रेमल चक्रवाती तूफान के चलते देश में मानसून सामान्य समय से 6 दिन पहले आ गया है। इस तूफान की वजह से पूर्वी राज्यों में बारिश हुई। वहीं, मानसून के समय से पहले आने के कारण दक्षिण भारतीय राज्यों में बारिश शुरू हो चुकी है। उत्तर और पश्चिम के राज्यों में भी तूफान का असर देखने को मिला है।
मौसम विभाग के अनुसार तेलंगाना में सोमवार तक भारी बारिश होने की संभावना है। देश के अन्य हिस्सों में गर्मी का कहर है, लेकिन दक्षिण भारत में बारिश से कई राज्यों में परेशानी हो रही है।
तेज हवाओं के कारण आम गिरने के बाद बच्चे आम बीनने के लिए बगीचे में गए थे। इसी दौरान बिजली गिरने से दोनों बच्चों की मौत हो गई। इसके अलावा भी अलग-अलग घटनाओं में कुल 11 मौतें हुई हैं।
हर साल मानसून आमतौर पर जून के महीने में दस्तक देता है लेकिन इस बार मानसून वक्त से पहले दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून 19 मई के बाद पहुंच जाएगा। मानसून का पहले आना खुशी का पैगाम है या चिंता की बात?
इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर भारी बारिश के बाद ज्वालामुखी की ढलानों से ठंडा लावा और कीचड़ बहने लगा। द्वीप पर अचानक बाढ़ आ गई जिसमें कम से कम 37 लोगों की मौत हो गई है।
अफगानिस्तान में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई है। बाढ़ से सबसे अधिक बगलान प्रांत प्रभावित हुआ है। बाढ़ की चपेट में आने से 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में बीते दिनों हुई बारिश ने काफी तबाही मचाई है। वहीं इस बारिश की वजह से कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में राज्य सरकार ने 7 मई तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया है।
ब्राजील में हालात खराब हो गए हैं। बारिश और भूस्खलन ने कई लोगों की जान ले ली है और ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। गवर्नर ने तो राज्य में इमरजेंसी की स्थिति घोषित कर दी है। आने वाले समय में हालात और भी चिंताजनक हो सकते हैं।
दक्षिणी ब्राजील में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत गई है। बारिश की वजह से अब तक 29 लोगों की मौत हो गई है और 60 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को मदद का इंतजार है।
चीन के ग्वांगदोंग प्रांत में दर्दनाक हादसा हुआ है। हादसे में 24 लोगों की मौत हो गई। 30 लोगों को अस्पताल पहुंचाया है। हादसा उस वक्त हुआ जब हाईवे का एक हिस्सा ढह गया।
जम्मू एवं कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से 4 लोगों की मौत की खबर है और सैकड़ों परिवारों को शिफ्ट किया गया है। वहीं, बारिश और बाढ़ की वजह से कई मवेशी भी मारे गए हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी नुकसान पहुंचा है।
केन्या में भारी बारिश के चलते एक बांध टूट गया। बांध टूटने के बाद बाढ़ का पानी लोगों के घरों में आ घुसा। हालात बेकाबू हैं और लोगों तक मदद पहुंचाने की कोशिशें जारी हैं।
केन्या में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। बाढ़ की वजह से एक बांध टूट गया है। बांध टूटने के बाद निचले इलाकों में तबाही मच गई। कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है।
केन्या में भारी बारिश के बाद बाढ़ ने तबाही मचा दी है। अब तक कम से कम 38 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ की चपेट में आने की वजह से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में बारिश और ओलावृष्टि की वजह से भारी तबाही देखने को मिली। राज्य के 450 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। वहीं हजारों लोग इस बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली एनसीआर में दिन में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना जतायी थी। हालांकि, मंगलवार की शाम लोगों को बारिश ने राहत दी।
देश के लगभग सभी राज्यों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। शनिवार को ओडिशा का बरीपड़ा सबसे गर्म शहर रहा। यहां का तापमान 45.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
तेलंगाना के कई हिस्सों में शनिवार को भीषण बारिश हुई। वहीं बारिश की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिली। हालांकि इस बारिश की वजह से कई लोगों को परेशानियां भी उठानी पड़ी।
यूएई के साथ ही साथ ओमान और पाकिस्तान भी भीषण बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। इससे तीनों देशों में 82 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा मौतें पाकिस्तान में हुई हैं, जहां 63 लोग बारिश और बाढ़ की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं ओमान में 18 लोगों की मौत हुई है। इनमें 9 स्कूली बच्चे भी बताई जा रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात के कई हिस्सों में सोमवार देर रात मंगलवार सुबह तक भारी बारिश होने के कारण वहां बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
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