राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के बवाल पर बड़ा अपडेट सामने आया है। विपक्ष के हंगामे का वीडियो सबूत सामने आया है जिसमें सांसद लेडी मार्शल से धक्कामुक्की करते दिख रहे हैं।
संसद के अंदर और बाहर विपक्ष के हंगामे के बीच एक महिला मार्शल के साथ राज्यसभा में हुई बदसलूकी का वीडियो सामने आया है। वीडियो में कांग्रेस सांसद उनके साथ धक्का-मुक्की करते नज़र आ रहे हैं।
संसद के मानसून सत्र में हंगामे के दौरान विपक्षी सदस्यों के आचरण की कड़ी निंदा करते हुए राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने बुधवार को सभापति से आग्रह किया कि वह इसके लिए एक समिति का गठन करें और दोषी सदस्यों के खिलाफ ‘‘कड़ी से कड़ी कार्रवाई ’’ करें। सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से पहले गोयल ने पूरे सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे और इस दौरान कागज फाड़कर आसन की ओर फेंकने सहित अन्य विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल सत्र की शुरुआत से ही संसद ना चलने देने की ठानकर आए थे।
संसद का मानसून सत्र सांसदों के शोर गुल और हंगामे की भेंट चढ़ गया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा को अनिश्चित काल तक के लिए स्थगित कर दिया है।
संसद का मानसून सत्र बुधवार को समाप्त हो गया। दोनों सदनों में काफी हंगामा हुआ। सरकार ने हंगामे को कमेटी बना कर दोषी सांसदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विपक्षी सांसदों ने 'खेला होबे' के नारे लगाते हुए लोकसभा में हंगामा किया और 'पेगासस प्रोजेक्ट' रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की। सांसदों ने कागजात भी फाड़ दिए, जिससे व्यवधान हुआ।
राज्यसभा ने बुधवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित ‘संविधान (127वां संशोधन) विधेयक, 2021’ को मंजूरी दे दी, जो राज्य सरकार और संघ राज्य क्षेत्र को सामाजिक तथा शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े वर्गों की स्वयं की राज्य सूची/संघ राज्य क्षेत्र सूची तैयार करने के अधिकार को बहाल करने से जुड़ा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भाजपा संसदीय दल की बैठक में इस पर नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री ने उन सांसदों की सूची मंगवाई है जो कल, विधेयक के पारित होने के दौरान सदन में उपस्थित नहीं थे।
जिस पैगसस मामले पर विपक्ष ने पूरे मानसून सत्र के दौरान संसद को चलने नहीं दिया है और आरोप लगाया कि सरकार पैगसस के जरिए लोगों के फोन में जासूसी कर रही है उसको लेकर सरकार की तरफ से संसद में बड़ा बयान दिया गया है।
आज ओलंपिक के विजेता अपने देश वापस लौट रहे हैं। जहां एक ओर दिल्ली में उनके विशेष स्वागत की तैयारी चल रही है वहीं आज संसद में भी सभी खिलाड़ी को बधाई दी गई।
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने गुरुवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सात वर्षों के दौरान भारत से चुराई गई विरासत का 75 प्रतिशत वापस हासिल कर लिया है।
पेगासस मुद्दे पर मानसून सत्र में बार-बार व्यवधान देखा गया, जिससे दोनों सदनों को कई बार स्थगित करना पड़ा। विपक्ष इस मुद्दे पर चर्चा चाहता है, जबकि सरकार ज्यादा उत्सुक नहीं है।
विपक्ष और सरकार के बीच दो सप्ताह तक जारी गतिरोध के बीच संसद के दोनों सदनों में बिना किसी उचित चर्चा के हंगामे के बीच सरकार द्वारा विधेयकों को पारित करने के अलावा बहुत कम कामकाज हुआ है।
मानसून सत्र में विपक्षी दलों के लगातार हंगामे के चलते राज्यसभा के 50 में से 40 घंटे बेकार हो गए और केवल 10 घंटे ही काम हो सका।
पेगासस जासूसीऔर कृषि कानूनों के मुद्दे पर विपक्ष का संसद में हंगामा जारी है। बुधवार को राज्यसभा की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। इसके बाद कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित हो गई।
23 जुलाई को कार्यवाही बाधित होने के दो दिन बाद, 27 जुलाई को पेगासस जासूसी विवाद और किसानों के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा नारे और तख्तियां लगाए जाने के बाद संसद के दोनों सदनों में तूफानी नजारा देखने को मिला। दोनों सदनों को बार-बार स्थगित किया गया। विपक्षी सदस्यों के विरोध के चलते लोकसभा को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।
संसद के मानसून सत्र को शुरू हुए 4 दिन हो चुके हैं लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी है। गुरुवार को राज्यसभा में TMC सांसदों ने उस समय भारी हंगामा किया जब आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव पेगसस मामले पर स्टेटमेंट देने के लिए खड़े हुए थे। TMC सांसद शांतनु सेन ने आईटी मंत्री के हाथ से स्टेटमेंट का पेपर छीना और उसे फाड़कर उपसभापति की कुर्सी की तरफ फेंक दिया।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने गुरुवार को राज्यसभा में जो दुर्व्यव्हार किया था उसके लिए उन्हें मानसून सत्र के बाकी दिनों के लिए राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद शांतनु सेन ने गुरुवार को राज्यसभा में जो दुर्व्यव्हार किया था उसके लिए उन्हें मानसून सत्र के बाकी दिनों के लिए राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया गया है।
राज्यसभा में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को विपक्ष के सदस्यों के बीच हंगामे से विवाद पर अपने बयान को छोटा करने के लिए मजबूर होना पड़ा। जैसे ही श्री वैष्णव पेगासस पर बोलने के लिए उठे, तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने उनके कागजात छीन लिए, फाड़े और डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह पर फेंक दिए। इसने मंत्री को इसके बजाय मेज पर कागज रखने के लिए मजबूर किया।
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