भगवान राम की ये प्रतिमा बेंगलुरु बनाई गई है। दक्षिण भारत में यह प्रतिमा भगवान राम के प्रति लोगों के विश्वास और स्नेह का प्रतीक है। दक्षिण भारत में ही सबसे ज्यादा कोदंड राम की प्रतिमा बनाई जाती है।
भारत की सभ्यता और अस्तित्व के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर की नींव कल यानि पांच अगस्त को भूमि पूजन कर रखी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे। वह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार को अयोध्या पहुंचेंगे।
दर्जी की दुकान चलाने वाले हाजी साजिद ने बताया, '' इस मोहल्ले और शहर में माहौल पूरी तरह से सामान्य है। जिन्दगी बहुत अच्छे तरीके से चल रही है। मंदिर बनने से अयोध्या में विकास आयेगा और इससे रोजगार के नये अवसर पैदा होने की भी उम्मीद है।''
प्रधानमंत्री बुधवार को सबसे पहले हनुमानगढ़ी मंदिर जाएंगे। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम के दर्शन करने से पहले श्रद्धालु को हनुमान जी के दर्शन करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सत्ता का अपना एक अलग नशा होता है और भाजपा के कौशल तथा उसकी प्रतिबद्धता की परीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ समय ही बताएगा कि क्या पार्टी (भाजपा) अपने मूल्यों पर अटल है या कांग्रेसीकरण से गुजर रही है।
इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान साधु महंतो ने बताया राम मंदिर भूमि पूजन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है चांदी की शिला
राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल होंगे।
भारत की सभ्यता और अस्तित्व के प्रतीक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के मंदिर की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे। कल का सूरज उगते ही अयोध्या एक नए इतिहास की इबारत लिखेगा। अयोध्या में राममंदिर निर्माण की पहली ईंट रखी जाएगी
महंत ने बताया कि लोकोक्तियों के मुताबिक बिसरख रावण का जन्म स्थान है, लिहाजा हम इसे रावण जन्म भूमि भी कहते हैं। उन्होंने रावण को परम ज्ञानी व्यक्ति बताते हुए कहा कि सीता का हरण करने के बाद रावण ने उन्हें अपने महल में ले जाने के बजाय अशोक वाटिका में रखा।
शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर रामभक्त बेहद उत्साहित हैं। सभी जानना चाहते हैं कि अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर कैसा होगा।
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए अपने परिवार की तरफ से 21 हजार रुपये की धनराशि दान करने का ऐलान किया है।
‘हनुमान निशान’ लगभग चार फीट चौड़ा और 8 मीटर लंबा ध्वज है जिसके ऊपर हनुमान जी की आकृति को बहुत सुंदर तरीके से उभारा गया है
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