मैं हैरान हूं कि मल्लिकार्जुन खरगे और ममता बनर्जी जैसे अनुभवी नेताओं ने मोदी के ध्यान को मुद्दा बनाया। वे भी जानते हैं कि ये ना तो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और न ही विवेकानंद शिला पर ध्यान लगाने से मोदी को कोई वोटों का फायदा होने वाला है।
अमित शाह का एक खास गुण ये है कि वो हर विषय पर खुलकर बोलते हैं। उनका दूसरा गुण ये है कि बीजेपी कहां कितनी सीटें जीतेगी, इसका वो लगातार आकलन करते रहते हैं। तीसरी बात ये कि वो सीटों के बारे में तभी पूर्वानुमान बताते हैं जब उनके पास 4-5 अलग अलग रिपोर्ट्स आ जाती हैं।
बंगाल में इस बार का चुनाव बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस दोनों के लिए नाक का सवाल है। फर्क बस इतना है कि बंगाल में ममता का सब कुछ दांव पर लगा है लेकिन बीजेपी के लिए बंगाल में खोने के लिए कुछ नहीं हैं।
पाकिस्तान में मेरे चुनावी शो की आजकल खूब चर्चा हो रही है। वहां के लोगों को यह खास शो खूब पसंद आ रहा है। हैरानी की बात ये है कि मोदी ने इस इलेक्शन शो में पाकिस्तान की खिंचाई की, वहां के हालात को लेकर तीखे कमेंट किए। पाकिस्तान के लोगों को मोदी का अंदाज़-ए-बयां पंसद आया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस राम मंदिर का विरोध करती है, समान नागरिक संहिता के खिलाफ है, क्योंकि कांग्रेस देश में मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीया) लागू करना चाहती है। हिमाचल और पंजाब की रैलियों में मोदी ने कांग्रेस पर देश में शरीया लागू करने के मंसूबे पालने का इल्जाम लगाया।
दिल्ली में कांग्रेस औऱ आम आदमी पार्टी का अलायन्स है, दोनों मिलकर लड़ रहे हैं, लेकिन इस बार भी बीजेपी के लिए हालात मुश्किल नहीं दिखते क्योंकि अरविन्द केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करके सत्ता में आए और आज वो खुद रिश्वत के कई मामलों में फंसे हैं।
पीएम मोदी ने संपूर्णानंद संस्कृत महाविद्यालय में नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम में करीब 25 हजार महिलाओं को संबोधित किया। इस कार्यक्रम की खास बात ये थी कि इसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश की महिलाएं ही मौजूद थीं। मंच का संचालन भी महिलाओं ने किया।
अगर एक मिनट के लिए शरद पवार की बात मान भी ली जाए कि मोदी की लोकप्रियता कम हुई है, तो पवार साहब ये तो बता दें कि किसकी लोकप्रियता बढ़ी है? पवार साहब की? जिनका भतीजा साथ छोड़ गया।
ये सारी की सारी घटना चौंकाने वाली, चिंता में डालने वाली है। अब पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच करेगी। इसमें कानून और सार्वजनिक सहानुभूति स्वाति के साथ है, राजनीतिक हालात उनके पक्ष में है, इसीलिए केजरीवाल की मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं।
केजरीवाल बहुत चालाक हैं, लेकिन जनता उनसे ज्यादा चतुर है। सब इस बात को समझते हैं कि चूंकि विरोधी दल मोदी की लोकप्रियता से घबराने लगे हैं, वो जानते हैं कि मोदी का मुकाबला नहीं कर सकते, योगी भी लोकप्रिय हैं, इसलिए योगी के जाने और मोदी की जगह अमित शाह के आने का डर दिखाओ, पब्लिक को कन्फ्यूज करो।
सिर्फ दावों की बात की जाए तो विरोधी दलों के दावे बिलकुल गलत साबित हुए हैं। लेकिन मोदी इस बात की ज्यादा परवाह नहीं करते कि उनकी पार्टी जीत की तरफ बढ़ रही है। वो हर हालत में मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ते और हर रोज विरोधी दलों को मुश्किल में डालने वाला एक नया मुद्दा उठा देते हैं।
रायबरेली से राहुल मैदान में हैं और अमेठी से के एल शर्मा। अगर ये दोनों सीटें खतरे में पड़ीं तो यूपी कांग्रेस मुक्त हो जाएगा। बीजेपी इसी लक्ष्य को ले कर चल रही है। और गांधी नेहरु परिवार इसी बात से डरा हुआ है।
लालू यादव पार्टी के सबसे बड़े स्टार हैं लेकिन स्वास्थ्य के कारण उनकी गतिविधियां सीमित है। उन्हें बहुत सारी चीजों का परहेज़ करना पड़ता है। तेजस्वी यादव जबरदस्त कैंपेन कर रहे थे, उनकी पब्लिक मीटिंग्स में जोश भी था, भीड़ भी थी लेकिन पिछले कुछ दिन से वो कमर के दर्द से परेशान हैं।
आपकी अदालत के सेट पर दो मिनट तक तो सिर्फ योगी योगी का नारा और तालियों की गड़गड़ाहट ही गूंजती रही। माहौल देखने के बाद योगी ने सभी को जय श्री राम कहकर प्रोग्राम की शुरुआत की।
भारत जैसे विविधताओं वाले देश में जहां हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, पारसी और दूसरे समुदाय मिल जुलकर रहते हैं, मिली-जुली आबादी है, वहां जनसंख्या का असंतुलन होने से बहुत सारी समस्याएं पैदा होती हैं। समाज का ताना-बाना टूटता है।
सोचने की बात ये है कि सैम पित्रोदा बार बार ऐसी बातें क्यों कहते है जो कांग्रेस के लिए मुसीबत बन जाती है? उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कहा था "हुआ सो हुआ"... फिर सैम ने कहा था corruption is a way of Life... फिर उन्होंने कहा आतंकवाद होता रहता है, कौन सी बड़ी बात है?
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को संपन्न हो गई। अभी अगले चार चरणों में मतदान होना बाकी है। इस बीच, वोट जिहाद का प्रचार प्रसार खूब तेजी से हो रहा है। जानिए क्या है पीएम मोदी के खिलाफ वोट जिहाद?
ED को मंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी के नौकर जहांगीर के घर पर नोटों का पहाड़ मिला। इतने नोट थे कि उन्हें गिनने के लिए ED को बैंकों कैश गिनने की मशीनें मंगानी पड़ी। दोपहर तक नोट गिनते गिनते मशीनें गर्म होने लगी। दो मशीनें खराब हो गईं। इसके बाद, बैंक से नोट गिनने की और बड़ी मशीन मंगानी पड़ीं।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेठी की बजाय रायबरेली से नामांकन का पर्चा भरा है। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वे अमेठी से ही चुनाव लड़ेंगे। बड़ा सवाल ये है कि नेता मतदाताओं से सच्चाई क्यों छिपाते हैं?
अगर पाकिस्तान के नजरिए से देखें, तो पाकिस्तान को भारत में एक कमज़ोर सरकार चाहिए, एक कमजोर प्रधानमंत्री चाहिए। पाकिस्तान की मोदी से यही प्रॉब्लम है। मोदी एक मजबूत प्रधानमंत्री हैं।
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