भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि अगर महामारी के दौरान कानून बन सकते हैं, तो वापस क्यों नहीं हो सकते? साथ ही दोहराया कि केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद ही आंदोलनरत किसान दिल्ली की सीमाओं से हटेंगे।
हरियाणा के हिसार में सोमवार को किसानों ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन जल्द खत्म होने वाला नहीं है। यह आंदोलन 2024 तक चलता रहेगा।
हरियाणा पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन करते हुए यहां एक गांव में ‘महा पंचायत’ करने के आरोप में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत और 12 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
राकेश टिकैत ने बृहस्पतिवार को कहा कि तीन विवादित कृषि कानूनों पर किसान संघ केंद्र सरकार के साथ बात करने को तैयार हैं, लेकिन चर्चा इन कानूनों को रद्द करने को लेकर होगी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी आखिरकार वैक्सीन का टीका लगवा लिया है। मंगलवार को राकेश टिकैत ने वैक्सीन की पहली डोज ली और इसके लिए उन्होने दिल्ली-यूपी बॉर्डर के पास वाला अस्पताल चुना।
बीकेयू के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा कि यदि सरकार आमंत्रित करती है तो नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान वार्ता के लिए तैयार हैं, बातचीत वहीं से शुरू होगी जहां 22 जनवरी को खत्म हुई थी और मांगों में कोई बदलाव नहीं है।
राजस्थान के अलवर में हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के काफिले पर हमले के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे को शुक्रवार (2 अप्रैल) देर रात 1 घंटे से अधिक समय के लिए बंद कर दिया।
किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को राजस्थान में भीड़ ने हमला बोल दिया। यह हमला तब हुआ जब टिकैत अलवर के हरसौरा में सभा को संबोधित कर बानसूर जा रहे थे। इसी बीच ततारपुर में भीड़ ने टिकैत के काफिले पर पथराव शुरू कर दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले किसानों ने रविवार को ‘होलिका दहन’ के दौरान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। ऐसे में किसान होली भी बॉर्डर पर ही मनाएंगे, इसके लिए किसानों की तरफ से तमाम तैयारियां की जा चुकीं है।
जनता दल (सेक्युलर) के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत का समर्थन किया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने 26 मार्च (शुक्रवार) को 'भारत बंद' का अह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, किसान आंदोलन के 4 महीने (120 दिन) पूरे होने पर 'भारत बंद' किया जा रहा है।
Kisan Andolan: उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमें जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हुए। जब आपसे कहा जाएगा तब आपको दिल्ली जाना होगा और फिर से बैरिकेड तोड़ने होंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता है और हम कहीं पर भी बेच कर दिखाएंगे।
किसान नेता राकेश टिकैत ने मांग करते हुए कहा कि आंदोलन स्थल पर किसानों का टीकाकरण किया जाए। साथ ही टिकैट ने खुद भी कोरोना टीका लगवाने की इच्छा जाहिर की है।
उत्तर प्रदेश के नोएडा में थाना दनकौर क्षेत्र से अज्ञात बदमाशों ने भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष के नाबालिग बेटे को कथित रूप से अगवा करने का प्रयास किया।
फिलहाल सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर आंदोलनकारी बैठे हुए हैं और 100 दिन से ज्यादा समय से तीनों बॉर्डर बंद पड़े हुए हैं जिससे बॉर्डर के रास्ते आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में पहुंचकर भारत सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों की वापसी के आंदोलन को और तेज कर दिया है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले पर प्रतिक्रिया देते दुए कहा है कि ममता बनर्जी राकेश टिकैत बनना चाहती हैं।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश सिंह टिकैत ने सोमवार को कहा कि आवश्यकता पड़ी तो तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त कराने के लिये लाखों की संख्या में किसान ट्रैक्टरों पर संसद पहुंचेगें। टिकैत ने नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम लिये बिना उन्हें बिना अधिकार का केन्द्रीय कृषि मंत्री बताया।
संपादक की पसंद