राम मंदिर के निर्माण की देखरेख के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के एक सदस्य ने रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए न केवल हिंदुओं से बल्कि सभी समुदायों से दान स्वीकार किया जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जा सकता है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता उनकी पार्टी ने साफ किया और रास्ते की मुख्य रुकावटों को “राजनीति के लिए नहीं” बल्कि आस्था और हिंदुत्व के कारण दूर किया।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 18 जुलाई को राम मंदिर न्यास की बैठक होगी, जिसमें जमीन के समतल होने के बाद परियोजना के विभिन्न चरणों पर चर्चा होगी।
अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर का काम बुधवार से 'रुद्र अभिषेक' समारोह के बाद शुरू होगा। इस समारोह में सीमित संख्या में लोग शामिल होंगे, जिसे कुबेर टीला मंदिर में आयोजित किया जाएगा।
अयोध्या में संतों के एक समूह ने स्थानीय भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता को एक ज्ञापन देकर राम मंदिर के मौजूदा मॉडल में बदलाव करने की मांग की है।
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में भूमि का समतीकरण कार्य चल रहा है। जेसीबी से जमीन की खोदाई और समलतीकरण के दौरान देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और तमाम पुरावशेष मिल रहे हैं।
अयोध्या में विशेष पूजा अर्चना के साथ देव प्रतिमाओं को एक अस्थायी संरचना में स्थानांतरित करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण का कार्य सोमवार को आरंभ हुआ। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने तक प्रतिमाएं अस्थायी संरचना में रहेंगी।
रामलला का अस्थाई मंदिर शनिवार देर रात अयोध्या पहुंच गया है। बुलेटप्रूफ फाइबर निर्मित मंदिर अनेक सुख-सुविधाओं से लैस है। सूत्रों के अनुसार, रामलला को गर्मी से बचाने के लिए इसमें दो एसी (एयर कंडीशनर) भी लगाए जाएंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रतिनिधि सभा की बैठक बेंगलुरू स्थित चेन्ननहल्ली में होगी। 15 से 17 मार्च को होने वाली बैठक में राममंदिर निर्माण की खास गूंज सुनाई देगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने शुक्रवार को साफ-साफ कहा कि मंदिर निर्माण से पहले सिर्फ भूमि पूजन होगा।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शुरुआत में जब महंत नृत्यगोपाल दास का नाम नहीं था तो लोग चौंक उठे थे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को कहा कि सरकार को अयोध्या में मस्जिद के लिए धन उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने कहा, "भाजपा लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांट रही है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्र सरकार द्वारा गठित राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की पहली बैठक आज दिल्ली में होगी जिसमें मंदिर निर्माण के मुहूर्त सहित कई विषयों पर विचार किया जा सकता है।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए गठित ट्रस्ट की पहली बैठक 19 फरवरी को होने वाली है, जिसमें निर्माण से जुड़े हुए कई अहम फैसले होंगे। सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर बनाने के साथ ही ट्रस्ट बृहद राम कॉम्प्लेक्स बनाने पर भी विचार करेगी।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की पहली बैठक 19 फरवरी को होगी। यह बैठक ट्रस्ट के दिल्ली ऑफिस और के. परासरण के निवास स्थान पर होगी। बैठक शाम 5.00 बजे बुलाई गई है।
राम जन्मभूमि न्यास के उपाध्यक्ष राम विलास वेदांती ने कहा है कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के घोषित नामों में उनका नाम नहीं होने का उन्हें कोई दुख नहीं है बल्कि ट्रस्ट घोषित होने की खुशी है।
कामेश्वर ने कहा, ‘सरकार को लगा कि 30 साल से मैं राम मंदिर के लिए काम कर रहा हूं, और आगे भी पूर्ण लगन से काम करूंगा, इसलिए मुझे यह मौका दिया गया है।’
केंद्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ के सदस्यों के नामों की बुधवार को घोषणा कर दी।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने मंगलवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर की नींव उनकी पार्टी ने रखी थी, ऐसे में मंदिर निर्माण का श्रेय किसी एक दल को नहीं जाता है।
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