रामलला के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अब दिल्ली में भी आधे दिन की छुट्टी रहेगी। राज्यपाल वीके सक्सेना ने इस बाबत आदेश भी जारी कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, छुट्टी का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भेजा था।
केशवजीवन दास (महंत स्वामी, BAPS) ने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण में जिसने भी योगदान दिया है, मैं उनके लिए तन, मन और धन से सूखी होने की प्रभु से कामना करता हूं।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की देश में धूम है। अयोध्या के राम मंदिर से मूर्ति की तस्वीर सामने आई है। इस बीच मशहूर भजन सम्राट अनूप जलोटा फ्लाइट में यात्रियों के साथ जय श्री राम का जप करते नजर आए।
Ram Mandir की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह है। इस मौके पर राजस्थान के दौसा जिले की सिकराय तहसील में स्थित मेंहदीपुर बालाजी मंदिर की तरफ से Ayodhya के रामभक्तों के लिए बड़ी मात्रा में भेटें भेजी गई हैं।
हर जगह सिर्फ रामभक्ति में डूबे लोग दिख रहे हैं....क्योंकि आज अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला की छवि पहली बार रामभक्तों ने देखी...रामलला की जो प्रतिमा राम मंदिर में स्थापित होने वाली है...
रामलला की इस मूर्ति को गर्भगृह में गुरुवार को रखा गया है। 51 इंच की रामलला की मूर्ति को बुधवार की रात मंदिर परिसर में लाया गया था। 22 जनवरी को मूर्ति की आंखों से पट्टी भी हटा दी जाएगी।
बैंक, बीमा कंपनियां और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में दिन में ढाई बजे तक छुट्टी रहेगी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने केंद्रीय संस्थानों और केंद्रीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों के संबंध में एक आदेश जारी किया है।
22 जनवरी देश व प्रदेश के लिए बहुत खास दिन बनने वाला है। इस दिन अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है। इसके आयोजन की तैयारी सरकार व मंदिर ट्रस्ट ने मिलकर पूरी है।
रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है। दर्शन के लिए पहुंच रहे श्रद्धालु दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। रामलला के लिए रोजाना तीन से चार लाख का चढ़ावा आ रहा है।
अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन शुरू हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ को भी कार्यक्रम का निमंत्रण मंदिर ट्रस्च की तरफ से भेजा गया है। सीएम योगी ने कहा है कि अब अयोध्या में गोली नहीं, लड्डू के गोले मिलेंगे।
अरुण योगीराज का परिवार खुश है। अरुण ने ही अयोध्या के राम मंदिर के लिए रामलला की मूर्ति का निर्माण करवाया है। नई मूर्ति में भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में खड़ी मुद्रा में दर्शाया गया है।
22 जनवरी 2024 का दिन हर राम भक्त के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अयोध्या में रामलला अपने भव्य महल में विराजने जा रहे हैं। इस दिन राम मंदिर में वैदिक परंपार के अनुसार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का महा अनुष्ठान होगा। आइए जानते हैं ऐसे में आप अपने घर में किस तरह प्रभु राम की पूजा कर सकते हैं।
Ramlala Bhoj Special Rabdi Recipe: भगवान राम को रबड़ी बेहद पसंद है। रामलला के प्राणप्रतिष्ठा वाले दिन उन्हें रबड़ी का भोग लगाया जाएगा। आप घर में आसानी से रबड़ी तैयार कर सकते हैं और इससे अपने भगवान राम को भोग लगा सकते हैं। जानिए रबड़ी बनाने की रेसिपी।
16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाले पूजन शुरू हो जाएंगे। इसके साथ ही 18 जनवरी को मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में पहुंच जाएगी। चंपत राय ने बताया कि मूर्ति पत्थर की है और मूर्ति का रंग काला है।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने अनोखा ऐलान किया है। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि पार्टी ने एक संगठन बनाया है, जो दिल्ली की सभी विधानसभाओं में सुंदरकांड का पाठ करवाएगा।
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में चारो शंकराचार्य शामिल नहीं हो रहे हैं। चार में से दो शंकराचार्य इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं। वहीं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा है कि मंदिर का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है।
अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्टा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले साधु-संतों और अतिथियों के लिए भोजन सीता रसोई में तैयार होगी और इसके लिए सामग्री राजस्थान से आएगी।
22 जनवरी को लेकर आज सीएम फिर अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें निर्देशित किया कि अयोध्या आने वाले को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 6,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में रामायणकाल के महर्षि वशिष्ठ का सप्तऋषि आश्रम हैं। बताया जाता है कि यहां आज भी भगवान रामलला ने अपने भाइयों के साथ शस्त्र और शास्त्र का ज्ञान लिया था। राम मंदिर के बाद अब इस आश्रम को भी विकसित और पुनरद्धार किया जाएगा।
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