आईएमडी के मुताबिक सात जनवरी से लेकर 13 जनवरी तक दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत में सामान्य से अधिक वर्षा तथा पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना है।
हालांकि, मौसम विभाग ने शुक्रवार तक महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। बाढ़ जैसे हालात होने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है |
मौसम विभाग ने प्रदेश के सागर संभाग तथा 10 अन्य जिलों-कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, मण्डला, विदिशा, रायसेन, सीहोर, हरदा, धार, देवास एवं श्योपुर में अगले 24 घंटों में कहीं-कहीं पर अति भारी वर्षा तथा गरज-चमक के साथ बिजली चमकने व गिरने की चेतावनी भी दी है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि प्रदेश के चंबल संभाग तथा सीहोर, भोपाल, हरदा, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर मालवा, नीमच, मंदसौर, शिवपुरी, ग्वालियर एवं दतिया जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिर सकती है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन दिनों में राज्य में गंगा नदी के मैदानी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों में दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में अच्छी बारिश हो सकती है।
जयपुर में जलभराव से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। जयपुर शहर के कुछ हिस्सों में 14 अगस्त को भारी वर्षा के बाद जलभराव का सामना करना पड़ा।
राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने बताया कि तूफान हन्ना करीब 85 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अमेरिका-मेक्सिको सीमा के ऊपर से गुजरा।
विशेषरूप से एमएलपीएस भारतीय उपमहाद्वीप में प्राथमिक वर्षा-उत्पादक सिनॉप्टिक-स्केल सिस्टम है और यह कृषि आधारित उत्तर मध्य भारत में होने वाली वार्षिक वर्षा के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार है।
दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाओं और गरज के साथ भारी बारिश हुई। मौसम सुहाना होने के साथ ही अधिकांश क्षेत्र अंधेरे में ढलते दिखाई दिए।
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को दिल्ली में औसतन 20 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जो सामान्य के मुकाबले 325 प्रतिशत ज्यादा है।
लगभग 60 वर्ष के कुंदन के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति आज सुबह सीपी की ओर जा रहे थे। उन्होंने अपने वाहन को जल-विहीन अंडरपास के माध्यम से चलाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि बिहार और पूर्वोत्तर के जिन इलाकों में बीते दिनों भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहां अब भारी बारिश का सिलसिला थमेगा
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि रविवार के लिए मध्यम पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के लिए मौसम की ‘येलो’ चेतावनी जारी की गई है।
देश के मैदानी भाग में बीते 24 घंटों के दौरान मानसून सक्रिय रहा और कई स्थानों पर भारी बारिश हुई। निजी मौसम पूवार्नुमानकर्ता स्काईमेट की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत में इस दौरान सबसे ज्यादा चंडीगढ़ में 77 मिलीमीटर बारिश हुई है।
नवी मुंबई के ऐरोली एरिया में तेज हवा के चलते पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है 2 लोग घायल हो गए।
बीएमसी ने अपने सभी 24 वार्ड कार्यालयों को, फायर ब्रिगेड को, डिसास्टर मैनेजमेंट टीम को हाई अलर्ट मोड पर रख दिया है और मछवारों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
ऑरेंज अलर्ट के बाद मुंबई पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि सभी अपने घरों में ही रहें और वेबजह बाहर न निकले व जरूरी सावधानी अपनाएं।
पिछले करीब एक हफ्ते से उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में खासा सक्रिय मानसून अब कुछ हल्का पड़ गया है। मगर एक-दो दिन बाद इसके फिर से जोर पकड़ने की सम्भावना है।
दक्षिण पश्चिम मानसून निर्धारित समय से दो सप्ताह पहले पूरे देश में छा गया है। यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को दी।
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