भारत आदिवासी पार्टी (बाप) ने राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) से बेहतरीन प्रदर्शन किया है और चार सीटें जीती हैं, जानिए इस पार्टी के बारे में जिसकी हो रही है चर्चा-
दिल्ली में अमित शाह ने राजस्थान के प्रभारी अरूण सिंह के साथ मीटिंग की राजस्थान के तमाम बीजेपी नेता अलग अलग अमित शाह से मिले. उधर जयपुर में वसुंधरा राजे सिंधिया(Vasundhara Raje Scindia) ने बीजेपी(BJP) के कुछ विधायकों को अपने घर पर बुलाया, इसके बाद चर्चा ये शुरू हो गई कि वसुंधरा अपनी ताकत दिखा रही हैं
राजस्थान में चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब महंत बालकनाथ का नाम सीएम पद के लिए चर्चा में है। बालकनाथ अलवर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी हैं और उनके गुरु भी यहीं से सांसद रह चुके हैं।
Who won from Hawa Mahal: रविवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव के आए नतीजों में राजधानी जयपुर के हवामहल विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर बालमुकुंद आचार्य 600 वोटों से चुनाव जीते हैं। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को शिकस्त दी है।
कौन होगा राजस्थान का मुख्यमंत्री? राजस्थान में बीजेपी ने 115 सीटें जीतकर सत्ता हासिल कर ली है लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है। बताया जा रहा है कि जैसे ही बाबा बालकनाथ को बीजेपी ने दिल्ली बुलाया है, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के आवास पर विधायक पहुंचने शुरू हो गए हैं।
महंत बालकनाथ नाथ सम्प्रदाय के आठवें मुख्य महन्त हैं और राजस्थान की अलवर सीट से लोकसभा सांसद भी हैं। राजस्थान चुनाव के टिकट बंटवारे के समय से ही सीएम पद के लिए बाबा बालकनाथ का नाम बार-बार सामने आते रहता है।
Rajasthan CM Candidates: राजस्थान विधानसभा चुनावों में मिली बीजेपी को जीत के बाद अब इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि राज्य की बागडोर किसे सौंपी जाएगी, यानी किसे मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री पद की रेस में कई नाम सामने आ रहे हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 में 50 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं, जिनमें 20 भाजपा, 28 कांग्रेस और दो निर्दलीय उम्मीदवार शामिल थे। लेकिन इस बार पिछली बार से कम महिलाएं ही सदन पहुंच सकी हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में BJP ने 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया था। इस चुनाव में भाजपा के 4 सांसद जीते और 3 हार गए। राजसमंद से सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा भी विजयी हुए।
राजस्थान समेत 5 राज्यों में हाल ही में विधानसभा के चुनाव हुए थे। मिजोरम छोड़कर बाकी 4 राज्यों में आज यानी 3 दिसंबर को वोटों की गिनती जारी है। राजस्थान में भी अभी 1 सीट की गिनती अभी जारी है।
चुनाव परिणाम आने के बाद अशोक गहलोत ने कहा कि यह नतीजे चौंकाने वाले हैं, लेकिन इन्हें हम स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि अब हम विपक्ष में रहकर जनता की सेवा करेंगे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम में भाजपा को भरतपुर जिले की 5 विधानसभा सीट पर जीत मिली है। कांग्रेस का भरतपुर जिले में सूपड़ा साफ हो गया है। भरतपुर जिले से कांग्रे सरकार में 4 विधायक मंत्री बने थे तीन मंत्री चुनाव हार गए है।
Rajasthan Election Results 2023: राजस्थान में बीजेपी बड़ी जीत को ओर बढ़ रही है। बीजेपी 115 सीटों पर आगे चल रही है। इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव नतीजे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह इसे विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं।
राजस्थान में भाजपा की भारी जीत ने सिर्फ अशोक गहलोत और कांग्रेस को ही नहीं, बल्कि तमाम पॉल्टिकल पंडितों को भी चौंका दिया है। पूरा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा गया। मोदी मैजिक के आगे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादू फेल हो गया और कांग्रेस की रणनीति बिखर गई। भाजपा की इस जीत की कई बड़ी वजहें हैं।
राजस्थान के चुनाव परिणाम आने के बाद यह साफ़ हो गया है कि अशोक गहलोत अब पूर्व मुख्यमंत्री बनने वाले हैं और उन्हें अब विपक्ष में बैठना होगा।
Rajasthan Election Results 2023: राजस्थान चुनाव के नतीजे को लेकर बीजेपी की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने कहा कि मुझे ऐसे ही नतीजों की उम्मीद थी, ये मोदी के विजन की जीत है। विधानसभा जीते हैं, लोकसभा भी जीतेंगे। 2024 में भी जनता हमें ही जिताएगी।
अभी हाल ही में 5 राज्यों में चुनाव हुए थे। मिजोरम को छोड़कर अन्य 4 राज्यों में वोटों की गिनती आज 3 दिसंबर को जारी है। इसी बीच INDIA गठबंधन के एक नेता ने कांग्रेस की हार का कारण उसके Over Confidence को बताया है।
राजस्थान में 25 नवंबर को 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। उनके परिणाम आज 3 दिसंबर को घोषित किए जा रहे हैं। इसी बीच चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट की काउंटिंग पूरी हो गई है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे कांग्रेस के लिए झटका देने वाले साबित हुए हैं। अब तक के रुझानों में भाजपा आसानी से बहुमत प्राप्त कर रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस क्यों ये चुनाव हारी है?
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के संकल्प पत्र और कांग्रेस की गारंटी के बीच मुकाबला था और प्रधानमंत्री मोदी हर चुनावी सभा में मतदाताओं को भाजपा के संकल्प पत्र को ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में पेश कर रहे थे।
संपादक की पसंद