बीजेपी के उम्मीदवार बाबा बालकनाथ मौजूदा समय में अलवर से सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में अलवर से कांग्रेस के भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था। बालकनाथ बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाते जाते हैं। उनके चुनाव प्रचार में खुद यूपी के सीएम योगी भी पहुंचे थे।
राजस्थान में इस बार हुए विधानसभा चुनाव में 2018 की तुलना में ज्यादा मतदान हुआ है। इस वर्ष प्रदेश में 75.45 फीसदी मतदान हुआ। 2023 के विधानसभा चुनाव में पिछली बार की तुलना में 0.73 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है।
बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को विधायकों की ''खरीद-फरोख्त'' करने की आदत है और कहा कि वही प्रयास अब भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा, मैंने पुष्टि कर ली है…यह सही है कि बेंगलुरु में दो रिसॉर्ट बुक कराये गये हैं और वे उनको वहां इकट्ठा करेंगे।
राजस्थान की सहाड़ा विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर है। भाजपा के उम्मीदवार लादूलाल पितलिया कांग्रेस के राजेंद्र त्रिवेदी को टक्कर दे रहे हैं। पिछली बार के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस को विजय मिली थी।
राजस्थान के झुंझनू विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर है। रविवार को चुनाव के नतीजे आ जाएंगे। दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत इस विधानसभा सीट पर लगा दी है।
इस बार भी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने अपनी मौजूदा विधायक मनीषा को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा तो बीजेपी ने भी अपने पुराने चेहरे अतुल भंसाली पर दांव खेला है।
इस सीट से कुल नौ उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें से पांच दो निर्दलीय शामिल हैं। यहां बीजेपी ने तीन बार के विधायक रहे छोटू सिंह को टिकट दिया था और उन्होंने जीत हासिल कर ली।
किशनगंज विधानसभा सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस की निर्मला सहरिया और भारतीय जनता पार्टी के ललित मीणा के बीच रहा।
प्रतापगढ़ विधानसभा सीट पर 12 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के हेमंत मीणा और कांग्रेस के रामलाल मीणा के बीच रहा।
सीकर विधानसभा सीट पर 14 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के राजेंद्र पारीक और भारतीय जनता पार्टी के रतनलाल जलधारी के बीच रहा।
भरतपुर विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। फिलहाल यह विधानसभा सीट रालोद के कब्जे में है। रालोद के सुभाष गर्ग ने 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के विजय बंसल को 15 हजार के अधिक अंतर से हराया था। जबकि इससे पहले 2013 में विजय बंसल ने बसपा के दलबीर सिंह को 22 हजार के अधिक वोटों से हराया था।
हवा महल सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायाक महेश जोशी का टिकट काट दिया था। यह वही विधायक हैं, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस आलाकमान को तेवर दिखाए थे।
उदयपुर शहर सीट से 11 उम्मीदवारों ने मैदान में उतरकर ताल ठोकी, लेकिन जीत किसी एक ही उम्मीदवार की होगी। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार की कड़ी टक्कर देखने को मिली थी।
राजस्थान में एक बार फिर हर 5 साल में सरकार बदलने का ट्रेंड जारी है। विधानसभा चुनाव में अब तक की काउंटिंग में बीजेपी ने बहुमत के आंकड़े को पार करते हुए 110 से ज्यादा सीटों पर बढ़त बना रखी है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे रविवार यानी 3 दिसंबर को आने वाले हैं। 3 दिसंबर को काउंटिंग शुरू होते ही आप इस स्टोरी के अंदर दिए गए लिंक पर क्लिक करके चुनाव रिजल्ट देख सकेंगे।
इस बार सवाल ये भी है कि अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा क्योंकि बीजेपी इस बार राजस्थान में बिना सीएम फेस के मैदान में उतरी है यानी मैदान सभी के लिए खुला हुआ है। लेकिन पार्टी के नेता अभी से इशारों-इशारों में कयास का बाजार गर्म करने में लगे हुए हैं।
वसुंधरा राजे ने प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाया कि उनकी पार्टी विधानसभा में उनकी आवाज बनकर काम करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम जनहित के काम में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे।
Rajasthan Election Results 2018: वसुंधरा राजे राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने वाली मिथक तोड़ पाने में नाकाम रहीं। शुरुआती रुझानों में यहां विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने जबर्दस्त प्रदर्शन कर रही है।
टेलीविजन के पोपुलर शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में जेठालाल का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी ने भारतीय जनता पार्टी के लिए राजस्थान के चित्तौड़गढ जिले के बड़ीसादड़ी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी ललित कुमार ओस्तवाल के समर्थन में चुनाव प्रचार किया था।
5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने भी हिस्सा लिया है, पार्टी ने 3 राज्यों यानि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव में भाग लिया है।
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