राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में कई सारे नेताओं के नाम कट गए, लिहाजा टिकट ना मिलने से नाराज नेताओं ने कल पार्टी के खिलाफ खुलकर विरोध किया था। बीजेपी ने इन्हीं नाराज नेताओं को अब मनाने की कवायत शुरू कर दी है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर अहम जानकारी सामने आई है। अब ये चुनाव 23 नवंबर को नहीं होंगे। चुनाव के लिए वोटिंग अब 25 नवंबर को होगी। हालांकि नतीजे 3 दिसंबर को ही आएंगे। चुनाव की तारीखों में बदलाव का कारण भी सामने आ गया है।
पीएम मोदी ने राजस्थान में एक रैली के दौरान कहा कि कमल को ही भारी बहुमत से जिताना है। कमल के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ना है। पीएम मोदी के इस संबोधन पर अब सीएम अशोक गहलोत ने तंज कसा है और कहा है कि इन्होंने तो कमल के फूल को ही सीएम बना दिया।
राजस्थान चुनाव के लिए सोमवार को बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कई बड़े नेताओं के नाम काट गए हैं। इससे नाराज भाजपा नेताओं ने पार्टी दफ्तर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। एक नेता के समर्थक ने तो पार्टी के झंडे तक जला दिए।
भाजपा की वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया प्रदेश की झालरापाटन विधानसभा से 2003, 2008, 2013 और 2018 में लगातार चार बार चुनाव जीत चुकी हैं।
बीजेपी ने तो आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस पार्टी में भी उम्मीदवारों की लिस्ट को लेकर हलचल तेज हो गई है।
बीजेपी की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे समर्थित प्रत्याशियों के नाम गायब हैं। झोटवाड़ा से वसुंधरा के करीबी राजपाल सिंह शेखावत के स्थान पर पार्टी ने कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनाव मैदान में उतारा है।
हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसराम जी महाराज ने आज भारत निर्वाचन आयोग को ईमेल और स्पीड पोस्ट के जरिए पत्र भेजा है। अब देखना यह होगा कि भारत निर्वाचन आयोग लोगों की मांग पर मतदान की तारीख में बदलाव करता है या नहीं।
अक्सर राहुल गांधी से उनकी शादी को लेकर कई सवाल किए जाते हैं। बीते दिनों राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी राहुल को शादी करने की सलाह दी थी। अब राहुल गांधी ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने अबतक शादी क्यों नहीं की है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने को लेकर प्रदेश में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। बता दें कि आने वाले कुछ दिनों में बीजेपी इलेक्शन कमीशन को तारीख को लेकर चिट्ठी भी लिख सकती है।
बीजेपी ने राजस्थान चुनाव के लिए सोमवार को 41 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। इसे लेकर राजस्थान बीजेपी चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिला है वे दुखी हैं, लेकिन पार्टी उनसे बातचीत कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी द्वारा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट को जारी कर दिया गया है। पार्ट द्वारा जारी की गई इस लिस्ट में 41 नामों की घोषणा की गई, जिसमें से एक नाम बाबा बालक नाथ का है। बाबा बालक नाथ अभी अलवर से सांसद हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है।
पांच राज्यों में चुनाव के लिए तारीख तय कर दी गई है। जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है उनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम है। इन सभी राज्यों में चुनावी आचार संहिता की भी शुरुआत हो गई है।
इस साल जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं उसके लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है। राजस्थान में 23 नवंबर को एक ही चरण में वोटिंग होगी।
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में बंगाल वाला इतिहास दोहराया जाएगा। पीएम राजस्थान 10 बार आ गए, अभी 20 बार और आएंगे। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को हराने के लिए प्रधानमंत्री दो माह तक पश्चिम बंगाल रहे थे। लेकिन फिर भी जीत नहीं मिली। 2013 जैसी स्थिति लाने पर ही भाजपा राजस्थान में टक्कर में
बिहार के ही तर्ज पर राजस्थान में भी अब जाति जनगणना होने वाली है। इस जाति जनगणना को लेकर राज्य सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है। गौरतलब है कि बिहार में कुछ दिनों पहले जाति जनगणना के रिजल्ट जारी किए गए थे, जिसपर अबतक विवाद चल रहा है।
कांग्रेस के बर्खास्त मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने रैली के दौरान सीएम अशोक गहलोत को नरभक्षी बता दिया। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत से बड़ा निक्कमा राजस्थान की धरती पर नहीं है। कुम्भाराम नहर के पानी में रोड़ा अटका रहे हैं। गुढ़ा ने लाल डायरी के दूसरे पार्ट को लेकर कहा कि अशोक गहलोत के ताबूत में मैं ही आखिरी कील ठोकूंगा।
बैनर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सीपी जोशी की तस्वीरें थीं।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अशोक गहलोत की 3 नए जिलों की घोषणा को मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। गहलोत ने कुछ महीने पहले नए जिले गठित करते हुए इस संख्या को 50 कर दिया था।
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