्वरन का आउट होना विवाद बन गया।
अरूण लाल ने पिच को लेकर दूसरे दिन भी अपना रवैया बरकरार रखते हुए कहा था कि यह निर्जीव पिच है जो क्रिकेट के लिए अच्छी नहीं हो सकती।
दोनों बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए छठे विकेट के लिए 142 रनों की साझेदारी करके सौराष्ट्र को मजबूती दी। इस दौरान अर्पित ने अपना शतक जबकि पूजारा ने अपना अर्धशतक पूरा किया।
भारत के लिये 16 टेस्ट और 13 वनडे खेलने वाले लाल ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘‘बहुत खराब विकेट। बोर्ड को इन चीजों को देखना चाहिए।"
सौराष्ट्र ने इसके बाद 163 के स्कोर पर विश्वराज को, 182 के स्कोर पर शेल्डन जैक्सन (14) और 206 के स्कोर पर चेतन सकारिया (4) का विकेट खोया।
तबियत खराब होने की वजह से पुजारा मैच के पहले दिन अपने स्थायी नंबर तीन पर भी खेलने नहीं उतरे थे। ऐसे में दिन के अंत तक वो छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। जिसके चलते सभी को आश्चर्य भी हुआ।
साहा के लिए 13 साल के करियर में यह पहली बार है जब वह प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट का फाइनल खेलेंगे और आकाश दीप, मुकेश कुमार तथा इशान पोरेल जैसे युवा गेंदबाजों को उनके अनुभव से काफी फायदा होगा।
फाइनल में भारतीय टेस्ट खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा सौराष्ट्र की ओर से और रिरिद्धमान साहा बंगाल की ओर से खेलते दिखाई देंगे।
2015-16 में विदर्भ टीम से जुड़ने के बाद जाफर ने टीम को दो बार रणजी ट्रॉफी और दो बार ईरानी ट्रॉफी का खिताब दिलाने में अहम योगदान दिया।
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) ने शनिवार को बताया कि एससीए मैदान में खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले में भारत के लिए 77 टेस्ट खेलने वाले पुजारा टीम का हिस्सा होंगे।
42 वर्षीय जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट खेले और 34.11 की औसत के साथ 1,944 रन बनाए।
जयदवे उनादकट पिछले 21 साल के इतिहास में रणजी ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं।
सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में 304 रन का स्कोर बनाया और फिर गुजरात को उसकी पहली पारी में 252 रन पर ऑलआउट करके 52 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।
सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में गुजरात के सामने 327 रनों का लक्ष्य रखा है जिसके जवाब में गुजरात ने चौथे दिन मंगलवार का खेल खत्म होने तक सात रन बना लिए हैं लेकिन प्रियंक पांचाल के रूप में एक बड़ा विकेट भी खो दिया।
साहा बांग्लादेश के खिलाफ ईडन गार्डन में एतिहासिक दिन-रात्रि टेस्ट के दौरान दायें हाथ की अंगुली में लगी चोट से उबरे हैं। इस विकेटकीपर बल्लेबाज को हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-2 की हार के दौरान भारत की अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली।
बंगाल के मुकेश ने 61 रन देकर छह विकेट चटकाए जिससे 352 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कर्नाटक की टीम दूसरी पारी में 55.3 ओवर में 177 रन पर ढेर हो गई।
अरुण लाल ने सोमवार को यहां संकेत दिये कि अगर उनकी टीम रणजी ट्राफी फाइनल में पहुंचती है तो टेस्ट विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को टीम में शामिल किया जाएगा।
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