चंपत राय ने बताया कि फैजाबाद के मोहम्मद शरीफ को निमंत्रण भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद शरीफ का एक ही काम है, लावारिश लाशों का उसकी परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार करना। वो हिंदु मुस्लमान नहीं देखते।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होनेवाले भूमि पूजन कार्यक्रम में नेपाल स्थित जानकी मंदिर के महंत को भी आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने कहा कि ये विषय पीएमओ, सीएमओ या ट्रस्ट से संबंधित नहीं है। परंपरा के अनुसार, पुजारी हर दिन रामलला को किस रंग के कपड़े पहनाए जाएंगे इसका निर्धारण करते हैं।
भूमि पूजन में पौने दो सौ महमानों को बुलाया गया है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नेपाल में स्थित जनकरपुर के जानकी मंदिर महंत भी हिस्सा लेंगे।
राम मंदिर भूमि पूजन 5 अगस्त को होने वाला है जब पीएम मोदी अयोध्या में शिलान्यास करेंगे। भगवान राम के भक्त भले ही महामारी के कारण अयोध्या नहीं पहुंच रहे हों, लेकिन वे अपने स्थान की मिट्टी, पवित्र जल भेज रहे हैं।
5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे हैं। यहां वह अधिकारियों के साथ-साथ ट्रस्ट के सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई परिस्थितियों की वजह से अयोध्या में 5 अगस्त को हो रहे राम मंदिर भूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल होना संभव नहीं है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यस के मुहूर्त को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने 5 अगस्त को अशुभ मुहूर्त होने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिलान्यास को टालने की अपील की है।
राम मंदिर के 'भूमिपूजन' से पहले की रस्में सोमवार को 'गौरी गणेश' पूजा के साथ शुरू हुईं।
इंडिया टीवी पर आज दिनभर ''राम मंदिर का शुभारंभ संत सम्मेलन'' चलेगा जिसमें कई साधु संत और भजन गायक शामिल होंगे।
पिछले एक वर्ष के भीतर यह चौथा बड़ा मौका है, जब आरएसएस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की खुलकर तारीफ की है। अब राम मंदिर निर्माण की घड़ी करीब आने पर आरएसएस के सरकार्यवाह (महासचिव) सुरेश भैय्याजी जोशी के आए ताजा बयान से संकेत निकल रहे हैं।
सीएम योगी दोपहर 1 बजे अयोध्या पहुंचेंगे और शाम 5 बजे तक अयोध्या में रहेंगे। इस दौरान सीएम योगी 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे।
मुख्यमंत्री पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के 'भूमिपूजन' समारोह की तैयारियों और सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा के लिए रविवार को अयोध्या जाने वाले थे।
5 अगस्त को प्रस्तावित राम मंदिर के 'भूमि पूजन' के लिए उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो भाई राधे श्याम पांडे और शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला जिनकी उम्र 70 वर्ष से ज़्यादा है राम मंदिर की नींव में डालने के लिए 151 से ज़्यादा पवित्र नदियों का जल लेकर अयोध्या पहुंचे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर के 'भूमिपूजन' की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए रविवार दोपहर अयोध्या जाएंगे।
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को कहा था कि एमवीए के तीन सहयोगी- शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एक परिवार नहीं है बल्कि लिव-इन रिलेशनशिप में हैं और सरकार अपने आप गिर जाएगी।
अयोध्या में 5 अगस्त को भूमिपूजन कार्यक्रम की तैयारी जोर-शोर से चल रही है जिसके लिए अब अयोध्या को पीले रंग में रंग दिया गया है। भूमिपूजन का कार्यक्रम उसी गर्भगृह पर रखा गया है, जहां 1949 से रामलला विराजमान थे।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन के अवसर पर उत्तर अमेरिका के हिंदू मंदिरों में ऑनलाइन राष्ट्रीय प्रार्थना का आयोजन किया जाएगा।
राम मंदिर के लिए भूमिपूजन में सिर्फ पांच दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने आयोजन के लिए अयोध्या के और संतों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा पांच अगस्त 2020 को मध्याह्न् बाद 12.30 से 12.40 के बीच शुभ मुहूर्त में श्री रामलला के चिरअभिलाषित भव्य-दिव्य मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी।
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