असम से 2 उम्मीदवार, केरल से 3 उम्मीदवार और हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा से एक-एक राज्यसभा सदस्य चुना जाना है। वोटिंग और इनकी गिनती आज ही संपन्न हो जाएगी।
राज्यसभा में भाजपा की संपतिया उइके ने कहा कि चाहे अमेरिका हो, रूस हो या पड़ोसी दुश्मन देश पाकिस्तान हो, वे भी आज प्रधानमंत्री मोदी की ‘‘मुक्तकंठ’’ से प्रशंसा करते हैं। उइके ने कहा कि ‘‘माननीय प्रधानमंत्री जी आज के युग के कृष्ण भगवान हैं।''
यह वाकया प्रश्नकाल में उस समय हुआ जब सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कारों के लिए स्टार रेटिंग प्रणाली से जुड़े पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे। रूपा गांगुली ने उनसे सवाल किया था कि क्या दो-तीन साल पुरानी गाड़ियों में यह सुविधा उपलब्ध हो सकती है।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम हिंसा की घटना की गूंज शुक्रवार को संसद में भी सुनाई दी। बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान राज्यसभा में इस घटना को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाया।
आम आदमी पार्टी ने 31 मार्च को होने जा रहे राज्यसभा चुनावों के लिए पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अशोक मित्तल, आप विधायक राघव चड्ढा, आईआईटी दिल्ली के संकाय सदस्य संदीप पाठक और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को नामांकित किया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि ईपीएफओ ने ब्याज दर को 8.1 प्रतिशत रखने का आह्वान किया है जबकि सुकन्या समृद्धि योजना (7.6 प्रतिशत), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (7.4 प्रतिशत) और पीपीएफ (7.1 प्रतिशत) सहित अन्य योजनाओं में मिलने वाली दरें बहुत कम हैं।
आम आदमी पार्टी’ (आप) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, पार्टी के विधायक राघव चड्ढा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के संकाय सदस्य संदीप पाठक, शिक्षाविद् अशोक कुमार मित्तल और व्यवसायी संजीव अरोड़ा को पंजाब से राज्यसभा के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
पंजाब के 7 राज्यसभा सदस्यों में से 5 का कार्यकाल 9 अप्रैल को खत्म हो रहा है। वहीं राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन करने का आज आखिरी दिन है। 31 मार्च को पंजाब में राज्यसभा के लिए चुनाव प्रस्तावित हैं।
राज्य सभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने तीन उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। हरभजन सिंह, डॉ संदीप पाठक के बाद अब राघव चड्ढा का नाम भी आगे आया है।
पंजाब से राज्यसभा की खाली हो रही पांच सीटों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। इन सीटों के लिए अभी तक आम आदमी पार्टी की तरफ से केवल पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह का नाम फाइनल किया गया है। अन्य चार नामों में राघव चड्डा, संदीप पाठक, नरेश पटेल और किशलय शर्मा के नामों पर विवाद होने के कारण मंथन चल रहा है।
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा, कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा तथा शमशेर सिंह दुल्लो, भारतीय जनता पार्टी के श्वेत मलिक और शिरोमणि अकाली दल के नरेश गुजराल का राज्यसभा का कार्यकाल नौ अप्रैल को खत्म होने वाला है।
इस साल उच्च सदन यानी राज्यसभा के लिए द्विवार्षिक चुनाव होने के बाद, कांग्रेस के सदस्यों की संख्या ऐतिहासिक रूप से कम हो सकती है और विपक्ष के नेता की स्थिति को बनाए रखने के लिए आवश्यक न्यूनतम संख्या के करीब होने की संभावना है।
राज्यसभा में कर्नाटक से चुने जाने के संबंध में अपनी निजी इच्छा के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘‘क्यों नहीं? कर्नाटक एक शानदार राज्य है। राज्य की सेवा करने का मुझे सम्मान प्राप्त हुआ है, केवल इसलिए नहीं कि मैं सांसद हूं।’’
पार्टी में उनके समर्थकों का मानना है कि उन्हें सदन में भेजने का यह सही समय है क्योंकि आम चुनाव अब से दो साल बाद हैं और वह सरकार का मुकाबला कर सकती हैं।
उच्च सदन में केरल से एंटनी, हिमाचल प्रदेश से आनंद शर्मा, पंजाब से प्रताप सिंह बाजवा (कांग्रेस) एवं नरेश गुजराल (अकाली दल) का कार्यकाल पूरा हो रहा है। पंजाब से राज्यसभा चुनाव का फैसला गत 20 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर निर्भर करेगा।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी बजट सत्र के पहले चरण में उच्च सदन में जिस तरह से कामकाज हुआ, उसे लेकर सभापति एम वेंकैया नायडू और अपनी तरफ से प्रसन्नता जतायी।
कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित निर्णयों के आधार पर इस मुद्दे पर विचार किया गया और सिविल सेवा परीक्षाओं के संबंध में प्रयासों की संख्या और आयु सीमा से संबंधित मौजूदा प्रावधानों में परिवर्तन करना संगत नहीं पाया गया है।
उच्च सदन में वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी ने आम बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि वह सदन के सदस्यों की जानकारी में यह बात लाना चाहते हैं कि ‘‘माननीय वित्त मंत्री आंध्र प्रदेश, हमारे राज्य की पुत्रवधू हैं।
आज राज्यसभा में संबोधन देते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने बताया कि भारत में कांग्रेस न होती तो क्या होता। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस न होती तो देश में करप्शन न होती और साथ ही उन्होंने 1984 वाली दास्तां को भी याद किया जो कांग्रेस के शासन के दौरान ही हुआ था। देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों को भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश करने में मजा आता है। राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता अपनी निराशा को देश पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं, यह ठीक नहीं है।
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