घायल बदमाश ने अपना नाम गुलामनबी बताया है। गुलामनबी हिस्ट्री शीटर है और उसके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज हैं। वह थाने का टॉप 10 अपराधी है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर में शाहबाद तहसील क्षेत्र के मित्तरपुर गांव स्थित तालाब में ग्रामीणों ने पक्के मकानों निर्माण कर लिया था। इस बाबत मित्तरपुर में तालाब की नपाई करने गए एसडीएम से एक ग्रामीण खुद बोला कि साहब मेरा मकान तालाब की ज़मीन पर है, तोड़ दीजिए।
रामपुर की मिलक विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कब्जा किया। भाजपा ने राजबाला को टिकट देकर चुनावी रण में उतारा। राजबाला ने भी पार्टी की उम्मीद पर खरा उतरते हुए सपा प्रत्याशी विजय सिंह को 16 हजार वोट से भी अधिक अंतर से पराजित किया।
Uttar Pradesh का Rampur SP नेता Azam Khan को लेकर अकसर विवादों में रहता है. आजम खान का हमेशा से ही विवादों से पुराना नाता है. समय-समय पर उनके ऊपर कई तरह के आरोप भी लगते हैं. कुछ मामलों में वह दोषी भी पाए गए. जिसके चलते फिलहाल वह जेल में बंद है. एक ऐसा ही विवाद आजम खान पर ई-रिक्शा को लेकर लगा था. दरअसल, आजम खान ने अपने क्षेत्र में लोगों के बीच ई-रिक्शा बटवाएं थे. लेकिन लोगों का आरोप है कि ई-रिक्शा देने के 4 दिन बाद ही उनसे वे छीन लिए गए. जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ था. Rampur Assembly Seat से आजम खान विधायक हैं. सपा ने 2022 के Assembly Elections के लिए भी उन्हें उम्मीदवार बनाया है. लेकिन इस बार आजम खान जेल में रहकर ही चुनाव लड़ेंगे. क्या है रामपुर के ई-रिक्शा वालों की कहानी? ये जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की रामपुर में ई-रिक्शा चालकों के बीच पहुंचा. जहां रिक्सा चालकों ने मामले से जुड़े विवाद को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh का Rampur अपनी राजनीतिक एवं सांस्कृतिक पहचान के लिए विश्वभर में जाना जाता है. रामपुर की पहचान यहां बनने वाले रामपुरी चाकुओं से भी है. यहां बनने वाले रामुपरी चाकू अपनी धार और बनावट के लिए बहुत मशहूर हैं. रामपुर में चाकू बनाने का यह काम पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा है. लेकिन बीते कई सालों से रामपुरी चाकू अपनी पहचान खोता जा रहा है. समय के साथ आधुनिक हथियारों ने इसकी मांग को कम कर दिया है. बाजार में रामपुरी चाकूओं की मांग घटने से इसे बनाने वाले कारीगरों को आज अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. इस उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि हालात यहां तक पहुंच चके हैं कि आज कोई भी कारीगर अपने बच्चों को इस कला से दूर रखना चाहता है. क्योंकि उत्तर में चुनावी बिसात बिछ चुकी है. सियासी दल वोटरों को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं. ऐसे में 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है ' की टीम की रामपुर में चाकू बनाने वाले कारीगरों और इससे जुड़े कारोबारियों के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने इस काम के लगभग खत्म होने और इस काम को जारी रखने में उनको हो रही परेशानियों के बारे में अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है. इस बार प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा. वहीं 10 मार्च को परिणाम घोषित किए जाएंगे. सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए रणनीति बनाने में लग चुके हैं. ऐसे में प्रदेश की रामपुर विधानसभा में इस बार कैसा है चुनावी माहौल? इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम रामपुर के बुद्धिजीवी वर्ग के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र के पढ़े-लिखे मुस्लिम मतदाताओं ने उनके विधायक और क्षेत्र में उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों के बारे में हमारे साथ अपने विचार साझा किए.
Rampur की Suar Assembly Seat पर SP का दबदबा है. 2017 में Abdullah Azam यहां से जीते थे, लेकिन फर्जी जन्म प्रमाण पत्र विवाद में Allahabad HC ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी. इस बार फिर से सपा ने इस सीट से अब्दुल्ला को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं NDA गठबंधन की तरफ से ‘अपना दल’ के प्रत्याशी हैदर अली उनको टक्कर देने के लिए तैयार हैं. अब ऐसे में किसका पलड़ा भारी है? 10 मार्च को किसका परचम लहरने वाला है? जनता का मन टटोलने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम स्वार विधानसभा पहुंची और वहां के लोगों से बात की.
Rampur में Azam Khan बादशाह हैं. योगी राज में भी आजम खां की बादशाहत कायम रही. हालांकि 2019 में सांसद बनने के लिए उन्होंने यह सीट छोड़ दी. इस सीट से उप-चुनाव में SP ने आजम की पत्नी को Tanzeem Fatima को उतारा और वह जीत कर विधानसभा पहुंची. इस बार सपा ने आजम खां को फिर से यहां से प्रत्याशी बनाया है. जब से यूपी में BJP की सरकार बनी है, तब से आजम खां पर बहुत गंभीर आरोप लगे हैं. यहां तक की जेल की हवा भी खानी पड़ी है. ऐसे में क्या अब भी आजम प्रेमी हैं रामपुर के लोग? यह जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम रामपुर पहुंचकर लोगों से बात की.
इस बार Uttar Pradesh में Assembly Elections 2022 सात चरणों में कराए जाएंगे. मतगणना 10 मार्च को होगी. Deoria District की रामपुर कारखाना सीट पर मतदान छठे चरण में 3 मार्च को होगा. 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा के कमलेश राय यहां से जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने चुनाव में SP की गजाला लहरी को करीब 10 हजार वोटों के अंतर से हराया था. SP की Ghazala Lahiri 2012 में यहां से चुनाव जीतकर विधायक बने थी. 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. इस बार रामपुर कारखाना विधानसभा सीट पर 3 मार्च को वोटिंग होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की रामपुर कारखाना क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
आइए आपको बताते हैं कि जारी लिस्ट में कौन-कौन सी हॉट सीटें हैं, जिन पर सपा ने अपने दिग्गजों को उतार नया 'जाट-मुस्लिम' दांव खेला है। सपा ने जमकर मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट दे मैदान में उतारा है।
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इंडिया-पाकिस्तान के मैच के वक्त इशान मियां दिल्ली में था। वो वहां एक कंपनी में काम करता है। इशान ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में बताया कि उसने ये मैच अपने सहकर्मियों के साथ देखा। भारत के मैच हारने पर सभी मायूस थे लेकिन तभी उन्होंने इशान के मोबाइल पर उसकी पत्नी का व्हाट्स एप स्टेटस देखा, जहां आपत्तिजनक बातें लिखी थीं।
जौहर विश्वविद्यालय की जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित किए जाने के खिलाफ समाजवादी पार्टी सांसद आजम खां की याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किये जाने के बाद अब यह यूनिवर्सिटी खां के हाथ से छिन गई है।
जौहर विश्वविद्यालय का मुख्य गेट तोड़े जाने के मामले में जिला जज की कोर्ट से आजम खान को बड़ा झटका लगा है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने जौहर यूनिवर्सिटी और आजम खान पक्ष की अपील खारिज करते हुए एसडीएम कोर्ट का फैसला बरकरार रखा।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती सपा सांसद आजम खान की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। दरअसल, जौहर विश्विद्यालय को लेकर जमीन खरीद-फरोख्त मामले में ईडी ने रामपुर डीएम से 5 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है।
अस्पताल में भर्ती किसी मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। मरीज के परिजनों ने डाक्टर से मृत्यु प्रमाण पत्र मांगा। आरोप है कि डॉक्टर ने वार्ड में तैनात नर्स से पहले लिखवाकर लाने के लिए कहा था। इस पर परिजन नर्स के पास पहुंच गए। और उसके बाद नर्स और डॉक्टर के बीच झड़प होगयी।
समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान को अपनी दोनाली बंदूक बेचने की इजाजत मिल गई है।
मृत्युदंड की सजा पाने वाली शबनम ने अपने 12 साल के बेटे से रविवार को मुलाकात की। बेटा अपने अभिभावक उस्मान के साथ रामपुर जेल में बंद अपनी मां शबनम अली से मिलने पहुंचा और करीब 45 मिनट तक मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को तबतक जारी रखेंगे जबतक सरकार तीनों काले कानून वापस नहीं ले लेती है। प्रियंका गांधी ने मृतक के परिवार के साथ मुलाकात की और अपनी शोक संवेदना जताई।
उत्तर प्रदेशः कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान जान गंवाने वाले किसान के परिजनों से रामपुर में मुलाकात की।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में मारे गए किसान नवरीत सिंह के परिजनों से मिलने और शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश के रामपुर का दौरा करेंगी।
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