अरुण गोविल ने रणबीर कपूर की तारीफ की है। टीवी के राम ने कहा कि भगवान राम का किरदार रणबीर कपूर बहुत ही ईमानदारी और अच्छे से निभाएंगे। अरुण गोविल ने रणबीर को संस्कारी बच्चा कहते हुए कहा कि वह हमारी संस्कृति को अच्छे से पेश करेंगे।
रामानंद सागर का आइकॉनिक शो ‘रामायण' आज भी लोगों के बीच फेमस है। शो में राम, सीता और लक्ष्मण बने स्टार्स आज भी अपने फैंस से जुड़े रहते हैं। लेकिन क्या शो में कैकेयी का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस आपको याद हैं? जानिए ‘रामायण' की केकैयी कहां गुम हो गई हैं।
'श्रीमद रामायण' में एक और दमदार एक्टर की एंट्री होने जा रही है। इस शो में अब 'तेरे इश्क में घायल' शो के एक्टर मल्हार पंड्या डबल रोल में दिखने वाले हैं।
श्रीलंका के मंत्री जीवन थोंडामन ने यह भी कहा,‘‘ सीता के हरण के बावजूद भी हम रावण को खलनायक नहीं मानते। इस दौरान भगवान श्रीराम पर लगी प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रीलंकाई मंत्री और केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली में किया।
भगवान राम की परम भक्त की श्रेणी में माता शबरी की गिनती आज भी होती है। रामायण काल में मां शबरी के बेर के बारे में तो आप सबने सुना ही होगा। अतः कल शबरी जयंती का पर्व है, तो हम आपको बताएंगे इस दिन का क्या है धार्मिक महत्व।
रामानंद सागर की 'रामायण' को हमेशा से ही दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है। वहीं अब 'रामायण' के फैंस के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। खबर है कि 'रामायण' एक बार फिर से टेलीविजन पर दस्तक देने जा रही है। जानिए कब और कहां देख सकते हैं।
टीवी के राम और सीता यानि की एक्टर अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया इन दिनों राम मंदिर के उद्घाटन में जाने को लेकर चर्चा में हैं। दोनों को राम-सीता के किरदार में फैंस ने खूब पंसद किया था। लेकिन आज हम आपको टीवी के राम की रियल लाइफ सीता से मिलवाने जा रहे हैं।
भगवान राम ने अपने भाई लक्ष्मण का त्याग कर दिया था। इस बात से लक्ष्मण जी बहुत दु:खी हुए थे और उन्होंने अयोध्या के इस घाट पर सरयू जल में भगवान राम से पहले जल समाधि ली थी। आइए जानते हैं आखिर भगवान राम ने लक्ष्मण जी का त्याग क्यों किया और इसके पीछे क्या कारण था।
रामानंद सागर ने साल 1987 में टीवी शो ‘रामायण’ बना कर भारतीय टीवी का चेहरा बदल दिया था। ये आइकॉनिक शो आज भी लोगों के बीच फ़ेमस है। शो में राम, सीता और लक्ष्मण बने स्टार्स का नाम तो आज भी लोगों की जुबान पर रहता है लेकिन इसके कुछ सितारे ऐसे भी हैं जो गुमनामी में जिंदगी बिता रहे हैं।
जब भगवान राम और हनुमान जी का पहली बार मिलना हुआ था तो हनुमान जी ने अपना भेष बदल लिया था। आखिर हनुमान जी ने ऐसा क्यों किया था और कहां हुई थी श्रीराम और हनुमान जी की एक दूसरे से भेट, आइए जानते हैं रामचरितमानस के अनुसार।
अभिनेत्री से नेता बनीं हेमा मालिनी अयोध्या में रामायण पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत करने वाली हैं। वीडियो में एक्ट्रेस ने कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगी। वहीं रामभद्राचार्य के 75वें जन्मोत्सव पर महायज्ञ होगा।
रामानंद सागर के सीरियल 'रामायण' की शूर्पणखा का रोल एक्ट्रेस रेनू धारीवाल यानी रेनू खानोलकर ने निभाया था। इस शो के बाद रेनू धारीवाल ने किसी और सीरियल में काम नहीं किया। ऐसे में आइए जानते हैं कि रेणु धारीवाल अब कहां हैं और क्या कर रही हैं?
रामानंग सागर की 'रामायण' में माता सीता का रोल निभाने वाली एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया का नाम टेलीविजन इंडस्ट्री में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। आज भी उन्हें लोग माता सीता के रुप में ही देखते हैं। ऐसे में माता सीता अब जल्द ही एक और दमदार किरदार में फैंस को हिंदुत्व का पाठ पढ़ाते हुए नजर आने वाली हैं।
फिल्म इंडस्ट्री के चहेते एक्टर अरुण गोविल को घर-घर में भगवान राम के किरदार के लिए जाना जाता है। इस किरदार ने एक्टर को कुभ नेम और फेम दिलाया, लेकिन एक्टर इसके अलावा भी कई फिल्मों और टीवी शोज में दमदार रोल निभाते दिखे हैं। इनकी चर्चा भले ही कम होती है, लेकिन ये रोल्स काफी सॉलिड हैं।
रामानंद सागर की 'रामायण' में भगवान राम की भूमिका के लिए पॉपुलर अरुण गोविल आज 12 जनवरी 2024 को अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। टीवी के मशहूर धार्मिक सीरियल 'रामायण' से पहले और बाद अरुण गोविल ने कई अन्य टीवी शो और फिल्मों में भी काम किया है।
हनुमान जी श्रीराम के परम सेवक और दूत हैं। वह उनकी सेवा में निरंतर लगे रहते हैं। जब लक्ष्मण जी के प्राण संकट में थे। तब बजरंगबली द्रोणागिरी पर्वत समेत संजीवनी बूटी लेकर अयोध्या नगरी के ऊपर से वापस लौट रहे थे। उसी समय उनको बाण लगा और वह नीचे मूर्छित होकर गिर पड़े। आइए जानते हैं उसके बाद क्या हुआ।
पिता दशरथ द्वारा 14 वर्षों के वनवास की आज्ञा स्वीकार करने के बाद भगवान राम ने मां जानकी से वहां के किन कष्टों के बारे में बताया, आखिर वह मां सीता को अपने साथ वन मार्ग में जाने से क्यों मना कर रहे थे?आइए जानते हैं वनवास के दौरान वो कौन से कष्ट थे जो श्री राम पहले से जानते थे।
वाल्मिकी रामायण में स्वप्न शास्त्र का जिक्र किया गया है और इसी से जुड़ी एक घटना आज हम आपको बताने जा रहे हैं। जब रावण के द्वारा मां सीता जी की पहरेदारी में एक रक्षसी को नियुक्त किया गया था। उस दौरान उसने रावण समेत लंका के विनाश से जुड़े सपने में क्या-क्या देखा आइए जानते हैं।
अयोध्या के राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस बीच अहमदाबाद नगर निगम ने विभिन्न पुलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों के नाम भगवान राम और रामायण के अन्य पात्रों और महाकाव्य में वर्णित स्थानों के नाम पर रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
राजद के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने रामायण के सभी पात्रों को काल्पनिक बताया है। इतना ही नहीं विधायक ने तो अयोध्या के अस्तित्व को भी नकार दिया है।
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