राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। इस बीच आप नेता ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि उन्हें संसद की विशेषाधिकार समिति ने दो नोटिस भेजे हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष को संसद में बोलने का मौका नहीं दिया गया।
आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और संजय सिंह को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया है।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज राज्यसभा में बीजेपी पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री परमात्मा हैं। उनके आने से क्या होनेवाला है?
दिल्ली सर्विस बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के मामले में विशेषाधिकार समिति की ओर से नोटिस मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
सेलेक्ट कमेटी के चयन में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में फंसे आप सांसद राघव चड्ढा की मुश्किलें बढ़ने वाली है। न केवल उनके सिर पर विशेषाधिकार हनन की तलवार लटक रही है बल्कि उनके ऊपर FIR भी दर्ज की जा सकती है।
राज्यसभा में समय अजीबो-गरीब स्थिति हो गई जब आम आदमी के पार्टी का एक सांसद टमाटर की माल पहने सदन के अंदर जाकर अपनी सीट पर बैठ गया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताई।
सदन में मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान केंद्रीय मंत्री नारायण राणे अरविंद सावंत पर जोर से चिल्लाए और कहा-बैठ, पीछे बैठ, औकात नहीं तेरी..औकात दिखा दूंगा। देखें वीडियो-
सदन के कामों में लगातार बाधा पहुंचाने के चलते टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित करने का फैसला राज्यसभा के सभापति के पास लंबित है।
कांग्रेस ने इस बिल को पारित करने से रोकने के लिए खराब सेहत के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी राज्यसभा में वोटिंग के लिए बुलाया था। मनमोहन सिंह की उम्र 90 साल की है। इसके बावजूद वे पूरी बहस और वोटिंग के दौरान व्हीलचेयर पर बैठे नजर आए।
सोमवार रात राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान ही थंबीदुरई, सस्मित पात्रा और फांगनोन कोन्याक ने सदन में कहा कि ''हमने कोई भी मोशन मूव नहीं किया, न ही साइन किया है।'' दरअसल, इन सांसदों ने दिल्ली सेवा विधेयक को चयन समिति को भेजने के लिए आप सांसद की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव पर अपने फर्जी हस्ताक्षर किए जाने का आरोप लगाया है।
दिल्ली सेवा बिल राज्यसभा से भी पास हो गया है। बिल के पक्ष में 131 और विपक्ष में 102 वोट पड़े। राज्यसभा से बिल पास होने के बाद अलग-अलग पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। जानें किसने क्या कहा है?
दिल्ली सेवा बिल राज्यसभा में पास हो गया है। इस बिल को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा है कि बिल का मकसद दिल्ली में भ्रष्टाचार को रोकना है।
उन्होंने कहा, 'यह कहना गलत है कि यह मामला कोर्ट में लंबित है और इसपर सदन में बिल नहीं आ सकता है। सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जो लंबित है वह अध्यादेश की वैधता है। दो प्रश्न इस बाबत संविधान पीठ को भेजे गए हैं।
दिल्ली सेवा बिल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में सोमवार को पेश करेंगे। लोकसभा में ये बिल पहले ही पारित हो चुका है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इन दर्ज मामलों में सबसे अधिक महाराष्ट्र के हैं। महाराष्ट्र में 39, जम्मू कश्मीर में 22, दिल्ली में 21, उत्तर प्रदेश में 17 और कर्नाटक में 14 नौकरशाहों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ को लेकर कहा कि आप गुस्सा हो गए। जिसके जवाब में जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं 45 साल से शादीशुदा आदमी हूं। मैं कभी गुस्सा नहीं करता हूं।
क्या सीयूईटी यूजी सीबीएसई के सिलेबस पर आधारित है, शिक्षा मंत्रालय ने राज्य सभा में इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सीयूईटी यूजी सीबीएसई के सिलेबस पर नहीं है।
लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया है। पीयूष गोयल का कहना है कि विपक्ष चर्चा से भाग रहा है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कभी-कभी अनुशासन बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाना जरूरी हो जाता है, अन्यथा लोकतंत्र के मंदिरों की प्रतिष्ठा का क्षय होने लगेगा।
संसद के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही की शुरुआत मणिपुर मुद्दे पर शोर के साथ हुई। रानीतिक दलों ने संसद परिसर में प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़