उत्तर प्रदेश में जबरन धर्म परिवर्तन कराना गैरकानूनी अपराध है। धर्मांतरण कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को अपराध की गंभीरता के आधार पर 10 साल तक की जेल और जुर्माने की राशि 15 हजार से 50 हजार तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
बीजेपी नेता दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि मुस्लिम वोट बैंक के ठेकेदारों की हमेशा से यह चाहत रही है कि मुस्लिम समाज विकास से वंचित और अशिक्षित रहे, वह केवल उनका वोट बैंक ही बना रहे।
शानू ने पिछले दिनों ही सपा और आजम खान का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। जिसके बाद शानू पहली बार खुलकर आजम खान के खिलाफ बोले हैं।
सीएम योगी ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ने रामपुर की सीट पर पहली बार विजय प्राप्त की है, इसके लिए श्री आकाश सक्सेना समेत रामपुर के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई एवं जनता-जनार्दन के प्रति आभार।'
Rampur Byelection Result 2022: उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा ने जीत हासील की है। सपा का गढ़ माने जाने वाले इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के आकाश सक्सेना जीत गए हैं। बीजेपी के सक्सेना को कुल 81,371 वोट मिले हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के आसिफ राजा को 47,271 वोट ही मिले हैं।
प्रदेश में खतौली और रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। वहीं मैनपुरी लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव हुआ था। इन तीनों सीटों पर अभी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के उपचुनावों की मतगणना से समाजवादी पार्टी की चेहरे पर खुशी लाता हुआ नजर आ रहा है। प्रदेश की खतौली और रामपुर विधानसभा सीट और मैनपुरी सीट पर सपा और उसका गठबंधन बढ़त बना रहा है।
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पुलिस पर भड़क गए हैं। उन्होंने पुलिस पर वोटिंग के लिए लोगों को रोकने का आरोप लगाया है। दरअसल, आज रामपुर सीट पर भी मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है। इसी बीच आजम खान ने पुलिस पर वोटिंग के बीच लोगों को धमकाने का आरोप लगा दिया।
मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। आजम खान और विक्रम सिंह सैनी को अयोग्य घोषित किये जाने के कारण रामपुर सदर और खतौली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है।
रामपुर सीट पर आजम खान का दबदबा माना जाता है और मैनपुरी सीट मुलायम सिंह यादव का गढ़ रही है। ये दोनों ही नेता समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे हैं, ऐसे में अगर बीजेपी इन दोनों सीटों को समाजवादी पार्टी से छीनती है तो यह बहुत बड़ी जीत होगी।
आकाश सक्सेना ने कहा कि कि रामपुर के मुसलमान अब हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा छोड़कर उज्ज्वल भविष्य की तरफ देख रहे हैं और इस बार वे नया इतिहास रचने का मन बना चुके हैं।
आजम खान महिलाओं के खिलाफ विवादित बयान देकर बुरे फंस गए हैं। उनके इस बयान को लेकर रामपुर जिले के गंज थाने में महिलाओं ने मामला दर्ज करवाया है।
कांग्रेस ने रामपुर जिले की स्वार सीट से विधायक रह चुके नवाब काजिम अली खां उर्फ नावेद मियां को रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करने के आरोप में बृहस्पतिवार को पार्टी से छह साल के लिये निष्कासित कर दिया गया।
आजम खान ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, उसने कहा कि अब्दुल (मुसलमान तबका) अब दरी नहीं बिछाएगा और यह कह कर वो मेरा साथ छोड़ कर चला गया। वह जब आया था तब मैंने उसके लिए ‘रेड कारपेट’ बिछाया था।
सपा नेता आजम खान ने कहा कि उपचुनाव में वोट डालने से रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मेरी पत्नी और रामपुर की पूर्व सांसद तंजीन फातिमा को भी धमकी दी और उनके लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
विधानसभा चुनावों के बाद फ़साहत अली खान ने कहा कहा था कि, अब्दुल ही दरी बिछाएगा। अब्दुल ही वोट देगा। अब्दुल ही जेल जाएगा। अब्दुल का ही घर टूटेगा, लेकिन मुख्यमंत्री बनेंगे अखिलेश जी, नेता प्रतिपक्ष बनेंगे अखिलेश जी। अब अखिलेश जी को उनके कपड़ों से भी बदबू आती है।
मशहूर उद्योगपति बीके मोदी उत्तर प्रदेश के रामपुर में नए प्लान के साथ उद्योग स्थापित करना चाहते हैं। इस पहल से निश्चित रूप से युवाओं को रोजगार मिलेगा।
सपा नेता आजम खान के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। कभी यूपी के मंत्री और सूबे की सियासत की शतरंज के माहिर खिलाड़ी आजम खान की विधायकी रद्द होने के बाद अब वोटर लिस्ट से भी उनका नाम कट गया है। वे अब रामपुर उपचुनाव में वोट भी नहीं डाल सकेंगे।
आसिम रज़ा पिछले महीने सपा के टिकट पर रामपुर लोकसभा उपचुनाव भी लड़े थे, भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने आसिम रज़ा को भारी मतों से हरा दिया था। उस वक्त मिली हार के बाद भी आसिम रज़ा पर पार्टी ने एक बार फिर दांव लगाया है।
बीजेपी 2024 के हिसाब से यादव लैंड कहे जाने वाले इन क्षेत्रों पर काफी दिन से काम कर रही है। इसी वजह से उसने पहले एटा से हरनाथ यादव को राज्यसभा भेजने के बाद सुभाष यदुवंश को युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। फिर एमएलसी बनाकर इस वोट बैंक को अपनी ओर खींचने कोशिश में लगी है।
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