25 नवंबर से 20 दिसंबर तक...पूरे 26 दिन में राहुल गांधी...नरेंद्र मोदी से एक और सेशन फिर से हार गए। 2024 का साल राहुल गांधी के लिए हारने वाला साल रहा है। 4 जून 2024 को राहुल गांधी 100 से नीचे पर आउट हो गए।
संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है.. जहां जनता के नुमाइंदे बैठते हैं और उनके लिए कानून बनाते हैं.. उनकी समस्याओं को उठाते हैं.. लेकिन क्या वाकई संसद में अब ऐसा होता है ..
बाबा साहब का अपमान किसने किया? क्या अंबेडकर बोल कर शाह फंस गए ? खरगे क्यों बोले...हिंदुस्तान में आग लगेगी? क्या 'अर्द्धसत्य' दिखाकर राहुल फंस गए?
मोदी विरोधी फोर्स को डबल डोज़ मिल गया। संविधान संविधान का दांव चलने वाले राहुल गांधी को लोकसभा में नरेंद्र मोदी ने सच बता दिया..और अब राज्यसभा में गांधी परिवार को अमित शाह ने Expose कर दिया।
मुझे संभल जाने से रोकना संविधान का उल्लंघन- राहुल गांधी राहुल से पूछिए क्यों जा रहें हम तो पहले जा चुके हैं-रामगोपाल संभल पर कांग्रेस औपचारिकता नहीं विवशता निभा रही- सुधांशु संभल का कौन सा सच छिपाना चाहती है बीजेपी?- अखिलेश यादव नेता प्रतिपक्ष का अधिकार छीना जा रहा है- प्रियंका गांधी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर अमेरिका दौरे पर हैं..जहां पूरी दुनिया की नजर पीएम मोदी पर है..इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में भाग लिया..वहीं जब राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर थे..तो वे अपने बयानों की वजह से सवालों के घेरे में थे
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे पर बवाल मचा हुआ है...राहुल के द्वारा दिए गए बयान से कंट्रोवर्सी पैदा हो गई हे.जिसके बाद से BJP लगातार हमलावर है
राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी से एक एक्स-रे कराना चाहते हैं और चाहते हैं कि ये एक्स-रे बहुत ज़ल्दी हो जाए. इसके लिए राहुल गांधी ने आज बहुत सारे नंबर उछाले. वो पहले एक पब्लिक मीटिंग में बोले, फिर एक लंबा सा लेख दिया.
अगर आज चुनाव हुए तो क्या विपक्ष अपनी सरकार बना पाएगा ? क्या मोदी का ग्राफ गिर गया है ? क्या विपक्ष के दावे हवा हवाई हैं ? 30-40 सीटें का अंतर होने से क्या सरकार पर खतरा बढ़ जाएगा ? सरकार की अस्थिरता को लेकर विपक्ष के दावे हवा हवाई हैं या कुछ ठोस आधार है ?
जाति जनगणना के मुद्दे को चर्चा में ला दिया है। हालाँकि, भारत की जनगणना द्वारा अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों पर आँकड़े प्रकाशित किये जाते रहे हैं, अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Classes- OBCs) एवं अन्य समूहों की आबादी का कोई अनुमान उपलब्ध नहीं कराया जाता है।
जाति जनगणना के मुद्दे को चर्चा में ला दिया है। हालाँकि, भारत की जनगणना द्वारा अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों पर आँकड़े प्रकाशित किये जाते रहे हैं, अन्य पिछड़ा वर्ग (Other Backward Classes- OBCs) एवं अन्य समूहों की आबादी का कोई अनुमान उपलब्ध नहीं कराया जाता है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर जताई ED रेड की आशंका... कहा मेरा चक्रव्यूह वाला भाषण नहीं पसंद आने पर हो सकती है कार्रवाई... लिखा...ED के अधिकारियों का चाय और बिस्किट पर स्वागत है |
आज जाति का मुद्दा सियासत में एक बार फिर गर्म हो गया....सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप हुए...और बजह बना लोकसभा में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी को लेकर दिया गया बयान....हालांकि अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम नहीं लिया था....लेकिन इशारा उन्हीं की तरफ था..
जाति... राजनीति के लिए कोई नई चीज नहीं है. चुनाव जीतने के लिए हर दल, हर नेता जाति समीकरण बनाता है. कुछ जातियों को जोड़ा जाता है, कुछ को घटाया जाता है. सोशल इंजीनियरिंग इसी जाति के इर्द-गिर्द घूमती है. लेकिन पिछले 24 घंटे से जाति वाला डेसिबल बहुत हाई हो गया है. ऐसा लगता है कि जाति ही एकमात्र मुद्दा र
अनुराग ठाकुर ने सदन में राहुल गांधी पर एक कमेंट किया...कह दिया कि जिसकी जाति का पता नहीं वो जाति जनगणना की बात कर रहा है...बस फिर क्या था...राहुल से लेकर अखिलेश और सोनिया से लेकर खड़गे तक ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया....कोई इसे राहुल का इंसल्ट बताने लगा.
राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं के लिए पेपर लीक सबसे अहम मुद्दा है लेकिन बजट में उस पर कोई बात नहीं हुई। 10 साल में 70 बार पेपर लीक हुए हैं।
कांग्रेस के लोकसभा सांसदों के साथ बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि चूंकि वह पहले ही संसद के विशेष सत्र के दौरान बोल चुके हैं, इसलिए उनका मानना है कि हर बार उनके बोलने के बजाय दूसरों को भी बारी-बारी से बोलने का मौका दिया जाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी अब आक्रमण करेंगे..ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। अब चुपचाप हमला नहीं सहा जाएगा। अगर विरोधी..संविधान..संविधान करेंगे..संविधान की कॉपी पॉकेट में लेकर घूमेंगे.
वैसे तो लोकसभा चुनाव के बाद से ही संविधान पर चर्चा हो रहा है, लेकिन इस बार संविधान के खबरों में आने की वजह से मोदी सरकार की तरफ से जारी गज़ट नोटिफिकेशन...सरकार ने फैसला किया है कि अब से हर साल 25 जून को संविधान हत्या दिवस के तौर पर मनाया जाएगा..
क्या अगस्त के महीने में एक बार फिर से चुनाव होने वाले हैं? क्या मोदी सरकार के तीसरे टर्म पर खतरा मंडरा रहा है? क्या मिड टर्म इलेक्शन की आहट सुनाई देने लगी है? आप सोचेंगे..कि 4 जून को नतीजे आए..27 दिन पहले नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली...फिर अचानक ऐसा क्या हुआ है..कि पूरे देश मे
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