डॉक्टरों और पब्लिक को लगता है पहले इस केस को ढंकने छुपाने की कोशिश हुई,फिर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को बचाने की कोशिश की गई और फिर सबूत मिटाने की कोशिश की गई।
असल में एक मानसिकता है, लड़के हैं गलती हो जाती है। दूसरी मानसिकता है जो अपराध करने वाले का मजहब ढूंढती है। तीसरी मानसिकता है कि ये तो होता रहता है। सच तो ये है कि निर्भया की जघन्य हत्या से हमने कुछ नहीं सीखा।
कल रात की घटना के बारे में कमिश्नर साहब कह रहे हैं कि डॉक्टरों को बचाने में पुलिस फोर्स ने जान लगा दी लेकिन जिन डॉक्टरों ने कल रात भीड़ के तांडव को देखा, उन्होंने कहा कि पुलिस तो कहीं थी ही नहीं।
संदीप घोष पर सवाल उठने की एक नहीं, कई वजहें हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के तौर पर उन्होंने इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की, हत्या को आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की।
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर का कहना है कि एक से ज्यादा लोग इस अपराध में शामिल थे। इस केस में ये भी लगा कि मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को बचाने की कोशिश हुई।
बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने शेख हसीना को डबल क्रॉस किया। जब उन पर यकीन करके शेख हसीना ने अपनी रैली कैंसिल कर दी, उसके बाद सेना ने जमात-ए-इस्लामी के लोगों को शहर में एंट्री दे दी।
मनीष सिसोदिया अरविन्द केजरीवाल और पार्टी के बीच पुल का काम करेंगे। सिसोदिया को जमानत मिलने का असर दिल्ली की सियासत पर पड़ेगा। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा, बीजेपी के नेता डिफेन्सिव पर होंगे।
कांग्रेस ने 2013 में वक्फ एक्ट में जो बदलाव किए, वक्फ बोर्ड को जो ज्यादा अधिकार दिए, उसका असर ये हुआ कि वक्फ की प्रॉपर्टीज की संख्या 4 लाख 69 हजार से बढ़कर 8.5 लाख से ज्यादा हो गई।
डॉक्टर्स को अंदाजा था कि इससे विनेश का वजन डेढ़ किलो तक बढ़ेगा लेकिन विनेश का वजन दो किलो सात सौ ग्राम तक बढ़ गया। इसी से सारी दिक्कत हो गई।
कम से कम 34 मंदिरों पर हमला किया गया, 4 मंदिरों को जला दिया गया, 39 जिलों में हिन्दुओं के घरों में लूटपाट की गई। कई घरों में आग लगा दी गई। दो हिन्दू काउंसलर्स की हत्या कर दी गई। भारत सरकार ने इस बात पर सबसे ज्यादा चिंता जताई है।
शेख हसीना ने जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ एक्शन लिया लेकिन जमात ने छात्र नेताओं को सामने कर दिया। इन सारे छात्र नेताओं के तार कट्टर इस्लामिक संगठन जमात-ए-इस्लामी से जुड़े हैं। इन संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पैसे देती है।
चन्नी कांग्रेस में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के विश्वासपात्र हैं। सोनिया गांधी ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को हटाकर चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया था। चन्नी की अगुआई में कांग्रेस विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारी। इसके बाद भी राहुल गांधी ने चन्नी को पार्टी के नेताओं के विरोध के बाद भी जालंधर से टिकट दिया। वो पहली बार च
आम तौर पर बजट का विश्लेषण इस बात पर नहीं होता कि वित्त मंत्री ने किस राज्य का नाम लिया और किसे छोड़ दिया। हालांकि ये बात सही है कि निर्मला सीतारमण ने बिहार और आंध्र प्रदेश पर फोकस किया, इन दोनों राज्यों को खुश किया।
अगर मोदी ने अपनी सरकार को समर्थन देने वालों को खुश किया तो इसमें बुराई क्या है? क्या कोई अपनी सरकार को समर्थन देने वालों को नाराज करने का प्रयास करेगा?
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पीएम मोदी ने विपक्ष पर करारा तंज कसा, उन्होंने कहा कि, पिछली बार ढाई घंटे तक उनकी आवाज़ को दबाने का प्रयास किया गया, लोकतांत्रिक परम्पराओं में इसका कोई स्थान नहीं को सकता और इन सब को लेकर (विपक्ष के मन में) पश्चाताप तक नहीं है।
पुलिस को ये बताने की जरूरत नहीं होती कि जिस मोबाइल फोन से वीडियो शूट किया गया हो उसे फॉरेन्सिक जांच के लिए जब्त किया जाता है। पुलिस ने ऐसा करने के बजाए वीडियो को CD पर ट्रांसफर लिया और फोन से वीडियो डिलीट कर दिया गया।
सहारनपुर के DIG अजय कुमार साहनी ने कहा कि कई बार दुकानदार दूसरे नामों से अपनी दुकान, ढाबे और होटल चलाते हैं, और बाद में जब असलियत का पता चलता है तो विवाद हो जाता है।
पिछले एक महीने से लगातार ये हवा बनाई जा रही थी कि अब योगी की कुर्सी जाएगी लेकिन आज बीजेपी हाई कमान ने ये संकेत दे दिए कि यूपी में योगी का कोई विकल्प नहीं है, यूपी को योगी ही चलाएंगे, उम्मीदवारों का चयन भी योगी करेंगे, उपचुनाव की रणनीति भी योगी बनाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दखल के बाद जैसे ही मुख्य सचिव ने शिक्षक नेताओं से बात की, तो ग्राउंड रियलिटी समझ में आ गई और मसले के हल का रास्ता निकल आया।
पुतिन जैसे नेता आमतौर पर ऐसी बातें सुनने के आदी नहीं होते, ना ही ऐसे नेताओं की फितरत किसी दूसरे की खुलकर तारीफ करने की होती है। लेकिन हमने ये मॉस्को में होते हुए देखा।
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