चीन के विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री मोदी के चीन आने के फ़ैसले का स्वागत किया और कहा कि इस दौरे से दोनों देश और क़रीब आएंगे। रूस, चीन और भारत के बीच बढ़ती नज़दीकी से ट्रंप परेशान हैं।
जो लोग नरेंद्र मोदी को जानते हैं, वो समझते हैं कि मोदी किसी तू-तू, मैं-मैं में नहीं पड़ते, वह पक्के अहमदाबादी हैं, किसी भी संकट को अवसर में बदलना जानते हैं।
अमेरिका पिछले कई महीनों से मांग कर रहा है कि भारत अपना कृषि और डेयरी बाड़ार अमेरिकी वस्तुओं के लिए खोल दे, लेकिन भारत ने इंकार कर दिया है। इसके कारण दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते की तैयारी में रुकावट आ गई है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि रूस से तेल ख़रीदने को लेकर अमेरिका और यूरोपीय देश जो हमले कर रहे हैं, वो ग़लत है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद अमेरिका ने ही भारत से कहा था कि वो रूस से तेल ख़रीदे, ताकि अन्तरराष्ट्रीय तेल बाजार में स्थिरता बनी रहे।
पाकिस्तान की सरकार अच्छी तरह जानती है कि सुलेमान शाह, अफ़ग़ान, और जिब्रान पाकिस्तानी थे। पाकिस्तान की फौज जानती है कि सुलेमान पाकिस्तानी सेना का Trained Commando था। ISI जानती है कि इन दहशतगर्दों को वही हथियार दिए गए थे जिनका इस्तेमाल पाकिस्तानी फौज करती है।
जनरल आसिम मुनीर को लगता है कि 4 दिन की लड़ाई में बुरी तरह मार खाकर भी उन्हें बहुत फायदा हुआ। जो पाकिस्तान दुनिया के सामने कटोरा हाथ में लेकर घूम रहा था, वो पहलवान बनकर ताल ठोकने लगा।
तेजस्वी य़ादव ने एक बड़ा दांव चला। तेजस्वी ने कहा अगर वोटर लिस्ट से लाखों लोगों के वोट काटे जाएंगे, अगर इसी तरह बेईमानी होगी तो फिर चुनाव लड़ने का क्या मतलब? वह चुनाव का बॉयकॉट कर सकते हैं, इस पर सहयोगी दलों से भी बात करेंगे।
चुनाव आयोग का कहना है कि 1 अगस्त तक वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा। फिर 1 सितंबर तक इसमें संशोधन होगा। अगर किसी को कोई आपत्ति या शिकायत है, तो चुनाव आयोग उसकी जांच करेगा।
जब सरकार को लगा कि अब वो राज्यसभा में भी परेशानी पैदा कर सकते हैं, खुले टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है, तब उन्हें एक phone गया। ये convey किया गया कि अब ये खेल ज्यादा नहीं चलेगा।
उपराष्ट्रपति पद पर जगदीप धनखड़ के कार्यकाल के अभी 2 साल और बाकी थे इसलिए अचानक उनका इस्तीफा चौंकाने वाला था। सवाल ये है कि अगर स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देना था, तो पहले दिया जा सकता था। मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही चलाने के बाद इस्तीफा देना, ये बताता है कि इस्तीफे की वजह कुछ और है।
रॉबर्ट वाड्रा ने ये नहीं बताया कि उनके और DLF के बीच क्या connection है? DLF ने रॉबर्ट वाड्रा पर इतनी मेहरबानी क्यों की कि वाड्रा ने सिर्फ चार साल में जमीन बेचकर 700% मुनाफा कमाया? क्या ये सच नहीं कि रॉबर्ट वाड्रा ने धोखे से जमीन खरीदी फर्जी दस्तावेज दिए?
20 साल से गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है। कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी नीतीश कुमार की है। और नीतीश कुमार scene से गायब हैं।
ममता बनर्जी भले ही बीजेपी और चुनाव आयोग को कोस रही हों लेकिन उनका फोकस साफ है। वो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं।
चीन को इस बात का एहसास कराना जरूरी है कि भारत क्षेत्रीय महाशक्ति है और अगर शांति और विकास का रास्ता प्रशस्त करना है तो चीन को भारत के साथ मिलकर काम करना होगा।
बिहार में पिछले 13 दिन में 50 हत्याएं हुई है। यह एक चिंताजनक स्थिति है। इसे ठीक करने के लिए राज्य सरकार के पास न तो ज्यादा समय है, न ज्यादा विकल्प। अपराध के इस दौर को रोकने के अलावा और कोई चारा नहीं है। अब बयानबाजी से काम नहीं चलेगा।
अजित डोवल ने कहा कि चार दिनों का ऑपरेशन सिंदूर बेहद सफल सैन्य अभियान था, भारत ने बहुत सोच-समझकर टारगेट सेट किए और सटीक निशाना लगाकर आतंकियों के उन सभी अड्डों का सफ़ाया कर दिया और इसके सबूत पूरी दुनिया ने देखे।
कुछ नेताओं को लगता है कि अगर चुनाव आयोग Voter list को verify कर रहा है, तो जरूर ये सरकार के कहने पर किया जा रहा है और अगर सरकार ये करवा रही है, तो जरूर इसमें बीजेपी को फायदा पहुंचाने की साजिश होगी।
महागठंबधन के नेताओं ने चुनाव आयोग को तो कोसा लेकिन किसी ने ये नहीं कहा कि 25 दिन में साढ़े सात करोड़ वोटर्स का वैरीफिकेशन कैसे होगा। कल तक सारे नेता कह रहे थे कि क्या चुनाव आयोग जादू की छड़ी घुमाएगा?
खेमका हत्याकांड का पूरा ब्यौरा ये बताता है, बिहार में इंसान की जान की कोई कीमत नहीं। जमीन का झगड़ा था, तो सुपारी दे दी गई। सिर्फ 4 लाख में शूटर मिल गया।
पूरे बिहार में 24 घंटे के दौरान दस लोगों की हत्या कर दी गई। उससे इतना तो साफ है कि बिहार में माफिया बेखौफ है, अपराधियों में पुलिस का कोई डर नहीं है। 24 घंटे में 10 मर्डर हो गए पर मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में हैं और जब मुख्यमंत्री ही सक्रिय नहीं हैं तो पुलिस से कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जा सकती है?
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