भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आज कहा कि उन्हें केंद्र सरकार के नोटबंदी के कदम की कोई जानकारी नहीं थी और यही कारण है कि उन्हें तो खुद नोट बदलवाने के लिए अमेरिका से भारत वापस आना पड़ा था।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने नोटबंदी की लागत के बारे में सरकार को सावधान किया था तथा कहा था कि नोटबंदी के मुख्य लक्ष्यों को पाने के अन्य बेहतर विकल्प भी हैं।
रघुराम राजन ने कहा था कि इससे लंबी अवधि में जो फायदे होंगे उनके मुकाबले छोटी अवधि में होने वाला नुकसान ज्यादा भारी हो सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2000 रुपए के नए नोट पर RBI गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर हैं लेकिन इन नोटों की छपाई का काम तभी शुरू हो गया था जब राजन गवर्नर पद पर थे।
पी चिदंबरम ने अपनी कितान में दावा किया है कि केंद्र सरकार के नोटबंदी की वजह से रघुराम राजन ने आरबीआई गवर्नर का दूसरा कार्यकाल स्वीकार नहीं किया।
पिछले साल सितंबर में रिटायर हुए RBI के गवर्नर रघुराम राजन ने केंद्र सरकार को 5 हजार और 10 हजार रुपए के नोट जारी करने का सुझाव दिया था।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सार्वजनिक बैंकों के बहीखातों की साफ-सफाई और फंसे कर्ज की स्थिति में सुधार लाने के लिए पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की सराहना की।
पटेल ने चार सितंबर जो रविवार के दिन पदभार ग्रहण किया। आरबीआई ने इसे एक दिन बाद एक बयान के जरिए इसकी सार्वजनिक जानकारी दी। कल गणेश चतुर्थी का अवकाश था।
उर्जित पटेल ने रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर के तौर पर प्रभार संभाला जो रघुराम राजन की जगह ले लिया है। तीन साल का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो गया।
रिजर्व बैंक गवर्नर का पद छोड़ने से पहले सार्वजनिक तौर पर शनिवार को रघुराम राजन ने अपना आखिरी संबोधन दिया और गवर्नर का ओहदा बढ़ाने की वकालत की ।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि विदेशी निवेशक भारत में गोमांस पर प्रतिबंध, लव जिहाद और घर वापसी जैसे मुद्दों पर शोरगुल वाली राजनीति के आदी हो गए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि उपभोक्ता ऋण क्षेत्र (रिटेल लोन) में बुलबुला फूटने वाली स्थिति नहीं है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को RBI का नया गवर्नर नियुक्त कर दिया गया है। रघुराम राजन की जिम्मेदारी संभालेंगे 4 सितंबर से संभालेंगे
रघुराम राजन ने बैंकों के मौजूदा ऋण मंजूरी ढांचे में बदलाव की वकालत की है। उन्होंने का कि समिति आधारित व्यवस्था के बजाय बैंकर को इसकी जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
गवर्नर रघुराम राजन ने आरबीआई में अपने तीन साल के कार्यकाल को बहुत ही अच्छा बताया। उन्होंने कहा कि टिप्पणियों का कोई महत्व नहीं है।
राजन ने कहा जीएसटी को एक अप्रैल 2017 से अमल में लाना चुनौतीपूर्ण होगा। हालांकि इसके लागू होने से कारोबारियों का विश्वास और अंतत: निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
रेपो रेट 6.5 फीसदी और सीआरआर 4 फीसदी पर बरकरार है। इतना ही नहीं, आरबीआई ने महंगाई और आर्थिक ग्रोथ के अनुमान में भी कोई बदलाव नहीं किया है।
रघुराम राजन खुदरा मुद्रास्फीति के रुझानों को देखते हुए कल मौद्रिक नीति की अपनी आखिरी समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर में फिलहाल शायद ही कोई ढील दें।
महंगाई दर संतोषजनक स्तर से ऊपर होने के कारण मंगलवार को गवर्नर रघुराम राजन की आखिर मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रख सकता है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने अपनी आखिरी मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की।
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