संसद के शीतकालीन सत्र में हंगामा करने वाले 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है, जिनमें लोकसभा के 95 और राज्यसभा के 46 सांसद शामिल हैं। क्यों और कैसे सांसदों को निलंबित किया जाता है और उनपर क्या-क्या पाबंदियां लगाई जाती हैं-जानिए सबकुछ।
संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में अब तक 141 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इनमें लोकसभा के 95 और राज्यसभा के 46 सांसद शामिल हैं। निलंबित सांसदों के लिए लोकसभा सचिवालय ने सर्कुलर जारी किया है।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर अपमान का आरोप लगाया है। दरअसल, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी उपराष्ट्रपति धनखड़ की मिमिक्री कर रहे थे और राहुल गांधी उनका वीडियो बना रहे थे।
लोकसभा और राज्यसभा से आज कई सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इस तरह शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 92 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इन सांसदों में सबसे ज्यादा कांग्रेस, टीएमसी और डीएमके के सांसद शामिल हैं।
आम आदमी पार्टी ने सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया है। बता दें कि फिलहाल आप नेता संजय सिंह की गैर मौजूदी में उन्हें पार्टी द्वारा यह जिम्मेदारी दी गई है।
दरअसल, सदैव अपने कार्य को लेकर संजीदा रहने वाले मनमोहन सिंह, बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे। मनमोहन सिंह द्वारा आधिकारिक तौर पर यह छुट्टियां मेडिकल ग्राउंड पर मांगी गई।
राज्यसभा में आज संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को बाकी सत्र के लिए निलंबित कर दिया।
अनुच्छेद 370 पर आज राज्यसभा में तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान अमित शाह ने विपक्षी दलों पर खूब निशाना साधा। इस बीच विपक्षी दलों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री के बयान में गरिमा की कमी दिखी।
अनुच्छेद 370 पर राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह विपक्षी दलों पर भड़क गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं इन्हें नहीं समझा सकता क्योंकि मेरा मर्यादा है। इस दौरान शाह ने कहा कि 370 अस्थाई है ये तो जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पेश किया। इससे पहले लोकसभा में इस बिल को पारित किया जा चुका है। वहीं जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 पर भी सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम फैसला सुनाया है।
राज्यसभा में शिवसेना (यूटी) की सांसद ने बड़ा दावा किया है। सांसद ने दावा करते हुए कहा कि 50 से कम उम्र के 5 लाख से ज्यादा लोगों की हार्ट अटैक से मौत हुई है। इस विषय पर हमें गंभीरता दिखानी होगी।
राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि 2014 के बाद से देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कोर्ट के फैसले को सत्य और न्याय की जीत बताया है। उन्होंने लिखा- "ये मकान या दुकान की नहीं, संविधान को बचाने की लड़ाई है।"
कोर्ट ने कहा कि राघव यह दावा नहीं कर सकते कि उन्हें पूरे कार्यकाल तक सरकारी आवास पर कब्जा रखने का अधिकार है। वहीं, राघव चड्ढा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद लोकसभा और राज्यसभा का यह विशेष सत्र समाप्त हो गया। दोनों सदनों के प्रमुखों ने सदन के अनिश्चितकाल तक स्थगित होने का ऐलान किया। हालांकि पहले सदन आज तक चलना था, लेकिन इसे एक दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया।
नारी शक्ति वंदन विधेयक राज्यसभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। इस बिल के समर्थन में कुल 215 वोट पड़े जबकि विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। इससे पहले बृहस्पतिवार को राज्यसभा में इसपर दिनभर चर्चा चली। पक्ष और विपक्ष के नेताओं अपनी-अपनी बात रखी।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बिल के पास होने से देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने सदन के सदस्योे से इस बिल को सर्वानुमति से पास करने का अनुरोध किया।
वहीं इससे पहले बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल) 454 वोटों के साथ पारित हुआ था। लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने बिल के खिलाफ वोट किया था।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर कहा कि इसका असर 2029 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पक्का काम करते हैं।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर आज चर्चा हो रही है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे और जेपी नड्डा के बीच तीखी बहस देखने को मिली। जेपी नड्डा जब सत्ता पक्ष की तरफ से इस बिल पर बोल रहे थे, इसी दौरान खरगे ने उन्हें बीच में टोक दिया, जिसपर जेपी नड्डा बिफर गए।
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