उद्योगपतियों के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि वह राफेल सौदे के मुख्य सवाल का जवाब देने से बचने के लिए नौटंकी कर रहे हैं।
सुरजेवाला ने कुछ दस्तावेज सामने रखते हुए संवाददाताओं से कहा, ''राफेल सौदे की आए दिन खुलती परतें प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री द्वारा बोले गए झूठ की परतें खोल रही हैं। कल्चर ऑफ क्रोनी कैपिटलिज्म (छद्म पूंजीवाद की संस्कृति) मोदी सरकार का डीएनए बन गयी है। इस सौदे से सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाए जाने की बू आती है।"
पिछले कई महीनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी पार्टी राफेल एयरक्राफ्ट सौदे का ब्यौरा सरकार से मांग रही है। लोकसभा चुनाव में अभी आठ महीने बाकी हैं और विपक्षी दल इस सौदे को एक बड़ा मुद्दा बनाने की योजना बना रहा है।
उद्योगपति अनिल अंबानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को राफेल सौदे पर पत्र लिखा है। अंबानी ने इन आरोपों को खारिज किया है कि उनके रिलायंस समूह के पास राफेल लड़ाकू जेट सौदे के लिए अनुभव की कमी है।
सरकारी अफसरों का दावा है जिस विमान की डील मोदी सरकार ने की है वो यूपीए सरकार के समय खरीदे जा रहे विमान से ज्यादा असरदार और तकनीकि रुप से ज्यादा बेहतर है क्योंकि अब जिस फाइटर जेट की डील हुई है उसमें METEOR और SCALP जैसी मिसाइलें भी हैं।
जहां संसद में कांग्रेस ने इस मुद्दे पर विशेषाधिकार नोटिस दिया तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने राफेल से जुड़ा एक कार्टून शेयर करते हुए ट्वीट किया है।
भाजपा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ख़िलाफ़ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने का ऐलान कर चुकी है। जवाब में कांग्रेस प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री के ख़िलाफ़ ब्रीच ऑफ प्रिविलेज का नोटिस देने वाली है।
राफेल डील को लेकर मोदी सरकार और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर सरकार पर हमला करने का मन बना लिया है।
राहुल गांधी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राफेल सौदे पर सरकार के खिलाफ 'निराधार आरोप' लगाने के विरोध में भाजपा ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का एक प्रस्ताव पेश किया...
फ्रांस की तरफ से बयान आने के बाद भी राहुल गांधी ने अपने बयान पर कायम रहने की बात कही है। राहुल गांधी ने कहा कि फ्रांस खंडन करे तो करे, मैं अपने बयान पर कायम हूं।
फ्रांस की सरकार ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए अपने बयान में कहा, ‘हमने गौर किया कि राहुल गांधी ने आज भारतीय संसद में एक बयान दिया है।'
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आशंका जताई कि वह अपने मित्रों को फायदा पहुंचा सकते हैं...
फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों द्वारा राफेल जेट जंगी विमान कार्यक्रम को द्विपक्षीय रक्षा सहयोग का अहम पहलू करार देने के साथ ही फ्रांस ने भारत द्वारा और 36 राफेल जेट विमान खरीदने के विषय पर वार्ता शुरु करने के प्रति अपनी इच्छा प्रकट की।
गडकरी ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ भ्रष्टाचार कहां है? ऐसे आरोप लगाना गैर जिम्मेदाराना और राष्ट्र विरोधी है।’’ उन्होंने सवाल किया कि क्या देश को राफेल जैसे अग्रिम पंक्ति के युद्धक विमान की जरूरत नहीं है।
शनिवार को मैक्रॉन मोदी बैठक होगी। रविवार को मैक्रॉन सौर बिजली शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। उनके साथ उनकी पत्नी ब्रिगेट भी आ रही हैं। सोमवार को मैक्रॉन वाराणसी जाएंगे।
राहुल ने प्रधानमंत्री के 14 फरवरी के एक ट्वीट को भी इसके साथ टैग किया है जिसमें उन्होंने अपने 25 फरवरी के अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के लिए लोगों के विचार और सुझाव आमंत्रित किए थे...
कांग्रेस ने 9 फरवरी को केंद्र सरकार के समक्ष छह सवाल करते हुए हर लड़ाकू विमान की खरीद मूल्य और समझौते पर पहुंचने के विवरण को बताने की मांग की है...
ऐसे करीब पंद्रह उदाहरण हैं जब कांग्रेस की सरकार थी और रक्षा मंत्रियों ने राष्ट्र की सुरक्षा का हवाला देकर रक्षा सौदों का ब्यौरा सार्वजनिक तौर पर बताने से इनकार किया था।
राहुल ने ट्वीट करके पूछा, रक्षामंत्री नवंबर 2017 में दिए अपने बयान से क्यों मुकर गईं?
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