कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप आने का वह स्वागत करती है, लेकिन इन विमानों की खरीद के अनुबंध से संबंधी कुछ मुद्दे हैं जिनको उसने पहले उठाया था।
सोमवार को 5 राफेल फाइटर जेट के पहले बैच ने फ्रांस से उड़ान भरी। ये विमान भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए 29 जुलाई को भारत पहुंचेंगे। 2016 में भारत और फ्रांस के बीच हुई डील के बाद भारत को कुल 36 राफेल जेट मिलेंगे।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि 10 विमानों की आपूर्ति समय पर पूरी हो गई है और इनमें से पांच विमान प्रशिक्षण मिशन के लिये फ्रांस में ही रुकेंगे। बयान में कहा गया है कि सभी 36 विमानों की आपूर्ति 2021 के अंत तक पूरी हो जाएगी।
राफेल भारतीय वायु सेना के 17 वें स्क्वाड्रन ‘Golden Arrows' का हिस्सा बनेगा जो राफेल विमान से सुसज्जित पहला स्क्वाड्रन है। फ्रांस से यूएई के यात्रा के दौरान राफेल विमान के साथ हवा में ईंधन भरने वाले 2 refuler भी आएंगे।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 राफेल विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भर ली है। इन विमानों ने फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी। यहीं पर राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
भारत को यह लड़ाकू विमान ऐसे समय में मिले हैं, जब उसका पूर्वी लद्दाख में सीमा के मुद्दे पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है।
सोमवार को 5 राफेल फाइटर जेट के पहले बैच ने फ्रांस से उड़ान भरी और 29 जुलाई को भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए भारत आएंगे। भारत और फ्रांस के बीच 2016 में हुए सरकारी सौदे के बाद भारत को कुल 36 राफेल जेट मिलेंगे।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 Rafale विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी है। विमान फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी है। यहीं पर रफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
फ्रांस के एयरबेस से 5 राफेल विमान उड़ान भरकर अबू धाबी में 24 घंटे का ठहराव लेंगे और 29 जुलाई को अंबाला एयरबेस पर पहुंचेंगे।
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच आज 5 Rafale विमानों ने फ्रांस से भारत के लिए उड़ान भरी है। विमान फ्रांस के मैरिगनेक से उड़ान भरी है। यहीं पर रफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन की उत्पादन इकाई है।
भारतीय वायु के मुताबिक मौसम अनुकूल रहा तो राफेल लड़ाकू जेट विमानों को 29 जुलाई को वायुसेना स्टेशन अंबाला में शामिल किया जाएगा। अंतिम प्रेरण समारोह 20 अगस्त को होगा।
एयर मार्शल रघुनाथ नामबियार ने बताया कि ये विमान ने सिर्फ भारतीय वायुसेना की ताकत को बढ़ाएंगे बल्कि इस क्षेत्र में 3 बड़े देशों की वायुसेना के मुकाबले में भारत को आगे ले जाएंगे।
राफेल का मतलब होता है तूफान। इसे फ्रांसीसी कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है। यूरोपीय मिसाइल निर्माता MBDA ने ऐलान किया है कि भारत के लिए खास तौर पर तैयार किए गए अत्याधुनिक 36 राफेल विमान मीका, मीटियोर और स्काल्प मिसाइलों से लैस होंगे।
राफेल लड़ाकू विमान मेटेओर, स्कैल्प और मिका जैसे विजुअल रेंज मिसाइलों से सुसज्जित होगा, जोकि दूर से ही अपने लक्ष्य को भेद सकती हैं। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान ताकत बढ़ाने वाला होगा।
चीन से जारी तनातनी के बीच भारत के लिए एक अच्छी खबर है। अत्याधुनिक राफेल विमानों की पहली खेप इसी महीने भारत पहुंचने वाली है।
भारतीय वायुसेना के शीर्ष कमांडर बुधवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय सम्मेलन में देश की वायु रक्षा प्रणाली की व्यापक समीक्षा करेंगे। इसमें चीन के साथ सीमा विवाद के मद्देनजर लद्दाख क्षेत्र में राफेल लड़ाकू विमानों के पहले बेड़े की संभावित तैनाती पर भी चर्
22 और 23 जुलाई को होने वाली भारतीय वायुसेना की कॉन्फ्रेंस बैठक काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में जारी हालात पर आगे की रणनीति और राफेल की तैनाती को लेकर चर्चा की जाएगी।
महान टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने कहा है कि कम चोटें उनके करियर को और विस्तार दे सकती थीं।
चीन के साथ भारत के मौजूदा सीमा गतिरोध के बीच कम से कम चार राफेल लड़ाकू जेट अब 27 जुलाई को अंबाला में उतरने वाले हैं।
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