देश के सबसे पुराने एयरबेस अंबाला में भारतीय वायुसेना के लिए 'गेम चेंजर' माना जानेवाला राफेल विमान बुधवार को लैंड करनेवाला है।
इंडिया टीवी की खास रिपोर्ट में देखिये अगर राफेल का सामना पाकिस्तान के सबसे घातक फाइटर जेट F-16 से हुआ तो देखिए क्या होगा | Special report
'राफेल से कैसे भारतीय वायुसेना को मिलेगी मजबूती'? वायुसेना के पूर्व Vice Chief अनिल खोसला ने बताया.
बचपन में पहलवान बनकर कुश्ती के दांव पेच सीख कर प्रतिद्वंदी को परास्त करने का जज्बा रखने वाले अभिषेक त्रिपाठी ने आकाश के सिकंदर राफेल को उडाने की महारत हासिल की है।
वायुसेना ने क्यों पहले 5 राफेल विमानों को अंबाला एयरबेस में तैनात करने की योजना बनाई है? इस सवाल का जवाब भारत के सामने रक्षा चुनौतियां और उन चुनौतियों से निपटने में अंबाला के महत्व से मिल जाता है।
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अंबाला जिला प्रशासन ने अंबाला एयर फोर्स स्टेशन के आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी है। वहां आसपास किसी भी तरह की फोटोग्राफी वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वायुसेना के एक अधिकारी ने कहा कि विमानों में उड़ान के दौरान हवा में ही ईंधन भरा गया। इस काम में फ्रांसीसी वायु सेना के समर्पित टैंकर की मदद ली गई। वायुसेना ने एक बयान में कहा, “विमानों के 29 जुलाई को अंबाला में वायुसैनिक अड्डे पर पहुंचने की संभावना है अगर मौसम (परिस्थितियां) सही रहता है तो।”
जिस लड़ाकू विमान ने चीन और पाकिस्तान के होश उड़ा दिए हैं, वो लड़ाकू विमान आखिर बनता कैसे है? इस रिपोर्ट में हम आपको वही बताने जा रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी भी फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल उड़ा चुके हैं। बता दें कि बेंगलुरु में आयोजित हुए 'एयरो इंडिया-2017' शो में रूडी ने फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल में उड़ान भरी थी।
पीएएफ का एफ -16, जो संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बनाया गया है, पीएएफ का सबसे परिष्कृत लड़ाकू जेट है, लेकिन भारतीय वायु सेना को राफेल मिलने के बाद, पीएएफ भारत के खिलाफ कोई आक्रामक कदम नहीं उठा पाएगा।
सोमवार को 5 राफेल फाइटर जेट के पहले बैच ने फ्रांस से उड़ान भरी। ये विमान भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए 29 जुलाई को भारत पहुंचेंगे। 2016 में भारत और फ्रांस के बीच हुई डील के बाद भारत को कुल 36 राफेल जेट मिलेंगे।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 10 विमानों की आपूर्ति समय पर पूरी हो गई है और इनमें से पांच विमान प्रशिक्षण मिशन के लिये फ्रांस में ही रुकेंगे। बयान में कहा गया है कि सभी 36 विमानों की आपूर्ति 2021 के अंत तक पूरी हो जाएगी।
राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘Golden Arrows' का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है। फ्रांस से यूएई के यात्रा के दौरान राफेल विमान के साथ हवा में ईंधन भरने वाले 2 refuler भी आएंगे।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भर ली है। इन विमानों ने फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी। यहीं पर राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है।
सोमवार को 5 राफेल फाइटर जेट के पहले बैच ने फ्रांस से उड़ान भरी और 29 जुलाई को भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए भारत आएंगे। भारत और फ्रांस के बीच 2016 में हुए सरकारी सौदे के बाद भारत को कुल 36 राफेल जेट मिलेंगे।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 Rafale विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी है। विमान फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी है। यहीं पर रफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
फ्रांस के एयरबेस से 5 राफेल विमान उड़ान भरकर अबू धाबी में 24 घंटे का ठहराव लेंगे और 29 जुलाई को अंबाला एयरबेस पर पहुंचेंगे।
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