मोदी साफ साफ कहते हैं कि कोई कितना भी प्रभावशाली हो, अगर वो भ्रष्टाचार करेगा तो वो उसे छोड़ेंगे नहीं। अगर ये मोदी की ताकत है, तो आज के ज़माने में ये मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी है।
ये भी सही है कि इस बार मराठा आरक्षण के आंदोलन को हवा देने का काम शरद पवार और उनकी पार्टी के नेताओं ने किया। उनकी मंशा इस मामले में केंद्र सरकार को फंसाने की है। इसीलिए उनके लोग बार बार कह रहे हैं कि अगर मराठाओं को कोई आरक्षण दे सकता है तो केंद्र सरकार दे सकती है।
हकीकत तो यही है कि ये तो एप्पल को भी नहीं पता कि हैकर्स कौन हैं? कब हैकिंग हुई? और एप्पल ये भी कह रहा है कि इस तरह के एलर्ट यूजर्स को सावधान करने के लिए भेजे जाते हैं। जरूरी नहीं है कि जिसको एलर्ट मिले उसका फोन हैक करने की कोशिश हुई ही हो।
इजरायल और हमास के मामले पर पूरी दुनिया दो भागों में तो पहले ही बंट चुकी थी लेकिन अब दो तरह की सोच वाले मुल्कों के बीच टकराव दिखाई दे रहा है, जो चिंता की बात है। जहां तक इजरायल का सवाल है,उसे दुनिया के एक बड़े हिस्से का समर्थन है। हमास की बर्बरता के बाद इजरायल ठान चुका है कि वह हमास को सबक सिखा कर रहेगा।
वो वक्त भी आया जब कांग्रेस ने कोर्ट में प्रभु राम को काल्पनिक चरित्र बता दिया था। इसीलिए अब ये देखकर हैरानी होती है कि उन्हीं पार्टियों के सारे नेता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने को आतुर हैं।
भारत के रुख संतुलित भी हैं और व्यावहारिक भी। मैंने पहले ही कहा कि इज़रायल अगर गाज़ा पर कब्जे करता है तो उसे बरकरार रखना मुश्किल होगा। इसीलिए अब अमेरिका भी इज़रायल को सलाह दे रहा है कि वो गाजा पर ग्राउंड अटैक न करे, सरहद पार न करे।
पीएम मोदी ने अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की बात की और विजयादशमी पर प्रत्येक देशवासी से 10 संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी के 75 साल बाद, अब भारत के भाग्य का उदय होने जा रहा है।
इजरायल के राष्ट्रपति आइज़ैक हर्त्ज़ोर्ग ने कहा है कि हमास के आतंकवादियों के पास अल क़ायदा के मैन्युअल मिले है जिसमें उन्हें रासायनिक हथियार बनाने का तरीका बताया गया है।
अब सवाल ये है कि महुआ अपने बचाव में क्या कहेंगी, सारे सबूत और गवाह उनके खिलाफ हैं, महुआ ममता की करीबी हैं लेकिन दर्शन हीरानंदानी का बयान आने के बाद तृणमूल कांग्रेस का कोई नेता महुआ के बचाव में नहीं बोला, किसी ने महुआ का समर्थन नहीं किया।
गुरुवार रात को महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी के हलफनामे के बारे में एक लम्बा बयान जारी किया और आरोप लगाया कि हीरानंदानी पर दबाव डालकर प्रधानमंत्री कार्यालय से ये हलफनामा लिखवाया गया है।
जिस दौरान अस्पताल में धमाका हुआ और जब आतंकियों के तरफ से गाज़ा से रॉकेट दागे गए, रॉकेटों की ट्रैजेक्टरी की स्टडी करने के बाद पाया गया कि ये रॉकेट अस्पताल से कुछ दूरी पर एक स्थान से दागे गए।
कमलनाथ ने दिग्विजय की दोस्ती का हवाला दिया, पारिवारिक संबंधों की बात की लेकिन दिग्विजय यही पूछते रहे कि जब टिकट के ‘ए’ और ‘बी’ फॉर्म में दस्तखत कमलनाथ के हैं तो फिर उन्हें जिम्मेदार क्यों ठहराया गया।
हमास के आतंकवादियों ने जब इजरायल के मासूम नागरिकों पर बेरहमी से हमला किया तो वो हथियारों के साथ-साथ कैमरों से भी लैस थे, अपनी वहशियाना हरकतों को कैमरे में कैद कर रहे थे।
इजरायल और चरमपंथी संगठन हमास के बीच युद्ध जारी है। इसे लेकर अब दुनिया के देश दो भागों में बंट गए हैं। अमेरिका, भारत और यूरोपीय देश पूरी तरह इजराइल के साथ खड़े हैं, लेकिन रूस, ईरान, इराक, लेबनान और दूसरे मुस्लिम देश हमास के साथ खड़े हो गए हैं.
जो लोग ऐसे क़त्ल कर रहे हैं, वे सच्चे मुसलमान नही हो सकते. और ये जंग किसी मुल्क की आबरू के लिए भी नहीं है. मुल्कों की जंग फौजें लड़ती है. मासूम बच्चों, बेबस औरतों और बीमार लोगों से नहीं.
राजनीति के खेल में सब अपने अपने हिसाब से चाल चलेंगे. इसीलिए जब संजय सिंह के सवाल पर कांग्रेस ने समर्थन नहीं किया तो केजरीवाल ने भी कांग्रेस को आंख दिखाई. शुक्रवार को ही आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की दस लोकसभा सीटों के लिए प्रभारियों के नामों की लिस्ट जारी कर दी.
NCP सुप्रीमो शरद पवार ने कंफर्म किया कि ED और CBI के मामलों ने विरोधी दलों को जोड़कर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि जितने केस बनेंगे, उनका I.N.D.I.A. गठबंधन उतना ही मजबूत होगा।
मोदी जब बीजेपी के संगठन में थे तो उन्होंने पार्टी से ये प्रस्ताव पास करवाया था कि बीजेपी के पदाधिकारियों में एक-तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया जाय. गुजरात में जब मोदी मुख्यमंत्री थे, तो जो भी उपहार उन्हें मिलते थे, उनकी हर साल नीलामी होती थी और नीलामी से आने वाला पैसा गरीब लड़कियों की पढ़ाई पर खर्च किया जाता।
इसमें तो कई शक नहीं है कि आरक्षण लागू होने के बाद देश के फ़ैसलों में महिलाओं की भूमिका अहम होगी, महिलाओं की ताक़त बढ़ेगी, इसीलिए देश की आधी आबादी में इस विधेयक लेकर जबरदस्त उत्साह और जोश है. और यही वजह है कि सभी राजनीतिक पार्टियां इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है
गणेश चतुर्थी के अवसर पर जब पुराना संसद भवन छोड़कर नवनिर्मित संसद भवन में पहली बैठक हुई, तो सबसे पहले इस विधेयक को पेश किया गया. सोमवार को ही नरेंद्र मोदी ने कह दिया था कि संसद का यह अधिवेशन छोटा भले ही हो, लेकिन इसमें बड़े और ऐतिहासिक निर्णय लिये जाएंगे.
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