सोमवार को जब कई इलाकों में पानी भरा तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सीधे BMC के डिजास्टर कंट्रोल रूम पहुंचे जहां पूरे मुंबई शहर के 7 हजार CCTV कैमरों से शहर के हालात पर नजर रखी जाती है।
ऐसा लगता है कि जिन लोगों ने राहुल गांधी को जानकारी दी, उन्होंने राहुल को यही बताया कि परिवार को सहायता की राशि नहीं मिली है। संसद में जब राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को सूचित किया कि एक करोड़ रुपया दिया गया है, तब भी वो यही कह रहे थे कि परिवार वाले कुछ और बता रहे हैं।
मोदी ने हर उस सवाल का जवाब दिया जो विपक्ष ने चर्चा के दौरान पूछा था। संविधान में आरक्षण की चर्चा की, कश्मीर पर उत्तर दिया, ED-CBI पर अपने इरादे साफ कर दिए, पर इसका मतलब ये नहीं कि विपक्ष इन सवालों को उठाना बंद कर देगा। मोदी के कार्यकाल में ये सवाल लगातार उठते रहेंगे।
विरोधी दलों के सांसद वेल में आकर नारे लगाते रहे, तालियां बजाते रहे, मणिपुर-मणिपुर चिल्लाते रहे, पूरी ताकत लगाकर हंगामा करते रहे, लेकिन नरेंद्र मोदी एक मिनट के लिए भी विचलित नहीं हुए, अपनी बात पर अटल रहे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में कह दिया कि हिंदू हिंसा फैलाते हैं, नफरत फैलाते हैं, असत्य फैलाते हैं। उनके इस बयान पर संसद में काफी हंगामा हुआ। अब उनके इस बयान की चहुंओर निंदा हो रही है।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि जिस जगह हादसा हुआ, उसका उद्घाटन किसकी सरकार के वक्त हुआ था लेकिन हादसे की बजाय इसी बात को मुद्दा बनाया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने विस्तार में बताया कि दस साल में सरकार ने कौन-कौन से बड़े काम किए हैं, किस तरह से जनहित की योजनाओं को लागू किया है, नौजवानों, महिलाओं, पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के हितों की रक्षा करने वाले फ़ैसले लिए हैं।
राहुल गांधी प्रतिपक्ष के नेता की कुर्सी पर बैठे लेकिन विपक्ष के नेता के तौर पर पहला ही दिन चुनौतियों से भरा साबित हुआ। विपक्षी गठबंधन की एकता तार-तार हो गई।
मैंने आपातकाल के उस दौर को करीब से देखा है। उस दम घोंटने वाले वातावरण को जिया है। मेरी उम्र सिर्फ 17 साल की थी। मैं जयप्रकाश नारायण के आंदोलन का हिस्सा था।
ये सच है कि सरकार को पहले से पता था कि गर्मी पड़ेगी, पानी की कमी होगी, लेकिन कोई प्लानिंग नहीं की गई। दिल्ली की सरकार हरियाणा को जिम्मेदार बताती रही, हरियाणा की सरकार सफाई देती रही। इसका नतीजा ये है कि आज दिल्ली के लोग परेशान हैं, बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर हैं
एलन मस्क ने ईवीएम को लेकर ट्वीट किया और उसे लेकर भारत में एक बार फिर सियासी हलकों में हलचल मच गई। एलन मस्क के ट्वीट को आधार बनाकर एक बार फिर पूरा विपक्ष उसपर सवाल उठाने लगा। मस्क ने अमेरिका के संदर्भ में ट्वीट किया और बवाल भारत में मच गया।
उत्तर प्रदेश मे बीजेपी की सीटें कम क्यों हुईं, इसका विश्लेषण चुनाव विशेषज्ञ कई बार कर चुके हैं। ज्यादातर लोग मानते हैं कि बीजेपी ने टिकट बांटते समय जातिगत समीकरणों का ध्यान नहीं रखा।
परीक्षा कराने वाली NTA के जवाब और भी हैरान करने वाले हैं। NTA का कहना है कि जांच के लिए कमेटी बना दी गई है, ग्रेस मार्क्स भी नियम के मुताबिक दिए गए हैं। ये कहना और भी बड़ा मजाक है।
बीजेपी के अंदर कई नेता चाहते हैं थे कि बीजेपी को जगन मोहन के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ना चाहिए लेकिन प्रधानमंत्री का अपना आकलन था कि आंध्र में इस बार चंद्रबाबू नायडू के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए।
जो लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि मोदी को गठबंधन की सरकार चलाने का अनुभव नहीं है, ये वैसी ही बात है, जब उनके पहली बार प्रधानमंत्री बनने पर कहा गया था कि उन्हें विदेश नीति का कोई अनुभव नहीं है।
Rajat Sharma Blog : मोदी के मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा, कितने मंत्री शपथ लेंगे, किस पार्टी को कितनी हिस्सेदारी मिलेगी, कौन-कौन से मंत्रालय दिए जाएंगे, इन सब बातों पर जेपी नड्डा के घर पर शुक्रवार को NDA के सहयोगियों के साथ बात हुई।
राष्ट्रपति भवन में मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण की तैयारियां तेज हो गई है। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में मेहमानों के लिए कुर्सियां लग गई हैं। मोदी रविवार नौ जून को शपथ लेंगे, जिसमें कई पड़ोसी देशों के राजनेता उपस्थि रहेंगे।
कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि साम, दाम, दंड, भेद कुछ भी करके मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोका जाना चाहिए। लेकिन आंकड़े ऐसे हैं कि मोदी को तीसरे टर्म से रोक पाना असंभव है।
बीजेपी को भी इस बात पर आत्ममंथन करना चाहिए कि इतना परिश्रम, इतना काम और इतनी कल्याणकारी योजनाओं लागू करने के बाद भी उनकी सीटें कम क्यों हुईं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, बंगाल, यूपी, राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र में उनका एलायंस शानदार प्रदर्शन करेगा।
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