फ्रांसीसी कंपनी दसाल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल विमानों की पहली खेप की आपूर्ति भारत को पिछले साल 29 जुलाई को की गई थी। माना जा रहा है कि फ्रांस भारत के साथ 36 और राफेल विमानों की खरीददारी के लिए वार्ता की इच्छा जता रहा है।
फ्रांसीसी राजदूत ने कहा कि भारत और फ्रांस रक्षा के क्षेत्र में दशकों से सहयोग कर रहे हैं। लड़ाकू विमान पहले फ़्रांस में भारतीय वायु सेना को सौंपे जाते हैं और बाद में उन्हें भारत भेजा जाता है।
भारतीय वायु सेना ने पश्चिम बंगाल के हासीमारा वायुसैनिक अड्डे पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया की उपस्थिति में पूर्वी वायु कमान की 101 स्क्वाड्रन में औपचारिक तौर पर राफेल लड़ाकू विमानों को शामिल किया।
फ्रांस से 3 और राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से भारत पहुंच गए हैं। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि राफेल विमान ने बुधवार की रात फ्रांस से उड़ान भरी थी और बिना रुके लगातार यात्रा करते हुए गुरुवार को सीधे भारत की जमीन पर उतरे।
राफेल लड़ाकू विमानों की तीन और खेप अगले हफ्ते की शुरुआत तक भारत पहुंच जाएंगी। ये खेप अप्रैल में अंबाला में लैंड कर जाएगी। इसके अलावा 9 और लड़ाकू विमान अप्रैल के मध्य तक फ्रांस से भारत पहुंचेंगे।
फ्रांस के अरबपति ओलिवियर डसॉल्ट की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। डसॉल्ट की मौत पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शोक जताया है। विमान के पायलट की भी इस हादसे में मौत हो गई।
देश में मंगलवार को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। कोरोना संकट के चलते इस बार गणतंत्र दिवस परेड बीते सालों की अपेक्षा अलग होगी।
वायु सेना में औपचारिक रूप से 10 सितंबर को पांच राफेल लड़ाकू विमान शामिल किए गए थे। इससे देश की वायु क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। बहु-उद्देश्यीय भूमिका में कामयाब राफेल विमानों को सटीकता से हमला करने और वायु क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए जाना जाता है।
फ्रांस से आए पहले पांच राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale Fighter Jets) की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल हो चुकी है। देखिए, राफेल लड़ाकू विमानों की आज की तस्वीरें-
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के आसपास भारत-चीन तनाव के बीच फ्रांस से भारतीय वायुसेना को 5 Rafale फाइटर जेट मिले लेकिन सवाल उठता है कि 29 जुलाई को भारतीय वायुसेना के अंबाला बेस पर उतरे ये Rafale जेट कहां हैं?
भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख ने राफेल लड़ाकू विमानों के भारत की धरती पर उतरने का स्वागत किया। साथ ही कहा कि उन्होंने राजनीतिक विवाद के बावजूद इसके खरीद के सौदे का बचाव इसलिए किया था कि वह नहीं चाहते थे कि इसका हाल भी बोफोर्स जैसा हो जाए।
जानिए भारत पहुंचे अत्याधुनिक मिसाइलों और घातक बमों से लैस भारतीय वायुसेना के सबसे घातक फाइटर जेट राफेल युद्ध के दौरान कैसे दुश्मन पर भारी पड़ेगा। पढ़िए राफेल से जुड़ी पूरी जानकारी।
फ्रांस से भारत आ रहे राफेल जेट ने जब भारत सीमा में प्रवेश किया तो उनका युद्धपोत INS कोलकाता ने स्वागत किया। राफेल ने अरब सागर में तैनात युद्धपोत INS कोलकाता से संपर्क साधा।
फ्रांस से भारत आ रहे दुनिया के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल जेट आज अंबाला एयरबेस पहुंच रहे हैं। भारत आने के दौरान राफेल विमान को हवा में ही एक बार फिर रिफ्यूल किया जाएगा।
ईरान ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात स्थित फ्रांस के अल दाफरा हवाई ठिकाने के पास कई मिसाइलें दागीं। इस ईरानी मिसाइल परीक्षण के बाद पूरे फ्रांसीसी बेस को हाई अलर्ट कर दिया गया।
पीएएफ का एफ -16, जो संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बनाया गया है, पीएएफ का सबसे परिष्कृत लड़ाकू जेट है, लेकिन भारतीय वायु सेना को राफेल मिलने के बाद, पीएएफ भारत के खिलाफ कोई आक्रामक कदम नहीं उठा पाएगा।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 Rafale विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी है। विमान फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी है। यहीं पर रफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
राफेल का मतलब होता है तूफान। इसे फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है। यूरोपीय मिसाइल निर्माता MBDA ने ऐलान किया है कि भारत के लिए खास तौर पर तैयार किए गए अत्याधुनिक 36 राफेल विमान मीका, मीटियोर और स्काल्प मिसाइलों से लैस होंगे।
चीन से एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप 27 जुलाई को मिलने जा रही है। बताया जा रहा है कि 4 से 6 राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर पहुंच जाएंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां कहा कि वायु सेना में राफेल लड़ाकू विमान शामिल होने से भारत को पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को तबाह करने के लिए सीमापार नहीं जाना होगा बल्कि वह अपने देश से ही यह काम कर सकता है।
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