राजेंद्र गुढ़ा ने आरोप लगाया है कि उनसे उनकी लाल डायरी भी छीन ली गई, जिसमें करोड़ों रुपये के उलटफेर और करोड़ों अरबों रुपये के लेन-देन की जानकारी थी।
राजेंद्र राठौड़ ने सदन में जब लाल डायरी का मुद्दा उठाया तो सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस बीच सदन में हो रही गहमा-गहमी में राजेंद्र गुढ़ा और शांति धारिवाल के बीच हाथापाई तक की नौबत आ गई।
मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा सीएम अशोक गहलोत पर हमलावर हैं। गुढ़ा का कहना है कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई है।
राजस्थान कैबिनेट से हटाए जाने के बाद राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि जनता मेरे साथ रहेगी और मैं उनके लिए काम करूंगा। उन्होंने कहा कि चाहे अशोक गहलोत मुझे कैबिनेट से हटाएं या जेल भेजें, मैं जब तक जिंदा हूं, बोलता रहूंगा।
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