हॉकी इंडिया महिला खिलाड़ियों के लिए हॉकी इंडिया लीग का आगाज करने जा रही है जिसमें रानी रामपाल सूरमा हॉकी क्लब टीम के मेंटर की भूमिका में नजर आएंगी।
वर्ल्ड कप के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए चुनी गई भारतीय महिला हॉकी टीम में तीन बदलाव किए गए हैं जिसकी कमान सविता पूनिया के हाथों में होगी।
टीम में मिडफील्डर महिमा चौधरी और स्ट्राइकर ऐश्वर्या राजेश चव्हाण के रूप में दो नए चेहरे भी शामिल हैं, जो शुक्रवार और शनिवार को भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में होने वाले दो मैचों से सीनियर टीम में डेब्यू करेंगे।
कप्तान रानी रामपाल ने कहा, "हम 2016 में रियो ओलंपिक में 12 वें स्थान पर थे और इस बार टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे। इसलिए, यह महिला हॉकी के लिए एक बड़ी छलांग है।"
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि उनकी टीम के लिए अगला साल काफी अहम रहने वाला है। वहीं साथ ही उन्होंने कहा कि ओलंपिक की परफॉर्मेंस उन्हें आगे के टूर्नामेंट में काफी मदद करेगी।
रानी रामपाल की कप्तानी वाली भारतीय महिला हॉकी टीम अपने शुरुआती 3 मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर खड़ी थी कि तभी टीम ने अपना गियर बदला और आखिरी के दोनों ग्रुप मैचों में जीत हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रचते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि अर्जेंटीना से हार कर उन्हें ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका। ये मौका भी तब हाथ से निकल गया जब भारत ने 3-4 से ग्रेट ब्रिटेन से मात खाई। हालांकि ये हार किसी जीत से कम नहीं है और ये बात कप्तान रानी रामपाल के पिता भी मानते हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों को फोन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करते हुए रोना आ गया था।
भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही टोक्यो ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन से हारकर ब्रान्ज मेडल जीतने से चूक गई हो लेकिन टीम चौथे स्थान पर रहुते हुए इतिहास रच दिया।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में 6 अगस्त को भारतीय महिला हॉकी टीम को ब्रान्ज मेडल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
इसमें कोई शक नहीं कि 3 बार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारी महिला हॉकी टीम सोमवार को चैंपियन की तरह खेली।
रानी के अलावा डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का और गोलकीपर सविता पुनिया को टीम का उपकप्तान बनाया गया है।
इन सातों खिलाड़ियों को 10 दिनों के ब्रेक के बाद बेंगलुरु में राष्ट्रीय शिविर में भारतीय महिला हॉकी कोर ग्रुप की वापसी के बाद 24 अप्रैल को जांच में पॉजिटिव पाया गया था।
रानी ने दुनिया की तीसरे नंबर की टीम जर्मनी के खिलाफ पहले मैच से पूर्व कहा कि अर्जेंटीना दौरे से आत्मविश्वास बढा लेकिन जर्मनी का दौरा तोक्यो ओलंपिक की तैयारियों को मजबूती देगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने पेनल्टी कार्नर पर कई मौके गंवाने के बाद कप्तान रानी रामपाल के चौथे क्वार्टर के अंतिम क्षणों में किये गये गोल की मदद से आखिर में अर्जेंटीना की जूनियर टीम के खिलाफ मैच 1-1 से ड्रॉ खेला।
भारतीय टीम 17 जनवरी से मेजबान अर्जेटीना के खिलाफ आठ मैच खेलेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम का करीब एक साल बाद उसका पहला अंतर्राष्ट्रीय दौरा होगा।
कप्तान रानी रामपाल का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर में प्रतियोगिताओं के रूकने के लगभग एक साल बाद अर्जेंटीना दौरे से खेल के ‘स्तर के बारे में पता चलेगा’
हॉकी इंडिया और अर्जेंटीना हॉकी संघ ने दोनों टीमों के लिए बायो बबल तैयार किया है। दोनों टीम के खिलाड़ी बायो बबल से बाहर नहीं निकलेंगे और किसी तीसरे पक्ष से नहीं मिलेंगे।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी का मानना है कि पुरूष हॉकी टीम के समान मौके मिलने और बेहतरीन जूनियर कार्यक्रम से महिला टीम के प्रदर्शन में सुधार आया है।
प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित की गई भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि उन्हें लगता है कि देश में महिला हॉकी को भी पुरुषों के समान महत्व मिल रहा है।
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