सोशल मीडिया पर इन दिनों एक पोस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का निधन हो गया है। आइये जानते हैं वायरल हो रही इस पोस्ट के दावे का का पूरा सच क्या है?
दिल्ली की महिला ने दावा किया है कि अयोध्या के धन्नीपुर गांव में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जो जमीन दी गई है। वह उसकी है। इस जमीन को पाने के लिए वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। महिला के इस दावे के बाद इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट ने भी बयान जारी किया है।
अयोध्या में 22 जून की प्री-मानसून की बारिश शुरू हुई। इस बारिश से रामपथ में जगह-जगह गड्ढे दिखने शुरू हो गए। अब इस मामले में लापरवाही को ध्यान में रखते हुए सख्त कार्रवाई की गई है।
अयोध्या के राम मंदिर की छत से पानी टपकने के कारण लोगों द्वारा इसके निर्माण पर सवाल खड़े किए गए थे। अब मंदिर प्रशासन की ओर से इस मामले की पूरी सच्चाई बता दी गई है।
इस वक्त पूरे देश में राम नाम की धूम है। सभी लोग राम की भक्ति में डूबे हुए नजर आ रहे हैं। हर तरफ सिर्फ राम के नाम की गूंज सुनाई दे रही है।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी जश्न की भारी तैयारियां की गई हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को कई देशों में लाइव दिखाए जाने का इंतजाम किया गया है। अमेरिका के सैकड़ों हिंदू मंदिरों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सजाया संवारा गया है।
समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने अयोध्या में 1990 में कारसेवकों पर फायरिंग की घटना को सही ठहराया है। बता दें कि इससे पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी गोली चलाने की घटना को सही ठहराया था।
राम लला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा की जोरदार तैयारी के बीच एक दिलचस्प पहल की गई है। इस पहल के तहत जिन लोगों के नाम में 'राम' शब्द है, उनलोगों को टिकट पर 50 फीसदी छूट मिलेगी।
Ram Mandir: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है। इसी कारण बड़ी संख्या में भक्तों की ओर से दान आ सकता है, जिस कारण बैंक द्वारा खाता खुलवाने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट से संपर्क किया गया है।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा, लेकिन उससे पहले ही 16 जनवरी से अन्य कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। इससे पहले अस्थाई राम मंदिर में रामलला को छप्पन भोग लगाया गया है।
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर गज, सिंह और गरुण देव की मूर्तियों को भी स्थापित किया गया है। इसके साथ ही अब यहां भगवान श्री राम के सबसे परम भक्त हनुमान जी की प्रणाम मुद्रा की एक मूर्ति को भी स्थापित किया गया है।
जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार के विवादित बयान पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी महाराज ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मूर्ख हमेशा मूर्ख की तरह ही बोलेगा। वह स्वयं मूर्ख है।
Famous Tourist Place In Ayodhya: अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के दर्शन करने के लिए हजारों रामभक्त पहुंच रहे हैं। अगर आप राम की नगरी अयोध्या घूमने जा रहे हैं तो राम मंदिर के अलावा इन फेमस जगहों पर भी जरूर घूम कर आएं।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा, लेकिन उससे पहले ही 16 जनवरी से अन्य कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। यह सभी कार्यक्रम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के देखरेख में कराए जाएंगे।
22 जनवरी 2024 को नए राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इससे पहले अयोध्या में विकास के तेजी से काम चल रहे हैं। 22 जनवरी से पहले पीएम मोदी 30 दिसंबर को रामनगरी आ रहे हैं, जहां वह करोड़ों रुपयों की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
रामलला के मंदिर का भूतल 95 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुका है। 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम में हजारों VVIP लोगों के शामिल होने की संभावना है।
पूरे देश में 22 जनवरी के दिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां बड़े ही जोरों-शोरों पर है। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र के सभी धार्मिक स्थलों ने एक बड़ा फैसला लिया है। जिस दिन अयोध्या में भगवान राम की प्राणप्रतिष्ठा होगी, उसी दिन महाराष्ट्र के हर मंदिर को भी दीपकों से रौशन किया जाएगा।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरशोर से चल रहा है। अगले साल जनवरी में इसका उद्घाटन होगा। इसके लिए थाईलैंड ने स्पेशल गिफ्ट भेजा है। इससे पहले भी थाईलैंड दो नदियों का पानी भेज चुका है।
अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में सहायक पुजारी की हत्या कर दी गई। पुजारी राम सहारे दास का शव मंदिर के बगल के कमरे में मिला। मामले में दो नाबालिग शष्यों को हिरासत में लिया गया है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विदेशी स्रोतों से चंदा प्राप्त करने की अनुमति दे दी है। गृह मंत्रालय के एफसीआरए विभाग ने ये मान्यता प्रदान की है।
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