किसान महापंचायत का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने इंडिया टीवी से ख़ास बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनका मकसद लोगों तक अपनी बात पहुंचना है और आंदोलन चलता रहेगा।
जहां एक ओर मुज़फ्फरनगर में किसान महापंचायत चल रही है, वहीं लेफ्ट नेता हन्नान मुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए पंचायत को एजेंडे को साफ़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसान पंचायत का एजेंडा मोदी-योगी को हराना है।
राकेश टिकैत ने कहा कि हम यूपी की जनता से अपनी बात कहेंगे। हम जनता को अपनी मुद्दे बताएंगे। हम ये बताएंगे कि देश बिक रहा है। हम जनता के बीच में जाएंगे, इस तरह की मीटिंग्स करेंगे।
किसान महापंचायत का एजेंडा पूरी तरह से साफ हो गया है। इस महापंचायत में शामिल लेफ्ट नेता हन्नान मुल्ला ने कहा है कि उनका मकसद मोदी और योगी सरकार को हराना है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है। वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि मुजफ्फरनगर में आज लाखों की संख्या में किसान जुटे हैं। वो हमारे भाई हैं। हमें उनसे दोबारा से सम्मानजनक तरीके से जुड़ना शुरू करने की जरूरत है।
आज मुज़फ्फरनगर में किसान महापंचायत चल रही है जिसमें देशभर से कई किसान संगठन शामिल हुए हैं। क्या यूपी चुनाव में अब किसानों की भी एंट्री हो चुकी है? देखिए पूरी रिपोर्ट।
आज मुज़फ्फरनगर में किसान महापंचायत चल रही है जिसमें देशभर से कई किसान संगठन शामिल हुए हैं। क्या यूपी चुनाव से पहले चलने वाले इस महापंचायत का एजेंडा योगी आदित्यनाथ के खिलाफ है? देखिए पूरी रिपोर्ट।
किसान महापंचायत से पहले बीकेयू के नेता राकेश टिकैत का बयान आया है। उन्होंने कहा कि देश बिक रहा है, ऐसे में उसे बचाने की रणनीति पर आज चर्चा होगी।
जहां एक ओर अमेरिकी सेना के अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है और तालिबान का खतरा बढ़ता जा रहा है, वहीं भारत के अंदर पीएम मोदी के विरोधी अलग-अलग मुद्दों को लेकर अब उनका घेराव कर रहे हैं।
राकेश टिकैत ने किसानों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज को लेकर कहा कि जिसने सिर फोड़ने का आदेश दिया वो तालिबान कमांडर है और पुलिस की ताकत से सरकार इस देश पर कब्जा करना चाहती है।
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि आने वाले समय में दिल्ली का गला दबाना होगा और दिल्ली को चारों ओर से घेरना होगा। किसान आंदोलन के नाम पर पिछले करीब 9 महीने से दिल्ली के सभी बॉर्डर जाम हैं, लेकिन किसान नेता इतने भर से मानने वाले नहीं हैं।
देश में सरकारी तालिबानों का कब्ज़ा हो चुका है। देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद है। इन कमांडरो की पहचान करनी होगी। जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वहीं कमांडर है: किसान नेता राकेश टिकैत, करनाल में पुलिस द्वारा किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर
राकेश टिकैत ने किसानों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज को लेकर कहा कि जिसने सिर फोड़ने का आदेश दिया वो तालिबान कमांडर है और पुलिस की ताकत से सरकार इस देश पर कब्जा करना चाहती है।
आढ़ती (कमीशन एजेंट) ने बाद में मीडिया को बताया कि किसानों द्वारा सड़क जाम करने से उनका काम प्रभावित हुआ है। उसने कहा, ''अगर वे आंदोलन करना चाहते हैं, तो किसी दूसरी जगह पर ऐसा कर सकते हैं।'' बाद में शिमला में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए टिकैत ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति नशे में था और उसके हाथों में पत्थर थे। उसने उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
राकेश टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि यह उन्हें विरोध प्रदर्शन करने से नहीं रोक पाएगा और इन कानूनों के खिलाफ उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कि कानून निरस्त नहीं हो जाते।
किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलों की खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितता का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया और सीबीआई जांच की मांग की।
टिकैत ने कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी से नहीं है बल्कि मोदी सरकार से है। राकेश टिकैत ने कहा कि हम सरकार के आरोपों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने एक बार फिर से साफ किया कि सरकार जब तक तीन कानूनों को वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि संबित पात्रा को सिर्फ तमिल भाषा आती है, उसी में यह बात करते हैं। राकेश टिकैत के इस बयान को संबित पात्रा ने तमिल भाषा के अपमान की तरह लिया और राकेश टिकैत से माफी मांगने के लिए कहा लेकिन वह बिना माफी मांगे ही डिबेट छोड़कर चले गए।
राकेश टिकैत ने कहा कि संबित पात्रा को सिर्फ तमिल भाषा आती है, उसी में यह बात करते हैं। राकेश टिकैत के इस बयान को संबित पात्रा ने तमिल भाषा के अपमान की तरह लिया और राकेश टिकैत से माफी मांगने के लिए कहा लेकिन वह बिना माफी मांगे ही डिबेट छोड़कर चले गए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अब लखनऊ को भी दिल्ली की तरह बनाया जाएगा। जिस तरह दिल्ली में चारों तरफ के रास्ते सील हैं, ऐसे ही यहां के सारे रास्ते किसानों की ओर से सील किए जाएंगे। हम इसकी तैयारी करेंगे।
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