विधानसभा में 'लाल डायरी' दिखाकर सियासी हलचल मचाने वाले गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शिवसेना का दामन थाम लिया है।
कहा जा रहा है कि राजेंद्र गुढ़ा जब भी कुछ नया करते है तो अचानक करते हैं। कल अपने बेटे शिवम गुढ़ा के जन्मदिन के मौके पर वह अपनी नई पारी की शुरुआत शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ कर सकते हैं।
राजस्थान की गहलोत सरकार से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। गुढ़ा बोले-अपनी जाति के लिए वोट लेना नपुंसकता है दूसरी जाति के वोट लेना मर्दानगी है।
राजस्थान में कभी गहलोत कैबिनेट का चेहरा रहे राजेंद्र गुढा की मुश्किलें थम नहीं रही हैं। पहले तो गहलोत ने अपने कैबिनेट से उन्हें बर्खास्त कर दिया, अब पुलिस भी उनके बंगले पर दबिश दे रही है।
गहोलत कैबिनेट से बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी मंत्रियों का नार्को टेस्ट कराया जाए। 60 फीसदी से ज्यादा मंत्री दोषी पाए जाएंगे।
सतीश पूनिया ने पूछा कि कांग्रेस सरकार लाल डायरी को लेकर चिंतित क्यों है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि उस लाल डायरी में क्या है?
आज एक लाल डायरी ने राजस्थान की राजनीति में उबाल पैदा कर दिया....अशोक गहलोत ने शुक्रवार को जिन राजेन्द्र गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया था....वही राजेन्द्र गुढ़ा एक ला डायरी लेकर आज असैंबली में पहुंचे....दावा किया कि इस लाल डायरी में अशोक गलहोत के वो तमाम राज लिखे हैं....
राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया कि इस लाल डायरी में कांग्रेस के करप्शन का लेखा जोखा है.. इसके बाद सदन के अंदर हाथापाई
राजस्थान में कैबिनेट से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा सोमवार को जब विधानसभा पहुंचे तो वहां बवाल मच गया। गुढ़ा ने आरोप लगाया कि मेरी डायरी छीन ली गई, इसपर स्पीकर धारीवाल ने कहा-उन्हें नहीं रोका जाता तो हादसा हो सकता था।
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