आज दिल्ली के कुछ हिस्सों, हरियाणा के फारुखनगर, यूपी में देबई, नरौरा, सहसवान, अतरौली, अलीगढ़ और राजस्थान में भरतपुर और मेहंदीपुर बालाजी में बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी भी हो सकती है।
मौसम विभाग ने पहले ही दिल्ली और आस-पास के राज्यों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी।
बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार को राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से मदद का अनुरोध करना पड़ा है। देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं जबकि कई विस्थापित हुए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मॉनसून उत्तर पश्चिम भारत से तभी वापस होता है जब लगातार पांच दिनों तक इलाके में बारिश नहीं होती है। निचले क्षोभ मंडल में चक्रवात रोधी वायु का निर्माण होता है और आर्द्रता में भी काफी कमी होना आवश्यक है।
IMD के अनुसार, सामान्य तौर पर दिल्ली में मॉनसून के मौसम के दौरान 648.9 मिमी बारिश दर्ज की जाती है।
विभाग के आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून आधिकारिक तौर पर एक जून को आता है और 30 सितंबर तक सक्रिय रहता है। जून के महीने में 10 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई।
मौसम विभाग के मुताबिक, संभावित निम्न दबाव क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण पांच से सात सितंबर के बीच दक्षिण ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
आज एक बार फिर सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश हो रही है। दिल्ली के कई इलाकों में अभी से जल-जमाव शुरू हो गया है। ये लगातार तीसरा दिन है जब दिल्ली-NCR में जोरदार बारिश हो रही है। बारिश की वजह से दिल्ली से नोएडा की ओर जाने वाली सड़कों पर लगा 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया जिससे 4 घंटे तक लोग फंसे रहे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगस्त माह के दौरान सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई थी लेकिन देश में सितम्बर में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
दिल्ली के लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है वहीं, भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में जलजमाव मुसीबत बना है. भारी बारिश के कारण यातायात हुआ प्रभावित
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अगस्त-सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है जो चार महीने के मानसून का उत्तरार्द्ध है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि जुलाई में सामान्य से सात प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को मध्यप्रदेश के 22 जिलों के लिए भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है।
पश्चिम बंगाल में गंगा के आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होने के कारण पिछले दो दिन से भारी बारिश होने से राज्य के दक्षिणी भाग के कई जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अगले तीन-चार दिनों के दौरान उत्तर और पूर्वी भारत में भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, 25 जुलाई से उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ने के आसार हैं। वहीं 25 से 28 जुलाई के दौरान उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
पश्चिमी और तटीय महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त हो गया है। अलग-अलग शहरों में फंसे हजारों लोगों को निकालने के लिए बचाव दल तैनात किए गए हैं। तेज बारिश के चलते रायगड और रत्नागिरी जिले में बाढ़ आ गई है। रायगढ़ की घटना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को पीएम रिलीफ फंड से दो-दो लाख के मुआवजे का ऐलान किया है।
मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर अगले 2 दिनों में अत्यधिक भारी बारिश आने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मॉनसून को लेकर नया अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 5 दिन में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया है।
आईएमडी ने सुबह के बुलेटिन में कहा कि जलवायु परिस्थितियों में अचानक बदलाव के कारण मुंबई में छह घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है। इसने कहा कि मुंबई में कुछ स्थानों पर "भारी से बहुत भारी" वर्षा होगी और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होगी।
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