अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवादित स्थल के पास की भूमि अधिग्रहण करने संबंधी 1993 के केंद्रीय कानून की संवैधानिक वैधता को सोमवार को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गई।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के मुद्दे पर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है।
कुंभ में चल रही साधु-संतों की धर्म संसद में फैसला किया गया है कि 21 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। इसके लिए साधु-संत प्रयागराज से अयोध्या के लिए कूच करेंगे।
बुधवार को सरकार के अटॉर्नी जनरल सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकते हैं और गैर विवादित भूमि से स्टे हटाने वाली याचिका की सुनवाई में तेजी की मांग कर सकते हैं।
बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें उन्हें भगवान राम के अवतार में दिखाया गया है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मांग कर रहे साधु-संतों की ओर से प्रयागराज में चल रहे कुंभ 2019 में परम धर्म संसद का आगाज हो चुका है।
VHP के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि उनके पास इस मामले में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीयत पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर पर फैसला नहीं कर सकता तो उन्हें सौंप दे, वह 24 घंटे के अंदर राम जन्मभूमि विवाद का समाधान कर देंगे।
उत्तराखंड में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरिश रावत ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसके पास कोई नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर तभी बन पाएगा जब उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आएगी।
सर्वोच्च न्यायालय में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर अगली सुनवाई 29 जनवरी को होगी।
अयोध्या विवाद से जुड़े मुकदमे के उच्चतम न्यायालय में लंबा खिंचने पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने गहरा असंतोष जताया। VHP के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि "धार्मिक आस्था के मामले न्यायालयों के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते।
बिहार में भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने लोकसभा चुनावों से पहले उठाए जा रहे राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक जैसे विवादित मुद्दों को नामंजूर कर दिया
राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में दायर अपीलों पर सुनवाई टल गई है। 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट की नई बैंच इस मामले की सुनवाई करेगी।
भाजपा के सहयोगी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बृहस्पतिवार को राम मंदिर मुद्दे पर अध्यादेश का विरोध किया और कहा कि मामले में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अंतिम होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए शिवसेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे इस बात पर ताज्जुब है कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं होगा तो कब होगा।
केंद्रीय मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब विश्व हिन्दू परिषद ने जोर दिया है कि मंदिर निर्माण का मार्ग सिर्फ कानून लाकर ही प्रशस्त किया जा सकता है और हिन्दू अनंतकाल तक प्रतीक्षा नहीं कर सकते।
सोलापुर की तीर्थ नगरी में लोगों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने भाजपा के सहयोगियों से कहा कि वह राम मंदिर के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें।
भाजपा हाल में तीन अहम राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में कांग्रेस के हाथों परास्त हुई है। शिवसेना ने कहा कि पूरा देश मंदिर निर्माण चाहता है। यही वजह है कि 2014 में भाजपा को वोट मिला।
राजभर ने कहा कि उनका निजी विचार है कि जनता अयोध्या में भव्य मंदिर का स्वयं निर्माण कर सकती है। उन्होंने जोर दिया कि जहां तक मंदिर निर्माण की बात है, तो मुस्लिम समाज भी चाहता है कि अयोध्या में मंदिर बने।
उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा कि इस समय राम मंदिर पर कोई विधेयक संसद में नहीं लाया जा सकता है क्योंकि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मुद्दा उच्चतम न्यायालय में है।
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