संयुक्त राष्ट्र में इस्लामोफोबिया के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर भारत समेत ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, यूके, ब्राजील जैसे देश मतदान से दूर रहे। भारत ने कहा कि इस्लाम के अलावा हिंदुओं, बौद्धों, सिखों, ईसाइयों की भी बात उठाई जानी चाहिए।
अयोध्या समेत पूरे देश में उत्सव का माहौल बना हुआ है। लगभग 500 वर्षों के बाद अयोध्या में रामलला विराजे हैं। पीएम मोदी ने अयोध्या में हुए भव्य कार्यक्रम का वीडियो अपने X अकाउंट से शेयर किया है।
अयोध्या के हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, प्रमुख ऐतिहासिक क्षेत्रों, होटलों और शहर के दूसरे सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर अपने नेटवर्क को पहले के मुकाबले ज्यादा मजबूत किया है।
अयोध्या में सैकड़ों वर्षों बाद भव्य राम मंदिर बनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को लेकर न्यूजीलैंड भी पीएम मोदी का मुरीद हो गया है। न्यूजीलैंड के मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत को बधाई दी है। न्यूजीलैंड ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व से ही 500 साल बाद राम मंदिर का निर्माण संभव हो सका।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी जश्न की भारी तैयारियां की गई हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को कई देशों में लाइव दिखाए जाने का इंतजाम किया गया है। अमेरिका के सैकड़ों हिंदू मंदिरों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सजाया संवारा गया है।
अयोध्या के श्रीराम मंदिर को लेकर कनाडा ने भारतीयों का दिल खुश कर देने वाला बड़ा फैसला लिया है। इससे हर कोई हैरान रह गया है। भारत से चल रहे राजनयिक विवादों के बीच कनाडा का यह फैसला वाकई राम भक्तों को चौंकाने वाला है। कनाडा की 3 नगरपालिकाओं ने 22 जनवरी को "अयोध्या राम मंदिर दिवस" के रूप में मनाने का ऐलान किया है।
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसे लेकर कई राज्यों ने अपने प्रदेश में सभी स्कूल व सरकारी कार्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है। आइए जानते हैं कि किन-किन राज्यों में 22 जनवरी को छुट्टियां रहेंगी...
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मां सीता के मायके जनकपुर से अयोध्या में कुछ वस्तुएं और सामाग्री भेजी जाएगी। इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। राम जानकी मंदिर के महंत ने कहा कि पुराने समय से चली आ रही परंपरा की वजह से कई वस्तुएं भेजी जाएंगी।
इससे पहले राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शुमार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी से अगले महीने होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भगवान श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या में बनाये जा रहे भव्य राम मंदिर में अगले वर्ष 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण मिलने पर खुशी जताई है।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम एक हफ्ते पहले से ही शुरू हो जाएगा। इसके लिए देश भर के बड़े मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, 21 से 23 जनवरी के बीच की तारीख को मंदिर का उद्घाटन हो सकता है।
सैंडस्टोन को गीला करके नील से डिजाइन उतारे जा रहे हैं और फिर आगरा और राजस्थान से आये कारीगर नक्काशी कर रहे हैं।
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में भूमि का समतीकरण कार्य चल रहा है। जेसीबी से जमीन की खोदाई और समलतीकरण के दौरान देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां और तमाम पुरावशेष मिल रहे हैं।
मोदी ने राम मंदिर का नक्शा खींच लिया है
कुरुक्षेत्र: अयोध्या में मस्जिद बनाने की बात फिर क्यों उठी?
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