Ram Navami Special Story: भगवान राम को लेकर लोगों की आस्था भारत ही नहीं नेपाल में भी बहुत अटूट है। यहां राम जी को भगवान नहीं बल्कि दामाद के रूप में पूजा और माना जाता है। तो आइए जानते हैं यहां स्थित धनुषा धाम के बारे में।
Ram Navami 2023: मान्यताओं के मुताबिक, प्रभु राम ने सीता स्वंयवर के समय जब शिव धनुष को तोड़ा था तब वह तीन हिस्सों में टूट गया था। इसी धनुष का एक हिस्सा नेपाल के इस हिस्से में जा गिरा था। आज भी इस जगह पर उस धनुष के हिस्से की पूजा की जाती है।
Ramayan Chaupai: राम नवमी के दिन श्री रामचरितमानस का पाठ किया जाए तो इससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। आपको बता दें कि हिंदू धर्म में रामायण का काफी महत्व है। बचपन से ही हर किसी को मर्यादा पुरुषोत्तम राम की कहानी सुनाई जाती है।
Ram Navami 2023 Date: प्रभु राम के भक्तों के लिए राम नवमी का दिन बेहद खास होता है। मान्यताओं के अनुसार, यही वह पावन दिन था जब भगवान राम ने धरती पर जन्म लिया था। तो आइए जानते हैं कि इस राम नवमी कब है।
इस मौके पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यहां कार्यालय का उद्घाटन किया। प्रांगण में मौजूद लोगों से हिंदू राष्ट्र के नारे लगवाए और रामनवमी के आने वाले जुलूस में अपने बच्चों को शामिल करने के लिए अपने ही अंदाज में अपील भी की।
राज्य सरकार की ओर से दिए गए आश्वासन के बाद कोर्ट ने 45 वर्षीय महिला की याचिका का निपटारा कर दिया।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब विकास की नई सोच पैदा हो गई है और अराजकता दंगों और अफवाहों का कोई स्थान नहीं है।
रामनवमी पर शोभयात्रा के दौरान आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाओं पर हैदराबाद से सांसद और AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पुलिस की शह पर माहौल को बिगाड़ा गया है।
आज देशभर में धूमधाम से रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों में रामनवमी के अद्बुत नजारे देखने को मिल रहे हैं। राजस्थान, महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक रामनवमी के मौके पर पूरे उल्लास के साथ शोभायात्राएं निकाली गईं।
आज देशभर में रामनवमी का पर्व मनाया जा रहा है। लेकिन इस पावन मौके पर देश में कई जगह जुलूस के दौरान हिंसा की खबरें सामने आई हैं। गुजरात, झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश से हिंसा की अलग-अलग घटनाएं सामने आईं हैं।
स्वामी रामदेव से जानिए आज रामनवमी के अवसर पर अपने बच्चों को कैसे रखें शार्प और हेल्दी।
आइए इंदु प्रकाश से जानते हैं कि अपनी विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिये आपको किस चौपाई का पाठ करना चाहिए।
चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इसे रामनवमी के तौर पर मनाया जाता है।
लाजपत पार्क मैदान में गुरुवार को 5 लाख दीयों से तैयार किए गए भगवान श्रीराम के 7800 फीट के स्वरूप ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
माना जा रहा है कि धार्मिक आयोजन कर कांग्रेस मध्य प्रदेश में हिन्दुओं में अपना जनाधार और मजबूत करना चाहती है, ताकि राज्य में अगले साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ राम नवमी के अवसर पर शुभकामना संदेश देंगे तथा 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर छिंदवाड़ा में विशेष पूजा-अर्चना करने वाले हैं।
राम नवमी के खास मौके पर लोग श्री राम की पूजा तो करते ही हैं। इसके साथ ही अपने दोस्तों और परिजनों को राम नवमी की शुभकामनाएं भी देते हैं।
राम नवमी के दिन भगवान राम की विधि-विधान से पूजा करन के साथ-साथ उन्हें ये चीजें अर्पीत करनी चाहिए। इससे आपको हर समस्या से छुटकारा मिलेगा।
चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और दिन बुधवार है। नवमी तिथि रात 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगी। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग।
भगवान श्री राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को दोपहर के समय कर्क लग्न में हुआ था। उस समय चन्द्रमा पुनर्वसु नक्षत्र में था और सूर्य मेष राशि में | राम नवमी के दिन व्रत रखने की भी मान्यता है।
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